ओल्ड सिटी को वीकेंड पर नो व्हीकल जोन बनाने की मांग
क्षेत्र में बढ रहे नशे के कारोबार को रोकने जैसी विभिन्न मांगों ले लेकर क्षेत्रवासियो ने की कलेक्टर से मुलाक़ात
उदयपुर -विश्व प्रसिद्ध जगदीश मंदिर के आस पास क्षेत्र, चांदपोल, रंग निवास, घण्टाघर क्षेत्र को नो व्हीकल जॉन करने एवं क्षेत्र की अन्य समस्याएं जैसे पर्यटकों से लूट, बढ़ते नशे के व्यापार दो पहिया वाहनों की निःशुल्क पार्किंग रात्रि कालीन बाजार को लेकर क्षेत्र वासियों ने कलेक्टर से मुलाक़ात की और को ज्ञापन सौंपा।
3 अगस्त, 2022 को धर्मोत्सव समिति मेवाड़ के तत्वावधान में गठित,ओल्ड सिटी वेलफयर सोसाययटी द्वारा क्षेत्रीय नागरिकों एवं स्थानीय व्यापारियों द्वारा उक्त क्षेत्र को सांकेतिक रूप से आगामी 20 अगस्त शनिवार एवं 21 अगस्त रविवार को सायंकाल 5 बजे से रात्रि 10 बजे तक नौ व्हीकल जोन करने में सहयोग करने एवं उक्त क्षेत्र में बढ रहे नशे के कारोबार को रोकने, दो पहिये वाहनों के लिए निःशुल्क पार्किंग करने, मुख्य स्थलों पर साईन बोर्ड लगाने,प्रीपेड ऑटो टेक्सी, किराया निर्धारित करने के साथ बाहर आने वाले पर्यटकों से लपकों एवं ऑटो चालकों द्वारा गलत व्यवहार करने के संबंध में “ओल्ड सिटी वेलफेयर" के प्रमुख अक्षय सिंह राव के नेतृत्व में एक ज्ञापन कलेक्टर उदयपुर नगर निगम आयुक्त जिला पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट शहर को दिया, जिलाधीश एवं आयुक्त एवं पुलिस अधीक्षक ने ज्ञापन में कही सभी बातों पर शीघ्र ही समाधान करने में लिये आश्वासन दिया ज्ञापन देने वालों में प्रदीप सेन पार्षद गोपाल जोशी, ऋतुराज मिश्रा, कैलाश सोनी, हेमेन्द्र पुजारी, गोपाल नागर, भरत सोनी, दिनेश मकवाना, हेमंत शर्मा,धर्मेन्द्र राठौड, उमाशंकर सुखवाल आदि उपस्थित थे।
राव ने बताया की अपने ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने कलेक्टर के संज्ञान में ये भी लेने की कोशिश की के जगदीश चौक के आस-पास विश्व प्रसिद्ध मंदिर एवं दर्शनीय स्थल होने से यहां हमेशा पर्यटकों एवं आम लोगों की भारी आवाजाही रहती है। यह शहर का सबसे घनी आबादी वाला क्षेत्र एवं सबसे पुराना क्षेत्र होने के साथ ही सबसे सकरा क्षेत्र है जिससे यहां पर आने वाले चार पहिया, तीन पहिया एवं दो पहिया वाहनो की वजह से अव्यवस्थित भारी यातायात दबाव बना रहता है, साथ ही पार्किंग की समुचित व्यवस्था नहीं होने से हमेशा जाम की स्थिति पैदा होती है। आम लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है जिससे गम्भीर बिमारियां हो रही है।
साथ ही यहाॅ आने वाले देशी विदेशी पर्यटकों के मन में खराब छवि बन रही है और यहां पर प्रीपेड टेक्सी सुविधा नहीं होने से मन माफिक किराया वसुल कर पर्यटकों के साथ लुट खसोट हो रही है साथ ही क्षेत्र में सरे आम नशे का कारोबार हो रहा है एवं अम्बामाता, ब्रह्मपोल एवं टेम्पो वालो द्वारा बाहर से आने वाले पर्यटकों को गुमराह कर अवैद्य पार्किंग कर जगदीश चौक आने से रोका जा रहा है। जिससे क्षेत्र में अवैध गतिविधियों का केन्द्र बन रहा है।
ऑटो वाले व्यापारियों के साथ मारपीट तक रहे है जिससे क्षेत्र वासियों व व्यापारियों में भारी आक्रोश व्याप्त हो रहा है जिससे भविष्य में गम्भीर हालात पैदा हो सकते है। राव में ये भी कहा की क्षैत्र के जागरूक लोगों के सहयोग से यातायात समस्या के हल के लिए सांकेतिक नो व्हीकल जोन प्रत्येक शनिवार एवं रविवार सायंकाल 5 बजे से रात्रि 10 बजे तक वाहन प्रतिबन्धित क्षेत्र घोषित करने में सहयोग प्रदान करावें।
सांकेतिक प्रतिबन्ध दिनांक 20 अगस्त शनिवार एवं 21 अगस्त रविवार से शुरू होगा,जिसमें आप यातायात पुलिस, एम्बुलेन्स, इलेक्ट्रिक थ्र्ाी व्हीलर, साफ सफाई उपलब्ध करवाने की भी मांग की। धर्मोत्सव समिति मेवाड़ के प्रतिनिधियों ने क्षेत्र के व्यापारियों एवं क्षेत्रवासियों के दो पहिये वाहन के लिए आसीन्द की हवेली पार्किंग में निःशुल्क पार्किंग की सुविधा उपलब्ध करवाने का कष्ट करें। साथ ही इस क्षेत्र की निम्न गम्भीर समस्याओं पर गम्भीरता से चिंतन कर शीघ्र ही सभी समस्याओं के समाधान कराया जाए।
राव ने बताया की कलेक्टर ताराचंद मीणा और एसपी उदयपुर विकास शर्मा ने जल्द ही इस क्षेत्र का दौरा कर इस क्षेत्र में हों रही गशतिविधियों की जानकारी लेकर इसपर कार्यवाही की जाएगी साथ ही में कलेक्टर मीणा ने भी ओल्ड सिटी को नो व्हीकल जोन बनाने की मांग पर विचार कर इस शुरू करने का आश्वासन दिया।
मुख्य मांगे :
1.आसीन्द की हवेली पार्किंग में दो पहिया वाहन निःशुल्क हो
2.चांदपोल रंग निवास, हाथीपोल, जगदीश चौक, सिटी पैलेस पर इलेक्ट्रिक ऑटो के साथ प्रीपेड ऑटो टेक्सी शुरू
की जावें ।
3.सिटी पैलेस, नावघाट, चांदपोल आदि क्षेत्रा में नशे के कारोबार पर शीघ्र रोक लगेंगे।
4.अम्बामाता, पुष्प वाटिका के बाहर, ब्रह्मपोल, नई पुलिया क्षेत्र से बाहर आने वाले पर्यटकों को गुमराह करने वालो पर सख्त कानूनी कार्यवाही एवं इन क्षेत्रों में पुलिस की समुचित व्यवस्था हो।