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स्वास्थ्य दूत बनकर लोगों का जागरूक कर रहे भाई-बहिन
 

कोरोना कर्मवीरों की कहानी
 
सेमारी ब्लॉक के टोकर गांव में, जहां तीन भाई-बहन पूरे जज्बे के साथ कोरोना कर्मवीर के रूप में सेवाएं दे रहे हैं। ये हैं नेहरू युवा केन्द्र के स्वयंसेवक बरखा शर्मा, हेमलता शर्मा और विशाल शर्मा। इनमें बरखा शर्मा एक श्रेष्ठ चित्रकार है जिसने अपने अनुभव से गांव के प्रमुख स्थानों पर “बी अवेयर-बी सेफ“ कोराना से बचाव का संदेश देते चित्र बनाकर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया है।

उदयपुर, 13 अप्रेल 2020। वैश्विक महामारी घोषित हुए कोरोना वायरस के संक्रमण से आम लोगों को बचाने के लिए जहां सरकार और प्रशासन पूरी प्रतिबद्धता के साथ जुटे हुए है वहीं जिले के विभिन्न क्षेत्रों में स्वास्थ्य दूतों व कर्मवीरों ने खासा प्रभावित किया है।

स्वस्फूर्त जागरूकता का एक अनूठा उदाहरण देखने को मिला है सेमारी ब्लॉक के टोकर गांव में, जहां तीन भाई-बहन पूरे जज्बे के साथ कोरोना कर्मवीर के रूप में सेवाएं दे रहे हैं। ये हैं नेहरू युवा केन्द्र के स्वयंसेवक बरखा शर्मा, हेमलता शर्मा और विशाल शर्मा। इनमें बरखा शर्मा एक श्रेष्ठ चित्रकार है जिसने अपने अनुभव से गांव के प्रमुख स्थानों पर “बी अवेयर-बी सेफ“ कोराना से बचाव का संदेश देते चित्र बनाकर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया है। बरखा ने अपने कौशल का इस्तेमाल करते हुए पिछले बीस दिनों में कड़ी मेहनत करते हुए एक दर्जन से अधिक सार्वजनिक स्थानों पर संदेशपरक चित्रों को बनाया है। ये चित्र लोगों को आकर्षित करते हुए कोरोना से संक्रमण से बचाव का संदेश दे रहे हैं।

खुद बनाएं मास्क और लोगों को बांटे:

इन तीनों भाई-बहनों ने कपड़े के मास्क बनाकर अपने गांव में निःशुल्क वितरित किए है। इस टीम ने कोरोना वायरस के बचाव के लिए वह लोगों को एक स्थान पर एक साथ एकत्रित न होने, नियमित रूप से हाथ धोने एवं स्वच्छता का पूर्ण ध्यान रखने के लिए लोगों को जागरूक किया है।

विशाल शर्मा ने बताया कि ग्रामवासियों व समाजसेवियों के सहयोग से जरूरतमंदों को भोजन के पैकेट भी वितरित किए गए है। जागरूकता के इस कार्य में किका भाई धर्मशाला ऋषभदेव के मैनेजर अनिल शर्मा व टोकर स्कूल के प्रधानाचार्य किशनलाल व अन्य ग्रामवासियों का सहयोग भी रहा है। इस दौरान विशाल शर्मा ने लोगों को साबुन दे कर हाथ धोने धुलवाने की नई पहल शुरू की।