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कोरोना का बढ़ता खौफ और बेख़ौफ़ जनता 

यह लेख जनता के लिए ही लिखा जा रहा है। 'देवतातुल्य' नेता तो तथाकथित 'जनहित' के लिए कुछ भी कर गुज़रने को तैयार है।

 

मार्च माह में अब तक 559  मरीज़ मिल चुके है

लेकसिटी में 12552 कोरोना के शिकार हो चुके है जिनमे से 126 लोग अपनी जान भी गँवा चुके है।  

उदयपुर 20 मार्च 2021। उदयपुर में एक बार फिर कोरोना का एक बार फिर नया दौर शुर हो चूका है।  जहाँ फ़रवरी माह में इसका प्रकोप कम होना शुरू हुआ था अब मार्च माह में फिर से कोरोना ने सितम ढहाना शुर कर दिया है। मार्च माह में अब तक 559  मरीज़ मिल चुके है। अब तक लेकसिटी में 12552 कोरोना के शिकार हो चुके है जिनमे से 126 लोग अपनी जान भी गँवा चुके है।  

जनता पर ही सवाल क्यों? नेताओ पर क्यों नहीं ?     
अब कुछ लोग सवाल उठाएंगे की जनता पर सख्ती क्यों? नेताओ पर क्यों नहीं ? तो आपको बता दे की यह लेख जनता के लिए ही लिखा जा रहा है। 'देवतातुल्य' नेता तो तथाकथित 'जनहित' के लिए कुछ भी कर गुज़रने को तैयार है। नेताजी और उनके समर्थक जनहित के लिए इतने लालायित है की कोरोना की परवाह किये बगैर रैली निकाल देते, संगोष्ठी कर देते है।  सोशल डिस्टेंसिंग की परवाह किये बगैर अपनी जान जोखिम में डालकर 'जनहित' में लीन रहते है।  नेताजी और उनके समर्थक तो वैसे ही कोरोना मुक्त है।  और खुदा ना खास्ता अगर उन्हें कुछ हो भी गया तो एम्स से लेकर मेदांता तक उनके लिए पलक पांवड़े बिछाये उनकी सेवा में हाज़िर है।  लेकिन आमजन के लिए केवल सरकारी अस्पताल के कोने के एक बिस्तर (अगर मिल गया तो) पर लेटकर अपने स्वस्थ होने या जीवन से मुक्त होने के इंतज़ार के सिवाय कुछ हाथ नहीं लगने वाला। 

कोरोना के बढ़ते संक्रमण से अधिक चिंता इस बात की है की लोगो में कोरोना को लेकर भय ख़त्म हो चूका है।  बाजार मे, सार्वजानिक स्थल पर, मॉल में, पर्यटन स्थल पर लोगो की मास्क के प्रति लापरवाही हम रोज़ाना देख रहे है।  सोशल डिस्टेंसिंग भी लोग भूल चुके है।  चाहे वह फतहसागर की पाल हो सुखाड़िया सर्कल का फ़ूड कोर्ट हो या शहर का कोई चौराहा, सर्वत्र लापरवाही का आलम नज़र आ रहा है। 

प्रशासन कोरोना को लेकर सचेत ज़रूर है और लोगो को लगातार मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना की अपील भी जारी कर रहा है। लेकिन लगता है लोगो पर इसका कोई ख़ास असर नहीं है।  आज ही जब उदयपुर टाइम्स की टीम फतेहसागर पहुंची तो पुलिस की जीप से मास्क लगाने की अपील की जा रही थी।  जब लोग पुलिस की जीप या मिडिया का कैमरा देखते है तो फ़ौरन मास्क लगा लेते अन्यथा वह मास्क आधा मुंह पर लटका होता है या जेब की शोभा बढ़ा रहा होता है। 

अतः आमजन से करबद्ध निवेदन है की कोरोना अभी गया नहीं इसलिए सावधानी बरते।  बाजार में, सार्वजानिक स्थल में, फतेहसागर के पाल पर, सुखाड़िया सर्कल पर अवश्य जाए लेकिन अपनी सुरक्षा के इंतज़ाम करने के बाद।