दो साल बाद जेल में बंद भाइयों की कलाई राखी से सजी
जेल प्रशासन की अनुमति से बहनों में खुशी
इस साल रक्षाबंधन का त्योहार ना सिर्फ उन भाई बहनो के लिए राहत बन कर आया जो संक्रमण काल के चलते पिछले दो सालों से इस पर्व को सही से मना नहीं पा रहे थे। उन भाई बहनों के लिए भी एक बड़ी राहत लेकर आया हैं जो भाई किसी ने किसी कारण से न्यायिक अभिरक्षा में हैं और उनकी बहने उन्हें दूर दूर राखी बाँधने के लिए उदयपुर के केंद्रीय कराग्रह पहुँचती हैं, संक्रमण काल में सभी चीजों पर पाबन्दी के चलते ये बहने अपने भाइयों से मिलने में असमर्थ थी लेकिन इस साल फिर से उन्हें मौके मिला हैं।
जेल अधीक्षक राजेंद्र कुमार ने कहा की कोरोना काल में मिली थोड़ी सी ढील के चलते इस साल फिर से बहनो को भाइयों से मिलने का अवसर दिया जा रहा हैं, हालांकि कोरोना प्रोटोकॉल की पूरी पालना करवाई जा कर मिलने दिया जा रहा हैं। इस मौके पर रक्षाबंधन के उपलक्ष सिर्फ महिलाओं के लिए मुलाक़ात के लिए अनुमति दी गई हैं तो वहीं पुरुषों के लिए मुलाक़ात बंद रखी गई हैं, सुबह से ही बारिश का दौर जारी होने के बावजूद बड़ी मात्रा में महिलाएं जेल होने भाइयों को रखी बाँधने के लिए पहुँच रहीं हैं।
इसके चलते महिलाओं को जेल के बाहर से ही भाइयों की कलाई पर रखी बाँधने की अनुमति हैं जिसके पश्चात् उन्हें मुलाक़ात कक्ष में मिलने भी दिया जा रहा हैं। तो वहीं आज के दिन महिलाओं के लिए रोडवेज बसों से यात्रा भी निःशुल्क रखी गई हैं।