कुराबड़ के शारीरिक शिक्षक देव रावत के प्रशिक्षण में उदयपुर के ग्रामीण अंचल के 32 विद्यार्थी बने कॉन्स्टेबल
लड़कियों में बढ़ाया आत्मविश्वास अन्य भर्ती परीक्षा के लिए प्रेरित
एक गुरु ही अपने शिष्य को मार्ग प्रदर्शित करता है जिसकी राह पर चल कर एक शिष्य सही सीख लेकर अपने भविष्य को उज्वल करता है। ठीक वैसे ही उदयपुर के एक राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय फिला, कुराबड़ के शारीरिक शिक्षक देव रावत के प्रशिक्षण में ग्रामीण अंचल के ऐसे कुल 40 विद्यार्थी थे जिनको प्रशिक्षित किया गया जिनमे से 32 विद्यार्थी ने शारीरिक दक्षता में सफलता हासिल कर सभी जोधपुर में कॉन्स्टेबल की ट्रेनिंग कर रहे है।
निःशुल्क प्रशिक्षण देने का मैसेज
शारीरिक शिक्षक देव ने बताया की एक कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा देने वाले विद्यार्थी से संपर्क हुआ जिसे एक ट्रेनर की जरुरत थी लेकिन आर्थिक स्थिति सही नहीं होने पर निःशुल्क प्रशिक्ष्रण देने का निश्चय किया और इसी को जारी रखते हुए ऐसे विद्यार्थीयो का सोशल मीडिया ग्रुप बनाया जिनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। जिसके चलते इस प्रशिक्षण के लिए 40 बच्चे तैयार हो गए।
उस समय देव रावत एयरपोर्ट पर ड्यूटी पर थे तब ड्यूटी पर जाने से पहले सुबह और ड्यूटी से फारिग हो कर शाम में प्रशिक्षण देते थे। देव रावत सिर्फ लड़को को ही नहीं बल्कि ग्रामीण अंचल की लड़कियों का भी हौसला बढ़ाया। उनका कहना है की लड़किया पहले काफी झिझकती थी लेकिन प्रशिक्षण के दौरान ही उनके आत्मविश्वास बढ़ने लगा। पहाड़ियों पर,जंगलो पर दौड़ाते थे। गुलाब बाग़ में बैक रॉल, रस्सी चढ़वाना पत्थर उठाकर दौड़ाना इत्यादि काई तरह की शारीरिक प्रशिक्षण देते है।
सभी के परिवारों में अब तक किसी ने कॉन्स्टेबल में भर्ती परीक्षा में न तो हिस्सा लिया था न ही इतनी बातों का ज्ञान था लेकिन इन प्रशिक्षण के बाद युवा परीक्षा में सफल रहे इन सभी मेहनत और देव रावत के समय और ज्ञान की वजह से उन युवाओं से अन्य लोग प्रेरित हो कर इन भर्ती और परीक्षा के लिए तैयारी कर रहे हैं।
Source- Patrika.com