जगतगुरू शंकराचार्य महाराज अविमुक्तेश्वरानंनद ने उदयपुर में हिन्दू संस्कृति पाठशाला और चित्तौड़ में आश्रम खोलने की घोषणा की
जगतगुरू शंकराचार्य महाराज अविमुक्तेश्वरानंनद ने उदयपुर में हिन्दू संस्कृति पाठशाला और चित्तौड़ में आश्रम खोलने की घोषणा की। ज्योर्तिमठ के शंकराचार्य ब्रह्मलीन सरस्वती स्वरूपानंद के शिष्य जगतगुरू शंकराचार्य महाराज अविमुक्तेश्वरानंन्द जी ने उदयपुर में हिन्दू संस्कृति की पाठशाला और चित्तौड़ में अपने गुरू के नाम पर एक आश्रम खोलने की घोषणा की।
कोड़ियात रोड़ स्थित जगत फार्म हाउस पर 1 जून को आयोजित एक धर्मसभा में उन्होंने उक्त घोषणा की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हमें अपनी संस्कृति को अक्षुण्ण बनायें रखनें के प्रयास करने होंगे। हजारों वर्ष पुरानी हिन्दू सनातन संस्कृति ने हमेशा दूसरों के प्रति आदर भाव रखना सिखाया और यहीं कारण है कि हम पूर्व में जहाँ पर हम विश्व गुरू थे और आने वाले वर्षो में हम पुनः उसी पद पर कायम होंगे।
जगत फार्म हाउस के युद्धवीरसिंह शक्तावत ने प्रारम्भ में शंकराचार्य का जोरदार स्वागत किया। उन्होंने बताया कि जगदगुरू शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंनद महाराज के ब्र्रह्मलीन जगतगुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज भी वर्ष 2006 में इसी स्थान पर आये थे और उसी स्थान का अवलोकन आज उनके शिष्य जगतगुरू शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंनद जी महाराज आयें, जिनका शक्तावत परिवार ने भावभीना स्वागत किया।
इस अवसर पर देहात कांग्रेेस जिलाध्यक्ष लालसिंह झाला, पूर्व नगर निगम नेता प्रतिपक्ष दिनेश श्रीमाली, पार्षद गौरव प्रतापसिंह, मनोहर चौधरी, छोगालाल भोई, युथ काँग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धनसिंह केलावत, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष जॉय पंवार, डॉ. जे.के.छापरवाल, तेजसिंह बान्सी, गुजराती समाज के दामोदर पटेल, देेवेन्द्र साहू, राहुल शाह, अभिमन्युसिंह झाला, धर्मराजसिंह जडेजा सहित शहर के अनेक गणमान्य नागरिक मौजूद थे जिन्हें स्वामी जी ने आशीर्वाद प्रदान किया।