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उदयपुर के कविराज की फिल्म का प्रसारण 10 सितंबर को

अभिनेता कविराज लईक़ की फि़ल्म ’क्या मेरी सोनम गुप्ता बेवफ़ा है’ का प्रसारण 10 सितम्बर को किया जाएगा

 

राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के विद्यार्थी है कविराज

उदयपुर, 8 सितंबर 2021। शहर के प्रतिभावान युवा कलाकार व अभिनेता कविराज लईक़ की फि़ल्म ’क्या मेरी सोनम गुप्ता बेवफ़ा है’ का प्रसारण 10 सितम्बर को किया जाएगा।  

इस फि़ल्म में कविराज ’कुन्दन’ के मुख्य पात्र में नज़र आएंगे। यह फि़ल्म के हीरो जस्सी गिल एवं हीरोईन सुरभि ज्योति के साथ एक लीडिंग चरित्र है। फि़ल्म में दिग्गज अभिनेत्री स्वर्गीय सुरेखा सीकरी जिनकी यह अन्तिम फि़ल्म है, के साथ प्रसिद्ध अभिनेता विजयराज, ब्रजेन्द्र काला, अतुल श्रीवास्तव, विभा छिब्बर, नीलू कोहली, परितोष त्रिपाठी आदि भी अभिनय करते दिखाई देंगे। देश की प्रसिद्ध फि़ल्म निर्माता कम्पनी ’पेन इण्डिया’ द्वारा निर्मित तथा सौरभ त्यागी द्वारा निर्देशित इस फि़ल्म को ज़ी 5 टी.वी द्वारा 10 सितम्बर को प्रसारित किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त कविराज अमेज़न प्राईम द्वारा बनाई जा रही वेब सीरीज़ में सोनाक्षी सिन्हा के साथ नज़र आएँगे।

विरासत में मिला रंगमंच, 2 साल की उम्र से कर रहे अभिनय:

उदयपुर में जन्मे तथा पले-बड़े कविराज को रंगमंच विरासत में मिला है। कविराज ने 2 वर्ष की आयु से ही नाटक ’शकार’ से मंच पर अभिनय प्रारम्भ कर दिया था। भारतीय लोक कला मण्डल के निदेशक डॉ. लईक़ हुसैन एवं रंगकर्मी अनुकम्पा लईक़ के पुत्र कविराज ने अपनी शिक्षा महाराणा मेवाड़ विद्या मन्दिर एवं महाराणा मेवाड़ पब्लिक स्कूल से की तत्पश्चात् स्नातक करने हेतु कविराज बड़ौदा चले गए। 

वास्तव में कविराज बड़ौदा क्रिकेट खेलने तथा क्रिकेट में अपनी प्रतिभा को निखारने के उद्देश्य से गए थे परन्तु साथ-साथ बी.ए करने के उद्देश्य से इन्होंने ’’महाराजा सयाजी राव गायकवाड़ विश्वविद्यालय’’ से नाट्य विषय में स्नातक का कोर्स किया। और बस क्रिकेट को छोड़कर पूर्णतया नाटक के लिए समर्पित हो गए। इनके समर्पण और अभिनय प्रतिभा के कारण कविराज का चयन देश के प्रसिद्ध संस्थान ’’राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय’’ में हुआ।

राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के विद्यार्थी है कविराज

कविराज ने भारत ही नहीं बल्कि एशिया में अभिनय एवं नाटक के प्रशिक्षण हेतु एक मात्र उत्कृष्ट संस्थान ’राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय’ से अभिनय में विशेषज्ञता के साथ एम.ए किया है। इसी संस्थान से ओम शिवपुरी, नसीरुद्दीन शाह, ओमपुरी, राजबब्बर, अनुपम खेर, नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी, पंकज त्रिपाठी, इरफ़ान खान आदि जैसे अभिनेताओं ने अभिनय का प्रशिक्षण प्राप्त कर बॉलीवुड एवं हॉलीवुड में पहचान बनाई है।

युवा प्रतिभाओं को तराश रहे

कविराज ने नाट्य कार्यशालाएँ कर उदयपुर की सैकड़ों प्रतिभाओं को अभिनय के लिए तराशा और आज भी उदयपुर के रंगमंच को विकसित करने हेतु ’दी परफ़ोमर्स कल्चरल सोसायटी’ एवं ’भारतीय लोक कला मण्डल’ के माध्यम से कार्यरत हैं। कविराज ने मात्र 17 वर्ष की आयु में पद्म विभुषण विजय तेन्दुलकर के जटिल नाटक ’’मीता की कहानी’’ का उत्कृष्ट निर्देशन एवं अभिनय किया जिस कारण उन्हें सर्वाेत्तम निर्देशक का ’प्यारे मोहन सहाय’ अवार्ड पटना की ’प्रांगण संस्था’ द्वारा दिया गया। इनके निर्देशित नाटक भारत के सभी प्रमुख नाट्य समारोहों के साथ विश्व के 08 वें और भारत के पहले थिएटर ओलम्पिक में प्रदर्शित हो चुके हैं। इस फि़ल्म से पूर्व कविराज कोर्ट रूम आदि के कई एपिसोड में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं।