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CPM शहर कमेटी का चुनाव

शहर सचिव- हीरालाल सालवी को चुना गया 

 

उदयपुर, 19 अक्टूबर 2024 । भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की उदयपुर शहर कमेटी का चुनाव किया गया जिसमे शहर सचिव- हीरालाल सालवी एवं सदस्य- गुमान सिंह राव, राजेश सिंघवी, मोहम्मद निजाम, याकुब मोहम्मद, मोहम्मद शाहीद, रानी माली, विजय कुमार वर्मा, जगदीश सालवी, पार्षद राजेन्द्र वसीटा, अमजद शेख, फिरोज अहमद, अनिल पनोर, केशुलाल जैन चुने गये। सम्मेलन में प्रताप सिंह देवडा, हमेर सिंह, शमशेर खान, पूनम चंद प्रजापत एवं जावेद खान स्थायी आमंत्रित सदस्य चुने गये।

माकपा उदयपुर शहर सम्मेलन के उद्घाटन के समय माकपा राज्य कमेटी सदस्य विमल भगोरा ने  राज्य कमेटी सदस्य विमल भगोरा ने बताया कि पूरे देश में हर तीन वर्ष में ब्रांच से लेकर राष्ट्रीय सम्मेलन होते है और उन्हीं सम्मेलनों में सचिव चुने जाते है, इससे जाहीर होता है कि कम्युनिष्ट पार्टीया मूल रूप से लोकतंत्र में विश्वास रखती है, वहीं भाजपा, कांग्रेस पाटी एवं अन्य पूंजीवादी पार्टी के नेता अपनी पंसद से नेताओं का मनोनयन करते है। 

उन्होंने कहा कि पूंजीवाद मानवता का दुश्मन है, जिसमें एक के नुकसान पर दुसरे का फायदा तय होता है, जबकि समाजवाद में समाज के हित में व्यक्ति का हित निहित होता है। उन्होंने कहा कि गांव के लोग रोजगार की तलाश में शहर आ रहे है, लेकिन वहां उन्हें शोषण और दमन का सामना करना पडता है। वहीं स्मार्ट सिटी के नाम पर शहरों में भी आमजन के रोजगार एवं आवास पर हमले किये जा रहे है। उन्होंने कहा कि देश अम्बानी, अडानी जैसे देशी-विदेशी पूंजीपति चला रहे है। जिससे देश में दो तरह का देश बन गया है। एक तरफ चमकता हुआ देश है जो 1 प्रतिशत लोगों का प्रतिनिधित्व करता है और दूसरी तरफ तडपता हुआ देश है जो बाकि जनता का प्रतिनिधित्व करता है।

सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए माकपा राज्य कमेटी सदस्य एवं उदयपुर जिला सचिव राजेश सिंघवी ने कहा कि उदयपुर शहर में स्वच्छ पानी नहीं मिल रहा है, जिससे गंदे पानी को पीने से आम जनता बीमार हो रही है। स्वच्छता अभियान नारो में चल रहा है, लेकिन बस्तियां और मौहल्ले गंदगी से भरे पड़े है। र्स्माट सिटी के नाम पर शहर को बर्बाद कर ठेला, ऑटो एवं अन्य छोटे व्यवसायीयों के रोजगार पर हमले किये जा रहे है। उदयपुर शहर के विकास के नाम पर सत्ताधारी, अधिकारी एवं दलाल मिलकर लूट रहे है। भ्रष्टाचार चरम स्थिति में है, भाजपा की तानाशाही हर विरोध को दबा रही है, जिससे आमजन की कोई सुनवाई नहीं है। उदयपुर शहर की यातायात व्यवस्था चरमा गई है। सिंघवी ने कहा कि अगर उदयपुर को बचाना है तो भाजपा के लूट के अड्डे बन चुके नगर निगम, उदयपुर के आने वाले चुनावों में भाजपा को हराना होगा। उन्होंने कहा कि जो चुनौतियां और दायित्व हमारे सामने है, उसके समाधान करने के लिए हमें जनता के मुद्दों पर संघर्ष तेजकर पार्टी को मजबूत करना होगा।

सम्मेलन में माकपा उदयपुर सचिव मण्डल सदस्य गुमान सिंह राव ने कहा कि भाजपा जाति के नाम पर अपने राजनीतिक हितों के लिए शहर में तनाव, नफरत और हिंसा को बढावा दे रही है, जिसका विरोध कर हमें सामाजिक एकता एवं समरसता को मजबूत करना होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा आज गरीब और मेहनतकश की बात करने वाले को विकास विरोधी कहकर जनता को गुमराह कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा का विकास का मॉडल दरअसल विनाश का मॉडल है।

सम्मेलन के प्रारम्भ में माकपा के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह देवडा ने झंडारोहण एवं सम्मेलन की अध्यक्षता की। सम्मेलन में शोक प्रस्ताव रखकर जनवादी, प्रगतिशील एवं वामपंथी दलों और संगठनों के नेताओं को शृद्धांजली देने के साथ प्राकृतिक आपदाओं एवं हिंसाओं में मारे गये लोगों को भी शृद्धांजली दी।

सम्मेलन में माकपा शहर सचिव हीरालाल सालवी ने माकपा के नेतृत्व में पिछले 3 वर्षों में हुए गतिविधियों, आंदोलनों एवं उपलब्धियों की रिपोर्ट रखी। रिपोर्ट पर अनिल पानोर, पूनमचंद प्रजापत, शमशेर खान, मोहम्मद साहीद, केशुलाल जैन, विजय कुमार वर्मा, मुनव्वर खान ने रिपोर्ट पर अपने विचार रखे।