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गिट्स की आत्मिका गुप्ता ने राजस्थान स्टेट ओपन शूटिंग में जीते 02 स्वर्ण पदक

राजस्थान राइफल एसोसिएशन ,जयपुर द्वारा 1 से 10 मार्च तक आयोजित 19 वीं राजस्थान स्टेट ओपन शूटिंग चैंपियनशिप

 
आत्मिका ने 10 मीटर एयर रायफल के महिला वर्ग में व्यक्तिगत सीनियर एवं व्यक्तिगत जूनियर स्पर्धाओं में 400 में से 399 का उच्च स्कोर बनाते हुए स्वर्ण पदकों पर कब्ज़ा किया। उल्लेखनीय है आत्मिका इससे पूर्व भोपाल में आयोजित नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में भी छः पदक जीती थी। हाल ही में दिल्ली में आयोजित वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स की सिलेक्शन ट्रायल में भी आत्मिका ने उम्दा प्रदर्शन किया था।

गीतांजलि इंस्टीट्यूट आफ टेक्निकल स्टडीज डबोक उदयपुर के इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग की छात्रा आत्मिका गुप्ता ने राजस्थान स्टेट ओपन शूटिंग प्रतियोगिता में इतिहास रचते हुए दो स्वर्ण पदक हासिल किए।

संस्थान के निदेशक डॉ विकास मिश्र ने बताया कि राजस्थान राइफल एसोसिएशन ,जयपुर द्वारा 1 से 10 मार्च तक आयोजित 19 वीं राजस्थान स्टेट ओपन शूटिंग चैंपियनशिप में छात्रा आत्मिका गुप्ता ने शानदार प्रदर्शन करते हुए दो स्वर्ण पदक हासिल किये ।
 

आत्मिका ने 10 मीटर एयर रायफल के महिला वर्ग में व्यक्तिगत सीनियर एवं व्यक्तिगत जूनियर स्पर्धाओं में 400 में से 399 का उच्च स्कोर बनाते हुए स्वर्ण पदकों पर कब्ज़ा किया। उल्लेखनीय है आत्मिका इससे पूर्व भोपाल में आयोजित नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में भी छः पदक जीती थी। हाल ही में दिल्ली में आयोजित वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स की सिलेक्शन ट्रायल में भी आत्मिका ने उम्दा प्रदर्शन किया था।

डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ राजीव माथुर ने अत्मिका को बधाई देते हुए बताया कि गिट्स छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए हमेशा प्रयत्नशील रहता है। यह उसी प्रयत्न का परिणाम है कि यहां के छात्रों छात्राएं पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी अव्वल रहते हैं। खेलों का जीवन में अपना एक अलग महत्व है खेल उतने ही महत्वपूर्ण जितनी पढ़ाई। पढ़ाई के लिए स्वस्थ शरीर का होना आवश्यक है और स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है। खेल हमारी दिनचर्या का अभिन्न अंग होने चाहिए।

वित्त नियंत्रक बी.एल. जांगिड़ ने कहा कि आजकल हमारे देश में खेलों का महत्व पहले के अपेक्षा बहुत ज्यादा बढ़ गया है। अब स्कूल कॉलेज और राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर के खेलों में सिर्फ लड़के ही नहीं बल्कि लड़कियां भी बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही हैं आत्मिका की जीत उसी  सोच का परिणाम है।