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2665 मी. लंबे ट्रैक पर सैर कराएगी 2 डिब्बों वाली अरावली एक्सप्रेस

समोरबाग के सामने बनेगा दूसरा स्टेशन

 

गुलाब बाग में ट्रैक बिछना शुरू, 6 साल बाद 15 अगस्त से फिर चलेगी अरावली एक्सप्रेस, बर्ड पार्क भी निहार सकेंगे बच्चे-टूरिस्ट

उदयपुर 28 मई 2022 । बर्ड पार्क बनने के बाद अब गुलाब बाग में 6 साल बाद अरावली एक्सप्रेस ट्रेन 15 अगस्त से ट्रैक पर दौड़ेगी। दो डिब्बों वाली यह मिनी ट्रेन बच्चों और पर्यटकों को धीमी रफ्तार से गुलाब बाग की सैर कराएगी। राइड लेने वाले पर्यटक बर्ड पार्क के परिंदों को भी निहार सकेंगे। फिलहाल 2665 मीटर (2.66 किमी) लंबे ट्रैक का 80 फीसदी काम हो चुका है, जो जुलाई तक पूरा होने की उम्मीद है। 

नगर निगम की गैराज समिति के अध्यक्ष मनोहर चौधरी ने बताया कि अभी गिट्टी बिछाई जा रही है। हर काम तकनीकी विशेषज्ञों की देखरेख में किया जा रहा है ताकि पहले की तरह ट्रेन के बार-बार बेपटरी होने जैसे हालात न बनें। गुलाब बाग की मिट्टी काली और चिकनी है। इससे ट्रैक खिसकने का खतरा था। पूरे ट्रैक को 3-3 फीट तक खोदकर कंक्रीट वाली विशेष मिट्‌टी डाली है। अभी ब्लास्टर बिछाने का काम चल रहा है। ट्रेन 15 अगस्त तक शुरू करने का लक्ष्य है। बता दें, गत 12 मई को ही गुलाब बाग में बर्ड पार्क का लोकार्पण हुआ था।

ट्रैक की लंबाई 165 मीटर बढ़ेगी, नया स्टेशन जुड़ने ज्यादा रोमांचक होगा सफर

सरस्वती लाइब्रेरी के पास पुराना लवकुश स्टेशन है। समाेरबाग की ओर अभी बंद पड़े गेट के पास नया स्टेशन बनेगा। ट्रैक की लंबाई 165 मीटर बढ़ेगी। ट्रेन कमल तलाई के पास से अमरूदों की बाड़ी से समोरबाग वाले स्टेशन जाएगी। वापस कमल तलाई की ओर आते हुए पुराने वाले ट्रैक से बर्ड पार्क की ओर से लव कुश स्टेशन जाएगी। ट्रेन और कमल तलाई में बोटिंग के लिए निगम ने 26 लाख सालाना दर से शिवा कॉर्पोरेशन को 20 साल के लिए ठेका दिया है।

3 साल पहले टेंडर, पहले 200 पेड़ काटने पर ऐतराज, फिर कोरोना से लेट, अब रफ्तार

अरावली एक्सप्रेस के लिए नगर निगम के पिछले बोर्ड ने करीब 3 साल पहले टेंडर किए। इसका रूट बदलना प्रस्तावित था, जिसमें करीब दाे सौ पेड़ काटने की जरूरत बताई गई। वर्क ऑर्डर निकला, लेकिन काम शुरू हाेने से पहले पर्यावरण प्रेमी स्टे ले आए। फिर मौजूदा बोर्ड में पुराने ट्रैक पर ट्रेन चलाना तय कर 2 साल पहले संशोधित वर्क ऑर्डर जारी किया। कुछ महीनों बाद कोरोना ने दस्तक दी और बार-बार के लॉकडाउन से काम लेट हुआ। कोरोना की दूसरी लहर के थमने के बाद पिछले साल से इसमें तेजी आई है।