उदयपुर में 5 एग्रो टूरिज्म यूनिट और 2 रूरल गेस्ट हाउस प्रोजेक्ट मंजूर
पर्यटकों को मिलेगी नई लोकेशन, स्थानीय उत्पादों को मिलेगा बाज़ार
उदयपुर, 25 जनवरी 2024। भारत एक बेहद सुंदर देश है। यहां अलग-अलग भाषा, संस्कृति और धर्म के लोग रहते हैं। इतना ही नहीं इस देश में कई राज्य ऐसे भी हैं जहां सर्दियों में जमकर बर्फबारी होती है तो कुछ ऐसे भी राज्य हैं जहां भीषण गर्मी भी होती है। आज के समय में हमारा देश दुनियाभर में अपने पर्यटन स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। इसी कड़ी में पर्यटकों को बढ़ावा देने के लिए भारत में हर साल 25 जनवरी को राष्ट्रीय पर्यटन दिवस मनाते हैं।देश के उत्तर में कश्मीर से दक्षिण में कन्याकुमारी तक सैकड़ों पर्यटन स्थल हैं।
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस की थीम
हर साल राष्ट्रीय पर्यटन दिवस की एक अलग थीम रखी जाती है। बता दें, इस साल की थीम है 'सस्टेनेबल जर्नी, टाइमलेस मेमोरीज'।
5 एग्रो टूरिज्म यूनिट और 2 रूरल गेस्ट हाउस प्रोजेक्ट मंजूर
वेसे ही, उदयपुर राजस्थान के उन जगहों में है, जहां सबसे ज्यादा टूरिस्ट आते हैं। सिर्फ देसी ही नहीं विदेशी पर्यटकों को भी यह शहर खूब लुभाता है। तभी तो बाकी शहरों की अपेक्षा यहां ज्यादा पर्यटक आते हैं। इसी दिशा में उदयपुर में अब नए प्रोजेक्ट के तहत रूरल और एग्रो टूरिज्म की नई इकाइयों पर काम हो रहा है। नए प्रोजेक्ट के तहत पर्यटन विभाग ने उदयपुर जिले में 5 एग्रो टूरिज्म यूनिट और 2 रूरल गेस्ट हाउस प्रोजेक्ट मंजूर किए हैं, जहां रहकर पर्यटक ग्रामीण जीवन शैली और खेती-किसानी को करीब से देख-जान सकेंगे। विभाग में रूरल गेस्ट हाउस के 4 से 5 प्रोजेक्ट की फाइलों पर काम चल रहा है।
पर्यटन विभाग की उपनिदेशक शिखा सक्सेना ने कहा कि इससे ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटकों का ठहराव बढ़ेगा। स्थानीय पर्यटन स्थलों की मार्केटिंग से गांव- देहातों तक पर्यटकों का पगफेरा बढ़ेगा। अंचल की ठेठ संस्कृति को नया मंच मिलेगा और आर्ट-क्राफ्ट का संरक्षण होगा। इधर जानकारों का भी कहना है कि शहर में पर्यटकों का दबाव कम करने की जरूरत है। अभी सीजन पीक पर रहने के दौरान ट्रैफिक जाम, प्रदूषण जैसी समस्याएं भी आम रहने लगी हैं।