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जल्दी शुरू हो सकती है अहमदाबाद-जयपुर और कोटा वाया उदयपुर ट्रेन

मण्डल रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति की बैठक में मिला जबाव

 

उदयपुर। उदयपुर को नयी रेल और सुविधाएं मिलने के आसार बढ़ते जा रहे हैं। मण्डल रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति की बैठक में अजमेर मण्डल के  सदस्य जयेश चंपावत द्वारा दिये गये सुझावों पर गंभीरता से विचार किया गया और जल्द की खुशखबरी मिल सकती है। 

बैठक में चम्पावत द्वारा 16 तरह के प्रस्ताव व मांगे प्रस्तुत की गयी जिनमें से ज्यादातर पर स्वीकृति मिलने की संभावना है और कुछ कार्य संचालित भी है। चम्पावत ने उदयपुर संभाग की ओर से सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा उठाते हुए कहा कि अहमदाबाद-जयपुर, अहमदाबाद-कोटा ट्रेन स्वीकृत होने के बाद भी संचालित नहीं होने से जनता को परेषानी का सामना करना पड़ रहा है रेलवे बोर्ड ने इसका जवाब देते हुए कहा कि उक्त दोनों गाड़ियों के संचालन हेतु मुख्यालय द्वारा नोटिफिकेशन जल्द जारी किये जाने की संभावना है।

मण्डल रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति सदस्य जयेश चम्पावत ने बताया कि उदयपुर आमान परिवर्तन के बाद नयी रेल लाइन पर रेलगाड़ियों का आवागमन बढ़ गया है और भविष्य में दक्षिण भारत और उत्तर भारत तक रेल सेवाओं का विस्तार उदयपुर तक किया जा सकता है। ऐसे में वर्तमान में मौजूद प्लेटफार्म कम पड़ेंगे तो रेलवे ट्रेक बढ़ाने के लिए भूमि की अवाप्ति की जानी चाहिए इस पर बोर्ड की ओर से उत्तर दिया गया कि उदयपुर स्टेशन को रिडेवलपमेंट के तहत विकसित किया जा रहा है जिससे समस्या नहीं होगी। 

चम्पावत ने प्रस्ताव रखा कि उदयपुर चित्तौड़ आमान परिवर्तन से पूर्व उदयपुर से दिल्ली सराय तक पिंक सिटी एक्सप्रेस चला करती थी जिसे बंद कर दिया गया, काम पूरा होने के बाद भी इस ट्रेन को शुरू नहीं किया गया है । उदयपुर से दिल्ली के लिए दिन में कोई ट्रेन नहीं है, इस ट्रेन में महिलाओं का यात्रीभार अधिक था, अगर ये रेल फिर से शुरू की जाती है तो महिलाओं को और उदयपुर संभाग की जनता का इसका लाभ मिलेगा। इस प्रस्ताव पर विचार करते हुए  बोर्ड ने जबाव दिया कि प्रस्ताव पर उचित कार्यवाही की जायेगी। 

उदयपुर रेलवे स्टेशन पर कार्य चलने के कारण दूसरा प्रवेश द्वार अभी बंद है यह कार्य कब तक पूर्ण होगा इस पर जबाव देते हुए बोर्ड ने कहा कि कार्यादेश अगस्त 2022 में जारी किया गया है। कार्य लगभग 36 माह में पूरा होने की संभावना है।

चम्पावत ने कहा कि राणा प्रताप नगर के पास में पूर्व में स्टीम इंजन वर्कशॉप जो अभी बंद पड़ा है इसकी मरम्मत करवाकर स्टीम इंजन को मॉडल के रूप में रखा जा सकता है और कांच की फ्रेम लगवाकर इसे आकर्षक बनाया जा सकता है जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इस प्रस्ताव को गंभीरता से लेते हुए बोर्ड ने जांच करवाने का आश्वासन दिया गया ।   

बैठक में उदयपुर-मुम्बई वन्दे भारत ट्रेन चलाए जाने की बात कही जबाव में बोर्ड ने कहा कि वन्दे भारत ट्रेनों का संचालन रेक की उपलब्धता के अनुसार रेलवे बोर्ड द्वारा निर्धारित किया जाता है। अहमदाबाद-चैन्नई हमसफर वाया तिरूपति का अहमदाबाद से उदयपुर चित्तौडगढ़ तक विस्तार किया जाए। बोर्ड ने जबाव दिया कि प्रस्ताव पर विचार कर मुख्यालय को पत्र लिखा जाएगा।  

उदयपुर-जम्मुतवी एक्सप्रेस को वाया चण्डीगढ़, लुधियाना, अमृतसर कटरा से जोड़ा जाए, जिससे यात्री पर्यटक स्थल शिमला एवं वेष्णो देवी माताजी और अमृतसर के धार्मिक स्थल से भी उदयपुर से कनेक्ट हो, प्रस्ताव पर गंभीरता दिखाते हुए बोर्ड ने कहा कि विचार कर मुख्यालय को पत्र लिखा जाएगा