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सुहाने मौसम में पर्यटकों से गुलज़ार लेकसिटी

लेकसिटी में मानसून के लौटने के साथ प्रमुख पर्यटन स्थलों पर एक बार फिर से पर्यटकों की चहल पहल लौट आई है।
 
अभी लेकसिटी में एक दिन में तक़रीबन 4 से 5 हज़ार टूरिस्ट आ रहे है

मानूसन में झीलों की नगरी का मौसम बदलने के साथ साथ जहाँ लेकसिटी के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। वहीँ झीलों की नगरी कही जाने वाली पर्यटन नगरी उदयपुर में हल्की हवाओं के साथ ठंडक का अहसास महसूस हुआ है। 

लेकसिटी में मानसून के लौटने के साथ प्रमुख पर्यटन स्थलों पर एक बार फिर से पर्यटकों की चहल पहल लौट आई है। लेकसिटी के प्रमुख पर्यटन स्थल फतहसागर झील के किनारे मौसम का खुशनुमा मिज़ाज देखते ही बनता है। आज शहर के प्रमुख पर्यटन स्थलों पर बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचे है। पर्यटकों ने सुहाने मौसम के साथ झील किनारे घूमने, हॉर्स राइडिंग के साथ बोटिंग का भी खूब आनंद उठाया। सहेलियों की बाड़ी में एक टूरिस्ट गाइड अनूप खान पठान ने बताया की अभी लेकसिटी में एक दिन में तक़रीबन 4 से 5 हज़ार टूरिस्ट आ रहे है।  

एम.एम.ट्रेवल के पार्टनर पवन कपूर का कहना है कि कोरोना महामारी के बाद पर्यटकों का रुख एक बार फिर झीलों की नगरी में शुरु हो गया है। दिन भर में कुल 400 से 500 देसी विदेशी पर्यटक बोटिंग का आनंद लेने पहुँचते है।  अभी वर्तमान में एम् एम् ट्रेवल की 3 स्पीड बोट और 2 सामान्य बोट कोविड गाइडलाइन के तहत 50 फीसदी क्षमता के अनुरूप संचालित हो रही है। पवन कपूर ने बताया की बोटिंग से पूर्व यात्रियों को पहनाया जाने वाला लाइफ जैकेट को रेगुलर सेनेटाइज़ किया जाता है। 

एक तरफ जहाँ ख़ूबसूरत झील के किनारे पर्यटकों का ताँता लगा हुआ है वहीँ झील किनारे गन्दगी भी जमा है। जिसको साफ़ करने के लिए एक मशीन लगी हुई है। एमएम ट्रेवल के पवन कपूर ने बताया की झीलों की सफाई के लिए यूआईटी की लेक पेट्रोलिंग टीम लगी हुई है। लेकिन टूरिस्ट के साथ साथ आमजन को जागरूक होने की आवश्यकता है। लोग झील किनारे बैठ कर पानी की बोतले और खाने पीने की चीज़े, प्लास्टिक इत्यादि झील में फ़ेंक देते है जिससे झील किनारे कचरा जमा हो जाता है।