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उदयपुर में अब होंगे दो रोप-वे, नीमच माता तक सफर कराएगा | इस महीने लाइसेंस की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी

400 मीटर लंबा होगा रुट, लाइसेंस के साथ तेजी से कार्य शुरु किया जाएगा।    

 

पर्यटकों का शहर कहे जाने वाले उदयपुर को एक ओर रोप-वे मिलने वाली है। यह शहर का दूसरा रोप-वे होगा।  फतहसागर झील किनारे देवाली के छोर स्थित SIERT की पार्किंग के पास से नीमचमाता की पहाड़ी तक रोपवे की योजना को मूर्त रुप देने के लिए यूआईटी ने पूर्व में सभी प्रक्रिया पूरी कर ली।  इसके बाद फाइल जिला कलक्टर के पास एग्रीमेंट लाइसेंस के लिए गई। कलक्टर के यहां से जयपुर पर्यटन विभाग में फाइल भेजी गई, जहां से मंजूरी मिलने के बाद अब लाइसेंस की प्रक्रिया पर काम शुरु कर दिया गया है। संभावना जताई जा रही है कि इस महीने लाइसेंस की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। लाइसेंस के साथ तेजी से कार्य शुरु किया जाएगा।    

400 मीटर लंबा होगा रुट

प्रस्तावित रोप-वे देवाली छोर पर फतहसागर किनारे नीमच माता मंदिर पहाड़ी की तलहटी से मंदिर तक बनेगा। इसकी लंबाई 400 मीटर होगी। 

नीमच माता मंदिर की और बढ़ेगा पर्यटन 

नीमच माता मंदिर हज़ारों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है, जहां दर्शन करने वालों की विशेष भीड़ रहती है। इसका सबसे बड़ा फायदा बुजुर्गों को होगा क्योकिं कई बुजुर्ग सीढ़िया और चढ़ाई ज्यादा होने के कारण मंदिर नहीं जा पाते है लेकिन अब आसानी से दर्शन कर सकेंगे।   

2007 में शुरु हुआ था करणी माता रोप-वे 

करणी माता रोप-वे 2007 में शुरु हुआ था, जिससे दूधतलाई स्पेशल अट्रेशक्शन बना हुआ है यहां पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है। इस रोप वे से सीधे माछला मगरा के ऊपर ले जाते है। माछला मगरा से उदयपुर शहर का नज़ारा और गुलाबबाग का दृश्य देखा जाता है। अब यह सुविधा मिलने पर फतहसागर पर भी पर्यटक को की संख्या में इज़ाफा होगा।  इस पहाड़ी से भी उदयपुर शहर का नज़ारा देखने को मिलेगा।