उदयपुर संभाग से मुंबई के लिए पर्याप्त नहीं रेल कनेक्टिविटी
उदयपुर 4 फ़रवरी 2025। दक्षिण राजस्थान के उदयपुर संभाग से प्रतिदिन मुंबई शहर के लिए आवागमन के लिए रेल कनेक्टिविटी है ज़रूर लेकिन पर्यात बिल्कुल नहीं कही जा सकती है।
उदयपुर संभाग से मुंबई तक रेल कनेक्टिविटी बढ़ने पर न सिर्फ यहाँ के व्यापारी वर्ग बल्कि बड़ी संख्या में मुंबई में व्यवसाय कर रह लोगो, मुंबई, पुणे जैसे महनगरों में रहकर शिक्षा हासिल करने वाले छात्र वर्गों को भी फायदा मिलेगा। वहीँ मुंबई जैसे शहरों से रेल कनेक्टिविटी बढ़ने से यहाँ के पर्यटन जगत को फायदा मिलेगा। इसके अतिरिक्त मेवाड़ वागड़ के उन लोगो भी फायदा मिल सकेगा जो कि त्यौहारी और पर्यटन सीज़न में निजी ट्रेवल्स की बसों में भारी किराया चूकाते है।
संभाग के सबसे बड़े ज़िले उदयपुर से मुंबई के लिए मात्र दो ट्रेन है वह भी नियमित रूप से संचालित नहीं है। उदयपुर बांद्रा सुपरफास्ट (गाड़ी संख्या 22901/22902) स्पेशल सप्ताह में केवल तीन दिन (बुधवार/शुक्रवार/रविवार) ही संचालित होती है जबकि उदयपुर मैसूरु हमसफ़र (गाड़ी संख्या 19667/19668) सप्ताह में मात्र एक दिन (सोमवार) ही संचालित होती है। मुंबई से वापसी में इन्ही दोनों ट्रेनों का सहारा है।
वहीँ संभाग के चित्तौड़गढ़ से भी मुंबई के लिए कोई ट्रेन नियमित रूप से संचालित नहीं होती है। चित्तौडग़ढ़ से उदयपुर बांद्रा सुपरफास्ट (गाड़ी संख्या 22901/22902) सप्ताह में तीन दिन (बुधवार/शुक्रवार/रविवार), उदयपुर मैसूरु हमसफ़र (गाड़ी संख्या 19667/19668) सप्ताह में एक दिन (सोमवार), अजमेर बांद्रा सुपरफास्ट एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 12995/12996) सप्ताह में तीन दिन (मंगलवार, गुरुवार, शनिवार), जयपुर-यशवंतपुर (बेंगलुरु) सुपरफास्ट एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 20667/20668) सप्ताह में एक दिन (सोमवार) को ही संचालित होती है। जबकि जयपुर-बांद्रा सुपरफास्ट स्पेशल (गाड़ी संख्या 09723/09724) (3 अप्रैल 2025) तक सप्ताह में एक दिन (बुधवार) तथा अजमेर बांद्रा सुपरफास्ट स्पेशल (गाड़ी संख्या 09653/09654) (3 नवम्बर 2025 तक) सप्ताह में एक दिन (शनिवार) ही संचालित होती है।
इसी प्रकार संभाग के भीलवाड़ा से भी मात्र चार ट्रेन ही संचालित होती है। भीलवाड़ा से अजमेर बांद्रा सुपरफास्ट एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 12995/12996) सप्ताह में तीन दिन (मंगलवार, गुरुवार, शनिवार), जयपुर-यशवंतपुर (बेंगलुरु) सुपरफास्ट एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 20667/20668) सप्ताह में एक दिन (सोमवार) ही संचालित होती है। जबकि जयपुर-बांद्रा सुपरफास्ट स्पेशल (गाड़ी संख्या 09723/09724) (3 अप्रैल 2025) तक सप्ताह में एक दिन (बुधवार) तथा अजमेर बांद्रा सुपरफास्ट स्पेशल (गाड़ी संख्या 09653/09654) (3 नवम्बर 2025 तक) सप्ताह में एक दिन (शनिवार) ही संचालित होती है।
संभाग के वागड़ क्षेत्र के डूंगरपुर से तो मुंबई के लिए तो कोई भी ट्रेन नहीं है। जबकि वागड़ क्षेत्र के लोगो का मुंबई के लिए नियमित आवागमन होता है। बड़ी संख्या में यहाँ के निवासी व्यवासयिक गतिविधियों के मुंबई के लिए नियमित आवागमन करते है।
उदयपुर से मुंबई वाया अहमदाबाद जुड़ने पर ही मिलेगा फायदा
उल्लेखनीय है की उपरोक्त सभी रेलसेवा मध्यप्रदेश के रतलाम से गुजरात के दाहोद, वडोदरा, सूरत होकर मुंबई को जोड़ती है। जबकि उदयपुर संभाग को है मुंबई से वाया अहमदाबाद जुड़ने से अधिक फायदा मिलेगा। हालाँकि उदयपुर अहमदाबाद ब्रॉडगेज ट्रेक के असारवा जंक्शन तक विद्युतीकरण का कार्य अब पूरा हो चूका है। इसके बाद उदयपुर से असारवा ट्रेक पर इलेक्ट्रिक इंजन से रेलों का संचालन भी शुरू हो गया है। लेकिन दक्षिण भारत या मुंबई से वाया अहमदाबाद जुड़ने के लिए अभी असारवा जंक्शन से अहमदाबाद के प्रमुख स्टेशन कालूपुर ट्रेक पर चल रहे पुनर्विकास कार्य का इंतज़ार करना पड़ेगा।
असारवा से कालूपुर तक 5 किलोमीटर है रेलवे ट्रेक
पश्चिम रेलवे के अहमदाबाद के प्रमुख स्टेशन कालूपुर से अहमदाबाद के असारवा तक करीब पांच किलोमीटर ट्रेक पर अन्य छोटे स्टेशनो पर चल रहे पुनर्विकास के कार्य और कालूपुर स्टेशन पर चल रहे निर्माण कार्य के चलते कुछ प्लेटफार्म का अभी उपयोग नहीं हो रहा है। ऐसे में कालूपुर स्टेशन तक किसी नयी गाडी को नहीं ले जाया जा रहा है। आगामी कुछ महीने में इस कार्य को पूरा होने की संभावना है। इस कार्य के पूरा होने के बाद ही उदयपुर से दक्षिण भारत या मुंबई वाया अहमदाबाद ट्रेनें संचालित हो सकेगी।
उदयपुर से मुंबई के लिए टिंटोई-मोडासा हो सकता है वैकल्पिक मार्ग
अक्टूबर 2024 में राज्यसभा सांसद चुन्नीलाल गरासिया की पहल पर रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेलवे को टिन्टोई से मोडासा तक 20 कि.मी. तक नए रेल मार्ग के सर्वेक्षण के निर्देश दिए हैं।राज्यसभा सांसद गरासिया ने राज्यसभा में टिन्टोई से मोडासा तक नए रेल मार्ग तथा उसे उदयपुर रेल मार्ग से जोडने का मुद्दा उठाया था। साथ ही रेल मंत्री से व्यक्तिगत मुलाकात कर अति शीघ्र पूरा करने की मांग की थी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सांसद गरासिया को पत्र के माध्यम से अवगत कराया कि गुजरात राज्य के टिन्टोई से मोडासा तक 20 कि.मी. नये रेलमार्ग से जोड़े जाने की विस्तृत परीक्षण के लिए संबंधित निदेशालय को निर्देश दे दिये गये हैं। यदि यह रेल मार्ग उदयपुर से जुड जाए तो उदयपुर से मुंबई सीधी रेल सेवा प्रारम्भ हो सकेगी, जिससे आम जनता को अहमदाबाद से ट्रेन बदलने की जरूरत नहीं पडेगी।