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बड़ौदा MS यूनिवर्सिटी शोधकर्ताओं द्वारा बांसवाड़ा थीम आधारित पर्यटन सर्किट की पहचान

बांसवाड़ा के पर्यटन को मिलेगा अन्तर्राष्ट्रीय गौरव

 

बांसवाड़ा, 3 नवंबर 2023। महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय, बड़ौदा के भूगोल विभाग के कुछ शोधकर्ताओं ने बांसवाड़ा में थीम आधारित नए पर्यटन सर्किट की खोज की है। इस शोध कार्य से बांसवाड़ा के पर्यटन दृष्टि से विकास की संभावनाओं को बल मिलेगा।

शहर के नागर वाड़ा निवासी प्रतिभावान युवा और विश्वविद्यालय के शोधार्थी विरांच दवे के नेतृत्व में किए गए इस शोध में बांसवाड़ा जिले में पर्यटन सर्किट की पहचान करने के लिए जीआईएस तकनीक का उपयोग किया है। इस अध्ययन को भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएसएसआर), नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित किया गया है। दवे ने बताया कि आईसीएसएसआर भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय की एक संस्था है जो देश में सामाजिक विज्ञान अनुसंधान की देखरेख करती है।

इस अध्ययन के निष्कर्ष से पता चलता है कि बांसवाड़ा जिले में विभिन्न सांस्कृतिक, धार्मिक,ऐतिहासिक और प्रकृति-आधारित स्थल जो विभिन्न प्रकार के पर्यटकों को आकर्षित कर सकते हैं। शोधकर्ताओं ने बांसवाड़ा के प्रमुख पर्यटन आकर्षणों और इसके पहुंच घटक को दिखाने के लिए जीआईएस का उपयोग करके मानचित्र बनाए। यह अध्ययन भविष्य में बांसवाड़ा पर्यटन पर अनुसंधान को प्रोत्साहित करने में मदद कर सकता है। इस शोध कार्य में एमएस विश्वविद्यालय के प्रो.मुदित मानकड़ और प्रो.अमि रावल ने सहयोग किया है।

अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रकाशित हुआ शोध 

दवे ने बताया कि विश्वविद्यालय का यह शोध कार्य प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय प्रकाशन 'जर्नल ऑफ टूरिज्म इनसाइट्स' में प्रकाशित हुआ है और यह आनलाईन उपलब्ध भी है, ऐसे में इस शोध कार्य को कोई भी व्यक्ति निःशुल्क ऑनलाइन पढ़ सकता है।
 
दो पर्यटन सर्किट से मिलेगी पहचान 

बांसवाड़ा जिले के वर्तमान सड़क नेटवर्क के आधार पर अध्ययन ने दो महत्वपूर्ण पर्यटन सर्किट जैसे  माही नदी सर्किट और धार्मिक ऐतिहासिक सर्किट डिजाइन किए हैं। माही नदी सर्किट में माही नदी द्वारा बनाए गए सुंदर प्राकृतिक स्थल शामिल हैं जबकि धार्मिक ऐतिहासिक सर्किट में बांसवाड़ा जिले की सांस्कृतिक महिमा को दर्शाने वाले स्थल शामिल हैं। माही नदी सर्किट में कडेलिया वॉटरफॉल, चाचा कोटा, माहीडेम, जगमेरू हिल और कागदी को सम्मिलित किया गया है वहीं धार्मिक—ऐतिहासिक सर्किट में तलवाड़ा, त्रिपुरा सुंदरी, रामकुंड, भीमकुंड, पाराहेड़ा, अर्थुना, मानगढ़, नंदनी माता, ब्रह्मा जी और शहर के प्रमुख स्थानों को लिया गया है।