पर्यटकों से गुलज़ार झीलों की नगरी उदयपुर को अब इंतजार है विदेशी मेहमानों का
उम्मीद है कि आने वाले दिनों में विदेशी पर्यटकों की संख्या में नए साल से पहले होगा इजाफा
कोरोना काल के कारण सभी पर्यटन स्थलों पर विदेशी मेहमानों की आवक शून्य
कोविड-19 महामारी के कारण कई सेक्टर बुरी तरह से प्रभावित हुए इसमें टूरिज्म भी शामिल है। देश में लॉकडाउन की पांबदियों की ढील से घरेलू पर्यटक तो धीरे-धीरे लौट रहा है, लेकिन अब विदेशी पर्यटकों का इंतज़ार है। उदयपुर सहित प्रमुख शहरों के पर्यटन स्थलों पर पहुंच रहे देसी पर्यटकों की बढ़ती संख्या इसी बात के संकेत करती दिखाई दे रही है।
हालांकि वैश्विक महामारी के हालातों के बीच विदेशी मेहमान नहीं हैं, लेकिन हमारे पर्यटन स्थल उनकी मेहमान नवाज़ी के लिए पुरी तरह तैयार है। केंद्र सरकार ने 15 अक्टूबर से विदेशी पर्यटकों को भारत आने की अनुमति दे दी है। हालांकि यह सिर्फ ग्रुप टूरिज्म के लिए है और इसकी अनुमति सिर्फ चार्टर्ड फ्लाइट से दी गई है। वहीं 15 नवम्बर से सभी तरह से पर्यटक भारत में पर्यटन के लिए आ सकेंगे।
होटल इंडस्ट्री से लेकर स्थानीय बाजार, गाइड से लेकर पर्यटन स्थल, सभी की रंगत में चमक बढ़ती जा रही है। पर्यटन विभाग के आंकड़े स्पष्ट संकेत दे रहे हैं कि दो साल के कोरोना काल के बाद की यह दिवाली पर्यटन इंडस्ट्री के लिए बूम लेकर आ रही है। बाज़ार की रौनक इस ओर इशारा कर भी रही है।