{"vars":{"id": "74416:2859"}}

Miss Universe 2025 प्रतिनिधिमंडल ने Wildlife SOS हाथी संरक्षण केंद्र का दौरा किया

हाथियों की सुरक्षा और संरक्षण पर फोकस

 

मथुरा 30 सितंबर 2025 । मिस यूनिवर्स ग्रेट ब्रिटेन 2025 डेनिएल लैटिमर और उनके अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल ने मथुरा स्थित वाइल्डलाइफ SOS हाथी संरक्षण और देखभाल केंद्र तथा भारत के पहले हाथी अस्पताल का दौरा किया। इस दौरे का उद्देश्य संकटग्रस्त हाथियों की सुरक्षा और संरक्षण पर वैश्विक जागरूकता फैलाना था।

प्रतिनिधिमंडल में मिस यूनिवर्स ग्रेट ब्रिटेन 2025 की प्रथम उपविजेता लुइसा बर्टन, मिस वेल्स 2025 हेलेना हॉक, मिस इंटरनेशनल यूके 2025 सोफी वालेस, मिस ग्रेट ब्रिटेन 2024 एवा मॉर्गन और मिस अर्थ वेल्स 2025 एबिगेल वुड जैसी प्रमुख हस्तियाँ शामिल थीं।

हाथियों की सुरक्षा और संरक्षण पर फोकस

प्रतिनिधिमंडल ने वाइल्डलाइफ SOS के पशु चिकित्सकों और कर्मचारियों के साथ बातचीत की और जाना कि संकटग्रस्त हाथियों को कभी सड़कों पर भीख मांगने, सर्कस में प्रदर्शन करने या पर्यटन उद्योग में शोषण का सामना करना पड़ता है। वाइल्डलाइफ SOS ने अब तक 50 से अधिक हाथियों को बचाया है और उन्हें अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं और समर्पित देखभाल के माध्यम से जीवन का नया मौका दिया है।

प्रतिनिधिमंडल ने संगठन के “रिफ्यूज टू राइड” और “बेगिंग एलीफैंट कैंपेन” अभियानों के बारे में भी जानकारी प्राप्त की, जिनका उद्देश्य पर्यटकों और जनता को हाथियों की सवारी और भीख मांगने के पीछे की क्रूर वास्तविकताओं से अवगत कराना है।

प्रतिनिधिमंडल की प्रतिक्रिया

मिस यूनिवर्स ग्रेट ब्रिटेन 2025, डेनिएल लैटिमर ने कहा: “हाथियों के बारे में जानकर मेरा दिल दहल उठा। अब मुझे उनके सामने आने वाली चुनौतियों की बेहतर समझ है। वाइल्डलाइफ SOS का कार्य सराहनीय और अद्भुत है। मैं अपनी पूरी कोशिश करूँगी कि ज्यादा से ज्यादा लोग हाथियों की कहानियों को जानें और उनके साथ हो रही क्रूरता को खत्म करने में मदद करें।”

वाइल्डलाइफ SOS के सह-संस्थापक और CEO, कार्तिक सत्यनारायण ने कहा कि डेनिएल और उनके साथी न केवल सुंदरता, बल्कि सहानुभूति और नेतृत्व के आदर्श हैं।

सह-संस्थापक और सचिव गीता शेषमणि ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल ने “रिफ्यूज टू राइड” और “बेगिंग एलीफैंट” अभियानों के महत्व को समझा और अब वे इसके संदेश को वैश्विक स्तर पर फैलाने में मदद करेंगे।

एलीफ़ेंट प्रोजेक्ट-हेड कोऑर्डिनेटर शिवम राय ने कहा कि यह सहयोग अंतरराष्ट्रीय ध्यान आकर्षित करने और हाथियों के लिए आवश्यक बदलाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।