नए साल 2023 के आगाज़ होने में अब कुछ ही लम्हे बाकी रह गए है। 2022 लेकसिटी वासियो के कुछ अनूठी और मीठी याद छोड़कर जा रहा है तो कुछ ऐसे ज़ख्म भी दे गया जिसका दर्द बाकी रह गया। इस वर्ष की सुनहरी यादो में G-20 शेरपा बैठक, उदयपुर अहमदाबाद ब्रोडगेज़ पर 16 साल बाद ट्रेन का दौड़ना, कांग्रेस का चिंतन शिविर, गुलाबबाग बर्ड पार्क की शुरुआत, सेवाश्रम से सूरजपोल के बीच दो फ्लाईओवर पर यातायात की शुरुआत, हाइड्रोलिक पार्किंग है तो कड़वी यादो में कन्हैयालाल हत्याकांड, ओड़ा ब्रिज ब्लास्ट, मन्नापुरम गोल्ड लूट कांड, सुंदरवास हत्याकाण्ड जैसे दाग भी है। वहीँ मेजर मुस्तफा की शहादत ने शहर को भावुक कर दिया था।
दिसंबर माह में भारत की मेज़बानी में G-20 की पहली शेरपा बैठक ने लेकसिटी को न सिर्फ राष्ट्रीय बाकि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान दी। यह लेकसिटी के लिए वर्ष 2022 का सबसे बड़ा इवेंट साबित हुआ। इस इवेंट के सफल आयोजन का नतीजा यह रहा की मार्च 2023 में होने वाली G-20 की दूसरी बैठकभी लेकसिटी में ही प्रस्तावित है।
इसी साल मई माह में लेकसिटी में कांग्रेस का राष्ट्रीय स्तर का नव संकल्प चिंतन शिविर आयोजित हुआ जिसमे तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गाँधी समेत कांग्रेस के वर्तमान अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, गाँधी परिवार के राहुल, प्रियंका, राजस्थान, छत्तीसगढ़ के सीएम से लेकर तमाम कांग्रेस के बड़े नेताओ ने शिरकत की थी। राहुल गाँधी की चर्चित भारत जोड़ो यात्रा की रूपरेखा भी इसी शिविर में तय की गई थी।
16 साल से बहुप्रतीक्षित उदयपुर अहमदाबाद ब्रोडगेज़ लाइन इसी साल तैयार हुई। सबसे पहले इस लाइन पर जनवरी से संभाग के डूंगरपुर से असारवा तक डेमू ट्रेन शुरू की गई उसके बाद 31 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद से उदयपुर के लिए चलने वाली ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर लेकसिटी के लोगो का इंतज़ार समाप्त किया।
मई माह में सीएम गहलोत ने गुलाबबाग में राजस्थान के पहले बर्ड पार्क का लोकार्पण किया। शहर के हृदय स्थल पर गुलाबबाग में करीब साढ़े ग्यारह करोड़ रुपये की लागत वाले इस आकर्षक बर्ड पार्क का निर्माण पर्यटन विभाग, वन विभाग, नगर निगम व यूआईटी के द्वारा संयुक्त रूप से करवाया गया।
ग्रामीण पर्यटन को विश्व पटल पर ले जाने के उद्देश्य से ज़िले के कोटड़ा तहसील में इस वर्ष पहली बार ट्राइबल फेस्टिवल मनाया गया। इस महोत्सव में 7 राज्यों के आदिवासी कलाकार शामिल हुए। वहीँ इस महोत्सव में आदिवासी उत्पादों जैसे आदिवासियों के परम्परागत औज़ार, आभूषण, वेशभूषा से लेकर वन उत्पाद को विभिन्न विभागों द्वारा प्रदर्शित किया गया।
जून माह में दो आतंकियों द्वारा कायरतापूर्ण और बर्बर तरीके शहर के बीचोबीच मालदास स्ट्रीट में टेलर कन्हैयालाल की हत्याकांड से पूरा शहर सदमे में आ गया। इस मनहूस घटना से न सिर्फ नेशनल बल्कि इंटरनेशनल लेवल पर लेकिसिटी के दामन पर बदनुमा दाग लगा वहीँ शहर को कर्फ्यू, इंटरनेट बन्दी और तनाव के दौर से गुज़रने को मजबूर होना पड़ा। हालाँकि पुलिस ने हत्याकांड के बाद कुछ ही घंटो में पुलिस ने हत्यारो को गिरफ्तार कर लिया। अभी इस केस की छानबीन कर रही NIA ने आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट भी दाखिल कर दी है।
इसी वर्ष 20 नवंबर को उदयपुर अहमदबाद ब्रोडगेज़ लाइन पर स्थित ओड़ा ब्रिज पर ब्लास्ट की घटना ने पूरे शहर को हिला के रख दिया था। G-20 के बड़े इवेंट के पहले हुई इस घटना से एक बार फिर लेकसिटी की बदनामी हुई। हालाँकि यहाँ भी स्थानीय पुलिस, एनआईए और एटीएस ने बहुत ही जल्दी घटना का पटाक्षेप कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गनीमत रही की इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई।
1 जून को शहर के सुंदरवास इलाके में आरोपी ने दिन दहाड़े घर में घुस कर महिला को गोली मारी थी। मामले की तफ्तीश के दौरान मृतक महिला और आरोपी द्वारा पूर्व में रिश्ता होने और फिर घर वालों द्वारा रिश्ते से मना कर देने से हुई नाराजगी सामने आया था। इस मामले में मुख्य आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है।
अगस्त माह में लेकसिटी के दामन पर एक और दाग लगा जब सशस्त्र लुटेरों ने प्रतापनगर में मण्णपुरम गोल्ड फाइनेंस की शाखा में धावा बोलकर करोडो के सोने के जेवरात के लूट की घटना को अंजाम दिया। इस घटना में मात्र दो की गिरफ्तारी हुई है। मुख्य आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है।
नवम्बर माह में ज़िले के गोगुन्दा तहसील में एक तांत्रिक ने युवक युवती को फेवीक्विक से चिपका कर नृशंस तरीके से हत्याकांड को अंजाम दिया था। इस मामले में तांत्रिक को गिरफ्तार कर लिया गया।
ठीक एक सप्ताह पहले 24 दिसंबर को RPSC सेकंड ग्रेड टीचर भर्ती परीक्षा का पेपर लीक केस कांड ने भी लेकसिटी को बदनाम किया जबकि जीके की परीक्षा भी रद्द करनी पड़ी । ज़िले के बेकरिया थाना क्षेत्र से पुलिस ने एक बस में पेपर साल्व्ड कर रहे 44 लोगो को गिरफ्तार किया था। इस मामले में लगातार गिरफ्तरिया जारी है।
21 अक्टूबर को अरुणाचल प्रदेश के सियांग ज़िले में मिलिट्री हेलिकॉप्टर क्रेश होने से उदयपुर निवासी मेजर मुस्तफा ज़कीउद्दीन बोहरा की शहादत से पूरा शहर ग़मगीन हो गया। शहीद मेजर मुस्तफा बोहरा उदयपुर के ही खांजीपीर स्थित बोहरा कब्रिस्तान में दफनाया गया जहाँ शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए न सिर्फ बोहरा समुदाय बल्कि सभी समाज वर्ग के लोग उमड़ पड़े।
इस वर्ष अमराई घाट भी वर्ष भर चर्चा में रहा है कभी निर्धारित प्रवेश शुल्क से अधिक शुल्क लेने का मामला सामने आया तो कभी मोबाईल के नाम पर लूट का मामला सामने आता रहा। जिसका समय समय पर उदयपुर टाइम्स ने मुद्दा उठाया। ठेकेदार को तीन तीन नोटिस मिलने के बाद और मीडिया में मामले उजागर होने और जनप्रतिनिधियों के विरोध के बावजूद भी ठेकेदार के कारनामे बदस्तूर जारी है।
इसी प्रकार कभी राजनैतिक प्रदर्शन, गहमागहमी, विवादस्पद बयानों, विरोध प्रदर्शन, हेलमेट और यातायात नियमो की सख्ती और कोरोना काल के बाद तीज त्यौहारो की धूम में यह वर्ष कब बीत गया पता ही नहीं चला।
इस बीच कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद उपजे तनाव के बीच शांतिपूर्वक रथयात्रा का आयोजन, ईद की नमाज़ के दौरान प्रशासनिक सजगता का बेहतरीन प्रयास और महाकाल की यात्रा के दौरान मुस्लिम समुदाय द्वारा पुष्प वर्षा और ताज़िये में लगी आग को हिन्दू परिवार द्वारा बुझाने की घटना ने मेवाड़ के आपसी भाईचारे और साम्प्रदायिक सौहार्द्र की परम्परा को कायम रखा।
वहीँ नीमच माता मंदिर पर रोपवे के शुरुआत की कवायद, चर्चित टाइगर टी-24 का निधन, एडवेंचर टूरिज्म की शुरआत, लेकसिटी में आने वाले पर्यटकों की रिकॉर्ड तोड़ आवाजाही, लेकसिटी में वर्ष भर पर्यटकों के साथ सेलिब्रिटी के आने जाने, सेवाश्रम फ्लाई ओवर, एयरपोर्ट बस सर्विस की शुरुआत, जयसमंद, कोटड़ा, देवला और झाड़ोल में ग्रामीण शिल्पग्राम शुरू करने की कवायद, शहर से अतिक्रमण हटाने और पुराने शहर में ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर साल भर चर्चित मुद्दे रहे।
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