उदयपुर 7 दिसंबर 2019। खादी एवं ग्रामोद्योग सचिव जयपुर के हरिमोहन मीणा ने कहा कि खादी संस्थाओं द्वारा खादी उत्पाद में किये जा रहे नवीन शोध के चलते जहाँ युवाओं में क्रेज बढ़ रहा है वहीं भारत व राज्य सरकारों द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं के माध्यम संस्थाओं द्वारा किये जा रहे उत्पादन में वृद्धि कर उसकी लागत घटानें पर विचार किया जा रहा है ताकि खादी को हर तबका अपना सकें।
वे आज राजस्थान खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड जयपुर की ओर से संभाग कार्यालय जिला उद्योग केन्द्र के माध्यम से टाउनहाॅल में आज से प्रारम्भ हुई संभाग स्तरीय 16 दिवसीय खादी एवं ग्रामोद्योग प्रदर्शनी के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे। उन्होेंने कहा कि खादी संस्थायें जिन्स जैसे प्रोडक्ट लाने पर विचार कर रही है ताकि युवाओं को खादी संस्थाओं को और अधिकाधिक रूप से जोड़़ा जा सकें। खादी संस्थाओं द्वारा ईको फ्रेन्डली खादी का भी निर्माण किया जा रहा है।
उन्होेंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा दी गई छूट के चलते गत 1 अप्रेल से 1 अक्टूबर तक खादी संस्थाओं ने राज्य में 12.78 करेाड़ की तथा राज्य सरकार द्वारा छूट को बढ़कर 50 प्रतिशत किये जाने के बाद मात्र अक्टूबर माह में ही खादी की बिक्री 24 करोड़ पार कर गई। इतनी बिक्री तो आज तक राजस्थान में कभी नहीं हुई। खादी निर्माण में काम आने संसाधनों में अब कुछ नवीनता लाये जाने का प्रयास किया जा रहा है। लघु खादी परियोजना के तहत संस्थाओं की सहायता की जा रही है।
इस अवसर पर जिला उद्योग केन्द्र के पूर्व खादी उप निदेशक प्रकाशचन्द्र गौड ने बताया कि गत 35 वर्षो से उदयपुर में खादी प्रदर्शनी लगायी जा रही है। खादी संस्थाओं ने अपने उत्पादों की गुणवत्ता में काफी सुधार किया है। इस प्रदर्शनी में 2500 से अधिक की खरीद पर 350 रूपयें का गिफ्ट हेम्पर दिया जा रही है। प्रदर्शनी में राजस्थान खादी के उत्पादों पर 50 प्रतिशत तथा राज्य से बाहर की खादी के उत्पादों पर 15 प्रतिशत की छूट दी जा रही है।
राजस्थान आदिम जाति सेवक संघ जयपुर के अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण पण्ड्या ने कहा कि टेक्सटाईल में निर्मित होने वाले वस्त्रों से चर्म रोगों में वृद्धि हुई है लेकिन खादी के वस्त्र पहनने से किसी भी प्रकार से ये रोग नहीं होते है। राजस्थान के इतिहास में पहली बार खादी पर 50 प्रतिशत छूट दी जा रही है ताकि खादी को बढ़़ावा मिले। भारत सरकार को भी खादी को जीएसटी से मुक्त रखा जाना चाहिये ताकि खादी को बढ़ावा मिलें। खादी को नरेगा से जोड़़ा जाना चाहिये ताकि रोजगार व खादी उत्पादन में वृद्धि हो सकें।
इस अवसर पर ग्रामोद्योग विकास मण्डल देवगढ़ के अध्यक्ष जीतमल कच्छारा, नव निर्माण संघ के अध्यक्ष राजेन्द्र बया ने कहा कि देश में 2500 खादी संस्थायें काम कर रही है। प्रारम्भ में अतिथियों ने माॅली खोलकर प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। कार्यक्रम पश्चात सभी अतिथियों ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कार्यक्रम में प्रदर्शनी संयोजक गुलाबसिंह गरासिया, पप्पू खण्डेलवाल सहित अनेक अधिकारी मौजूद थे।
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