निवेशकों के मन में दो महीने पहले स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट हुए Paytm के शेयर में निवेश करने को भले ही कई सवाल उठ रहे हैं, लेकिन कई बड़ी इक्विटी ब्रोकिंग रिसर्च एजेंसियों का मानना है कि कई ठोस वजह अभी भी निवेश के लिए पेटीएम पर नजर डालने को मजबूर कर रही हैं। खासतौर पर हाल में घोषित तीसरी तिमाही के लिए जारी Paytm के वित्तीय नतीजों की वजह से, जिसमें कंपनी ने अपनी टॉपलाइन में पिछले साल के मुकाबले 89 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है।
आमतौर पर शेयर बाजार के लिए कुछ मशहूर कहावतों पर गौर करने को कहा जाता है, मसलन निचले दामों पर खरीदो और ऊंचे पर बेचो। निवेश वहां करो जहां दूसरों को डर लगे। शेयर में 50 प्रतिशत से अधिक की गिरावट हो तो समझिए यह खरीदने का वक्त है। अथवा सावधानी से निवेश करना हो तो लीडर के साथ जाना बुद्धिमानी है। बीते दो महीने में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत उथल-पुथल हुई है। फेडरल रिज़र्व ने अपनी नीति को कसा है और यूक्रेन को लेकर अमेरिका और रूस में तनातनी रही, जो अंततः यूक्रेन पर रूस के हमले में बदल गई। इन वजहों से बड़ी संख्या में शेयरों की कीमत में शेयर बाजार में 10-30 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है। बावजूद इसके गोल्डमैन सैख्स जैसी ब्रोकिंग एजेंसियां Paytm अपग्रेड कर ‘खरीद’ सूची में रख रही हैं। गोल्डमैन सैख्स ने यह कदम कंपनी में ग्रोथ की मज़बूत संभावनाओं को देखकर उठाया है। रिपोर्ट में एजेंसी ने PayTM को लेकर अपने टारगेट प्राइस को संशोधित करते हुए रु. 1,460 किया है जो मौजूदा कीमत से करीब 53 प्रतिशत अधिक है।
एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक UPI और गैर UPI पेमेंट वर्ग में Paytm की बाजार हिस्सेदारी में वृद्धि का रुख जारी रहेगा। साथ ही कंपनी के लेंडिंग बिज़नेस में भी तेज़ वृद्धि की गुंजाइश बनी हुई है। एजेंसी का मानना है कि Paytm वित्तीय सेवाओं की बाज़ार हिस्सेदारी में कमी की आशंकाएं सही नहीं हैं, बल्कि इसमें अभी ग्रोथ की संभावना है।
देश की अग्रणी डिजिटल पेमेंट एवं वित्तीय सेवा कंपनी, PayTM में कई बड़ी इक्विटी रिसर्च एजेंसियों ने सकारात्मक रुख दर्शाया है जो ये कंपनी की ग्रोथ को लेकर आशान्वित हैं। गोल्डमैन सैख्स का मानना है कि Paytm न केवल अपनी बाज़ार हिस्सेदारी बढ़ाएगा बल्कि जल्दी ही मुनाफा भी अर्जित करने लगेगा। एजेंसी के मुताबिक इसकी वजह यह है कि पेटीएम सभी तरह के बाजारों में मौजूद है और इनमें से कई बाजारों में अगले पांच साल में 20 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है। पेटीएम इन बाजारों में डिजिटल पेमेंट की हिस्सेदारी हासिल करने के लिए उपयुक्त स्थिति में है और डिजिटल फाइनेंशियल सेक्टर में अपने मजबूत नेटवर्क की वजह से PayTM अपने प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले तेज़ी से आगे बढ़ने में सक्षम है।
Paytm की रेटिंग में सुधार के लिए एजेंसी ने कई वजहों को गिनाया है। पेमेंट वर्टिकल में बाज़ार हिस्सेदारी में वृद्धि जारी रहेगी और कंपनी की रेवेन्यू हासिल करने की दर उम्मीद से बेहतर रहेगी। कंपनी के लेंडिंग बिज़नेस में ग्रोथ की संभावना है। वित्त वर्ष 2021-22 से 2025-26 की अवधि में रेवेन्यू में 72 प्रतिशत की मजबूत ग्रोथ की संभावना है। पर्सनल लोन की श्रेणी में कंपनी का Paytm पोस्टपेड (Buy Now Pay Later) बिज़नेस ग्रोथ में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। कंपनी के लोन बिज़नेस में मर्चेंट लैंडिंग में लोन का टिकट साइज़ बढ़ रहा है। कारोबारियों में एक बार लोन चुकाने के बाद फिर से Paytm से लोन लेने की संख्या बढ़ी है। अधिक कारोबारी ऐसे हैं जिन्होंने से एक से अधिक बार लोन लिया है।
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