उदयपुर 24 फरवरी 2025। डाकघर के माध्यम से कोई भी कारोबारी विश्वभर में सामान निर्यात कर सकता है। यह सेवा छोटे और मंझले कारोबारियों को निर्यात करने में मदद करती है।
प्रवर अधीक्षक अक्षय भानुदास गाडेकर ने बताया कि डीएनके सेवा के माध्यम से कोई भी व्यक्ति अपने उत्पाद को अंतरराष्ट्रीय बाजार तक पहुंचा सकता है। डाकघर निर्यात केंद्र का मकसद, विदेशों में सामान भेजने वाले निर्यातकों को कस्टम से जुड़ी समस्याओं व अन्य परेशानियों से बचाना है। इस सुविधा से निर्यातकों के समय और पैसे दोनों की बचत होती है।
उन्होंने बताया कि डाक निर्यात केंद्र सेवा से निर्यातकों को निर्यात लेनदेन और भुगतान पर बेहतर नियंत्रण मिलता है। इसके साथ-साथ निर्यातकों को सहायता और मार्गदर्शन भी मिलता है। इलेक्ट्रॉनिक कस्टम क्लियरेंस की सुविधा भी मिलती है। डाकघर निर्यात केंद्र, निर्यातकों और अंतर्राष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स एग्रीगेटर्स की मदद करता है।
यह है प्रोसेस
प्रवर अधीक्षक गाडेकर ने बताया कि डाक निर्यात केंद्र सेवा के लिए पीबीई फॉर्म भरने और दाखिल करने के लिए, सीमा शुल्क विभाग की अधिसूचनाओं का पालन करना होता है। बैंक खाता विवरण सही देना होता है, ताकि समय पर आईजीएसटी रिफंड मिल सके। डाक निर्यात केंद्र से माल निर्यात करने के लिए निर्यातक के पास वैध आयात- निर्यात कोड (आईई कोड) होना चाहिए। डाकघर निर्यात केंद्र से सामान भेजने के लिए, आपको इंडिया पोस्ट की वेबसाइट से पंजीकरण कराना होता है, पंजीकरण के बाद, आपको अपने उत्पाद पर जीएसटी नंबर और आधार कार्ड की फोटोकॉपी चिपकानी होती है।
डाकघर निर्यात केंद्र से सामान भेजने के लिए, आपको पोस्टल बिल ऑफ़ एक्सपोर्ट (पीबीई) भरना होता है। कस्टम विभाग से इलेक्ट्रॉनिक अप्रूवल मिलती है। पार्सल की बीमा कराने की सुविधा भी मिलती है। बुकिंग हेतु प्रधान डाकघर उदयपुर, चेतक सर्कल एवं प्रधान डाकघर कांकरोली और शास्त्री सर्कल उपडाकघर, उदयपुर में विशेष काउंटर खोला गया है।
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