यूसीसीआई में व्यावसायिक रणनीति पर सेमिनार का आयोजन


यूसीसीआई में व्यावसायिक रणनीति पर सेमिनार का आयोजन
 

बिजनेस की सफलता में व्यावसायिक रणनीति सबसे महत्वपूर्ण: संजय सिंघल
 
यूसीसीआई में व्यावसायिक रणनीति पर सेमिनार का आयोजन
उदयपुर चेम्बर ऑफ़ काॅमर्स एण्ड इण्डस्ट्री द्वारा यूसीसीआई भवन के पायरोटेक टेम्पसन्स सभागार में व्यावसायिक रणनीति पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में सिक्योर मीटर्स के संजय सिंघल मुख्य वक्ता थे। संजय सिंघल ने व्यावसायिक रणनीति विषय पर अपने सम्बोधन में प्रतिभागियों को विभिन्न जानकारी दी

उदयपुर 18 दिसम्बर 2019। “बिजनेस को आगे ले जाने में व्यावसायिक रणनीति बहुत जरूरी है। यदि आप अपने व्यावसाय की रणनीति तैयार करते हुए उसे अमल में लाते हैं तो भविष्य में आपके व्यवसाय में चमत्कारिक परिवर्तन आ सकते हैं।’’ उपरोक्त विचार संजय सिंघल ने यूसीसीआई में व्यक्त किये। 

उदयपुर चेम्बर ऑफ़ काॅमर्स एण्ड इण्डस्ट्री द्वारा यूसीसीआई भवन के पायरोटेक टेम्पसन्स सभागार में व्यावसायिक रणनीति पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में सिक्योर मीटर्स के संजय सिंघल मुख्य वक्ता थे। संजय सिंघल ने व्यावसायिक रणनीति विषय पर अपने सम्बोधन में प्रतिभागियों को विभिन्न जानकारी दी

संजय सिंघल ने कहा की आमतौर पर स्ट्रेटेजी या रणनीति शब्द का प्रयोग मिलिट्री आपरेन्शस में होता है। व्यवसाय में रणनीति से तात्पर्य भविष्य की रूपरेखा बनाने हेतु किया जाता है। ठेले पर रखकर सामान बेचने वाले से लेकर बडे औद्योगिक समूह तक के लिये व्यावसायिक रणनीति का होना जरूरी है।

उन्होंने कहा की व्यावसायिक रणनीति तैयार करने में व्यवसाय के प्रमुख संचालकों का होना जरूरी है। व्यवसाय का प्लान कोई और बनाये और उस व्यावसायिक प्लान को लागू कोई और करे तो व्यावसायिक रणनीति सफल नहीं होगी। आज ज्यादातर व्यवसायी अपने व्यवसाय के भविष्य के बारे में इस कारण नहीं सोच पाते क्योंकि वे रूटीन व्यावसायिक गतिविधियों में इतना अधिक उलझे रहते हैं कि वे इस हेतु समय ही नहीं निकाल पाते। 

आप बिजनेस में आज कहां पर हैं और अपने बिजनेस को कहां तक ले जाना चाहते हैं, सबसे पहले यह तय करें। अपने व्यवसाय की वर्तमान स्थिति का सही आकलन करें। अपने बिजनेस का वास्तविक धरातल पर किये गये आकलन एवं अपनी क्षमता के अनुसार भविष्य की रणनीति तैयार करें। रणनीति तैयार करते समय बिजनेस के आन्तरिक एवं बाहरी कारकों को ध्यान में रखें।

संजय सिंघल ने कहा की अपने ग्राहक को कभी हल्के से न ले और हाथ से नहीं जाने दवें। ग्राहक को खोने का अर्थ व्यवसाय में नुकसान उठाना है जिसकी भरपाई संभवतः संभव नहीं है। यदि अपने उत्पाद अथवा सेवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करना चाहते है तो प्रत्येक प्रक्रिया आपके नियंत्रण में होनी चाहिए। इसके लिये आपको योजनाबद्ध प्रक्रिया तैयार करनी होगी। व्यवसाय में उपयुक्त कर्मचारी को नौकरी पर रखने के साथ प्रशिक्षण प्रदान कर ऐसा वर्क कल्चर तैयार करें जिससे आपके उत्पाद अथवा सेवा की ब्रांड ईमेज बन सके। 

सेमिनार में वरिष्ठ उपाध्यक्ष हेमन्त जैन, मनीष गोधा, धर्मेश गोधा, दक्ष मेहता, श्रीमति शिल्पा बापना, श्रीमति हसीना चक्कीवाला, डाॅ. देवाश्री छापरवाल, सुश्री शिवानी सिंघल, श्रीमति दिव्या शर्मा, श्रीमति अनुश्री लुणावत, श्रीमति नेहा शक्तावत, श्रीमति अराधना कारवा, श्रीमति हीना खतूरिया, श्रीमति रूचिका गोधा, श्रीमति निधि शाह, श्रीमति कनिका सांघी, श्रीमति मेघना गुप्ता, श्रीमति अनीता गुरानी, श्रीमति नैना भूषण, श्रीमति विधि बया आदि प्रतिभागियों ने भाग लिया। 

कार्यक्रम के अन्त में उपाध्यक्ष हेमन्त जैन ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।

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