खनन संबंधी विभिन्न समस्याओं का लेकर दो दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार प्रारम्भ


खनन संबंधी विभिन्न समस्याओं का लेकर दो दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार प्रारम्भ
 

खनन व निर्माण क्षेत्र में श्रम व लागत कम करने बढ़ रहा एक्प्लोसिव का उपयोग
 
खनन संबंधी विभिन्न समस्याओं का लेकर दो दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार प्रारम्भ
माइनिंग इंजीनियर्स एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया,राजस्थान चेप्टर उदयपुर,खान एवं भू-विज्ञान विभाग राजस्थान सरकार एवं उदयपुर चेम्बर ऑफ़ काॅमर्स एण्ड इन्डस्ट्रीज़ के संयुक्त तत्वावधान में खनन विस्फोटक (एक्सप्लोसिव) व पेट्रोलियम पदार्थो की विभिन्न समस्याओं से संबंधित विषयक दो दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार 

दयपुर। संभागीय आयुक्त व आरएसएमएम लिमिटेड के प्रबन्ध निदेशक विकास एस.भाले ने कहा कि भूमि में दबे पड़े मिनरल्स की जनमानस के उपयोग में बढ़ती हुई मांग से विश्व के औद्योगिक क्षेत्र में विस्फोटक की मांग बढ़़ी है। वे आज माइनिंग इंजीनियर्स एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया,राजस्थान चेप्टर उदयपुर,खान एवं भू-विज्ञान विभाग राजस्थान सरकार एवं उदयपुर चेम्बर ऑफ़ काॅमर्स एण्ड इन्डस्ट्रीज़ के संयुक्त तत्वावधान में खनन विस्फोटक (एक्सप्लोसिव) व पेट्रोलियम पदार्थो की विभिन्न समस्याओं से संबंधित विषयक दो दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। 

उन्होंने कहा कि खनन एवं निर्माण क्षेत्र में श्रम व लागत में कमी करने हेतु विस्फोटक के उपयोग में निरन्तर वृद्धि हो रही है। उन्होंने बताया कि अमोनियम नाईट्रेट की कीमतों में उतार-चढ़ाव,विस्फोटक उपयोग, लाईसैंसिंग,स्टोरेज इत्यादि के कठोर अधिनियम विस्फोटक के विश्व बाजार में मुख्य मजबूरी है। उन्होंने कहा कि वेबिनार की अनुशंसाए उन्हें भेजी जाय,ताकि उचित स्तर पर निस्तारण हेतु सरकार को प्रेषित की जा सकें।

समारोह के विशिष्ठ अतिथि खान एवं भू-विज्ञान विभाग के निदेशक डाॅ. के.बी.पण्ड्या ने कहा कि विस्फोटक (एक्सप्लोसिव) के लाईसैंस प्रक्रिया काफी जटिल है,जिसे सरलीकरण की आवश्यकता है,साथ ही विस्फोटकों के दुरूपयोग रोकने की आवश्यकता है। जैसा की अभी लेबनान की राजधानी बेरूत में हुआ है। खान एंव भू-विज्ञान विभाग में नवाचारों के उपयोग में हम सभी ध्यान देंगे।

समारोह के विशिष्ठ अतिथि खान एवं भू-विज्ञान विभाग के निदेशक डाॅ. के.बी.पण्ड्या ने कहा कि विस्फोटक (एक्सप्लोसिव) के लाईसैंस प्रक्रिया काफी जटिल है,जिसे सरलीकरण की आवश्यकता है,साथ ही विस्फोटकों के दुरूपयोग रोकने की आवश्यकता है। जैसा की अभी लेबनान की राजधानी बेरूत में हुआ है। खान एंव भू-विज्ञान विभाग में नवाचारों के उपयोग में हम सभी ध्यान देंगे। उदयपुर चेम्बर ऑफ़ काॅमर्स एण्ड इन्डस्ट्रीज के अध्यक्ष रमेश सिंघवी ने कहा कि विस्फोटक के विनाशकारी परिणाम में लेबनान में देखने को मिले है। इन्हें माइनिंग में सुरक्षापूर्वक उपयोग की आवश्यकता है।

इससे पूर्व चेप्टर चेयरमेन प्रो. डाॅ. एस.एस.राठौड़ ने सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए एमईएआई उदयपुर चेप्टर की गतिविधियों पर प्रकाश डाला। डाॅ. एस.सी.जैन व डाॅ. आर.डी.सक्सेना ने वेबिनार के आयोजन की रूपरेखा व आवश्यकता के बारें में प्रकाश डाला।

वेबिनार की अध्यक्षता करते हुए माइनिंग इंजीनियर्स एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष एस.के.पटनायक ने कहा कि उदयपुर चेप्टर का आयोजन सराहनीय कदम है,जो कि खनन उद्योग की ज्वलंत समस्या है। एमईएआई के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आर.पी.गुप्ता ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर संस्था द्वारा आयोजित की जा रही गतिविधियों की जानकारी दी। विस्फोटेक मेगजीन को मेनेज करने के बारें में जानकारी दी।

खान मालिकों की ओर से यूसीसीआई के खनन प्रभाग के चेयरमेन मांगीलाल लुणावत ने कहा कि जिलाधीश द्वारा आठ विभागों को एक्सप्लोसिव लाईसैंस की प्रार्थना पत्र को एनओसी हेतु भेजा जाता है और वहंा से एनओसी मांगवाया जाता है लेकिन वह आ नहीं पाती है और फिर वह अवैध तौर पर विस्फोटक को खरीदना पड़ता है। अतः इसकी अनुमति के लिये ख्उाान सुरक्षा विभाग या भारतीय खान ब्यूरो को अधिकृत किया जायें ताकि एक्सप्लोसिव अनुमति शीघ्र मिल जायें। यदि जिलाधीश के पास भी यदि अनुमति का अधिकार रहता है तो विभिन्न विभागों से जो एनओसी आती है उस समयबद्ध कर दिया जाय ताकि विस्फोटक का लाइसेंस मिल सकें।

की-नोट स्पीकर जयपुर के कन्ट्रोलर ऑफ़ एक्सप्लोसिव अजय सिंह ने विस्फोटक के भण्डारण,उपयोग, अधिनियम पर विस्तार से चर्चा की।  उन्होंने विश्व में अन्य देशों में विस्फोटक के उपयोग, भण्डारण के बारें में भी बताया। अन्य की-नोट स्पीकर जयनारायण व्यास वि.वि. के  पूर्व डीन सुशील भण्डारी ने कहा कि ब्लास्टिंग तकनीक पर उनका 52 वर्ष का गहरा अनुभव रहा है। उन्होंने बताया कि भारत, आस्ट्रेलिया व अन्य कई देशों में ब्लास्टिंग सलाहकार लगे हुए है।

हिंदुस्तान ज़िंक लिमिटेड के उप महाप्रबन्धक एस.के.वशिष्ठ ने सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों के प्रति आभार ज्ञापित किया। संचालन एमईएआई के सचिव मधुसूदन पालीवाल ने किया।

\तकनीक सत्र

उद्घाटन पश्चात प्रथम तकनीक सत्र में पंाच पेपरों का वाचन हुआ। जिसमें आर.डी.सक्सेना  ने विस्फोटक लाईसैंसः विधि एवं समस्याएं विषय पर विभिन्न आयामों को छुआ और सारगर्भित सम्प्रेषण किया।स्मार्टकेम टेक्नोलोजी पूणे के उप महाप्रबन्धक ललित के.अग्रवाल ने एनफो एक लागत प्रभावी व नवाचारी ब्लास्टिंग हल खदानों के लिये  विषय पर पत्र वाचन किया। सत्र में नेशनल मिनरल डवलपमेन्ट कोरपोरेशन के खनन महाप्रबन्धक हेमन्त कुमार, खनन अभियन्ता चाँद चांदना, आदित्य सीमेंट वर्क्स के विजय कुमार माली, नवलकिशोर शर्मा, कमल नयन पालीवाल ने अपने-अपने पत्रों का वाचन किया।
 

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