गिट्स में एनहेंसिंग ह्यूमनेस इन फ्यूचर जनरेशन साइबर फिजीकल सिस्टम पर एक्सपर्ट टॉक


गिट्स में एनहेंसिंग ह्यूमनेस इन फ्यूचर जनरेशन साइबर फिजीकल सिस्टम पर एक्सपर्ट टॉक

साईबर फिजिकल सिस्टम आधुनिक सोसायटी का भविष्य हैं-डॉ. हिना राठौड

 
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आज मानव जीवन एवं कम्प्यूटर एक सिक्के के दो पहलू हो चुके हैं। संसार का हर मनुष्य किसी न किसी रूप में कम्प्यूटर का प्रयोग कर रहा हैं। ऑफिस के साथ-साथ अब यह अपने व्यवहारिक जीवन से जुडते जा रहा हैं। कम्प्यूटेशन और भौतिक प्रक्रियाओं के एकीकृत करने में साईबर फिजीकल प्रणाली एक नई ताकत के रूप में उभर रहा हैं। 

इस उभरती तकनीक को व्यवहारिक रूप से समझने एवं समझाने के लिए गीतांजली इन्स्टिटियूट ऑफ टेक्नीकल स्टडीज डबोक उदयपुर (गिट्स) उदयपुर के कम्प्यूटर साईंस इन्जिनियरिंग विभाग के तत्वाधान में ‘‘एनहेंसिंग ह्यूमनेस इन फ्यूचर जनरेशन साइबर फिजीकल सिस्टम (Enhancing Humanness in Future Generation Cyber Physical System) पर एक दिवसीय एक्सपर्ट टॉक का आयोजन किया गया। इस एक्सपर्ट टॉक में टेक्सास यूनिवर्सिटी यू.एस.ए. की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. हिना राठौड ने मुख्य वक्ता के तौर पर भाग लिया। 

संस्थान के निदेशक डॉ. एन. एस. राठौड ने साईबर फिजीकल प्रणाली पर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि भारत में यह तकनीक शुरूआति दौर में है जबकि विकसित देशों में यह तकनीक व्यवहारिक जीवन में बडे स्तर पर प्रयोग की जा रही हैं। मनुष्य कहीं न कहीं मशीन की कार्यप्रणाली पर निर्भर होता जा रहा हैं। ऑफिस के साथ-साथ घरेलू कार्यो में मशीन का प्रयोग अपनाता जा रहा हैं। ऐसे में मुख्य समस्या यह हैं कि हम अपने आवश्यकतानुसार रोबोट तो बना लेंगे लेकिन उसमें भावनात्मकता, मानवता एवं आध्यात्मिकता कहां से लायेंगे। यह दूनिया की सबसे बडी चुनौती हैं। क्योंकि मानवता ही ऐसी चीज है जो हमें मशीनों से अलग करती हैं। इन्हीं सब बातों पर प्रकाश डालने के लिए टेक्सास यूनिवर्सिटी यू.एस.ए. की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. हिना राठौड ने मुख्य वक्ता के रूप में आंमत्रित किया गया। 

मुख्य वक्ता डॉ. हिना राठौड ने बताया कि साईबर फिजीकल प्रणाली के मुख्य घटक साईबर नेटिक्स, मेकोट्रोनिक्स, डिजाइन एवं एम्बेडेड सिस्टम, आई.ओ.टी., बिग डेटा और आर्टिफिशियल इन्टेलीजेंस के साथ-साथ कम्प्यूटर आधारित एल्गोरिथम हैं। इन्हीं घटकों का प्रयोग करके मशीनों में भावनात्मकता, मानवता एवं आध्यात्मिकता डालने की कोशिश की जा रही हैं। जिसका उपयोग कृषि, जल, ऊर्जा परिवहन (ड्राइवर रहित कार), बुनियादी ढांचे के विकास, सुरक्षा एवं स्वास्थ्य आदि के क्षेत्र में नवाचार लाने के लिए किया जायेगा। क्योंकि आने वाला युग मशीनों का युग हैं। साईबर फिजिकल सिस्टम आधुनिक सोसायटी का भविष्य हैं। 

धन्यवाद ज्ञापन कम्प्यूटर साईंस इन्जिनियरिंग विभागाध्यक्ष डॉ. मंयक पटेल द्वारा किया गया, तथा संचालन छात्रा हितांशी द्वारा किया गया। इस अवसर पर वित्त नियंत्रक बी.एल. जांगिड सहित पूरा गीतांजली परिवार भविष्य में आने वाली तकनीक से रूबरू हुए।
 

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