सभी देशों में फैलने वाला कोरोना वायरस और लाखों लोगों को संक्रमित करने वाले कोरोना वायरस को अब यूनिवर्सिटीज, बोर्ड और स्कूल पाठयक्रम में शामिल किया जाएगा।
पहले जहां एड्स,स्वाइन फ्लू और अन्य बीमारियों को पाठयक्रम का हिस्सा बने ठीक उसी तरह कोरोना वायरस को भी पाठयक्रम में शामिल किया जाएगा। विद्दार्थी और शोधार्थी भविष्य में अध्धयन कर सकेगें। अमेरिका, इटली, स्पेन, और भारत,समेत अन्य देशों में हालात बहुत खराब है।
कोरोना वायरस संक्रमण बचाव का टीका या दवा बनाने को स्टडी को लेकर विशेषज्ञ, शिक्षक और शोधार्थी अध्धयन में जुटे है। भारत में उच्च स्तरीय संस्थानों में कामकाज हो रहा है। वहीं कोरोना वायरस से भारत भी प्रभावित है। इस महामारी में वृहद अध्धयन और शोध की संभवानाएं है।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय इसे नियमित कोर्स का हिस्सा बनाने की तैयारी में है। एनसीआरटी, सीबीएसई, यूजीसी और अन्य संस्थाओं के विशेषज्ञ इस पर शोध कर सकेंगे।
By Alfiya Khan
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