भारतीय जैन संघटना का राष्ट्रीय अधिवेशन 17-18 दिसंबर को उदयपुर में

भारतीय जैन संघटना का राष्ट्रीय अधिवेशन 17-18 दिसंबर को उदयपुर में

100 जिलों की झांकियों पर आधारित विशाल वाटर रैली निकलेगी

 
BJS
बीजेएस संगठन नहीं एक विचारधारा है : लूंकड़

उदयपुर 15 दिसंबर 2022। झीलों की नगरी उदयपुर में 17-18 दिसंबर को आयोजित हो रहे भारतीय जैन संघटना के राष्ट्रीय अधिवेशन की तैयारियों को जोर शोर से अंतिम रूप दिया जा रहा है। भारतीय जैन संघटना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेन्द्र लूंकड़ ने प्रेसवार्ता में बताया कि बीजेएस एक संगठन नहीं वरन विचार धारा है। 37 वर्षों के अपने इतिहास में मुख्य रूप से आपदा प्रबंधन, सामाजिक विकास और शैक्षणिक कार्यों के सम्बन्ध में राष्ट्रीय स्तर पर कार्य किए है। संगठन का मुख्य आधार कार्यकर्ताओं का विशाल नेटवर्क है। इस संस्था में एक लाख से अधिक कार्यकर्ता एवं 500 से अधिक विशेषज्ञ प्रोफेशनल व कर्मचारी पुना स्थित कार्यालय में कार्यरत है। यह सभी हमारे संस्थापक शांतिलाल मुथ्था के निर्देशन में कार्य करते है।

लूंकड़ ने बताया कि संस्था का प्रत्येक दो वर्षों में राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित होता है जिसमें पिछले कार्यों की समीक्षा एवं आगामी वर्षों का रोडमेप तैयार किया जाता है। झीलों की नगरी में होने वाला यह अधिवेशन कोरोना महामारी के कारण 4 वर्षों के अन्तराल में हो रहा है। आगामी अधिवेशन केवल इवेन्ट नहीं वरन सम्पूर्ण राष्ट्र में मूवमेन्ट का कार्य करेगा। जिसमें भारत के 100 जिलों में जल संवर्धन का एमओयू, मूल्यवर्धन शिक्षा का स्केल तैयार करना तथा सामाजिक क्षेत्र के ज्वलंत मुद्दों पर चिंतन-मंथन करना मुख्य है।

बीजेएस प्रदेशाध्यक्ष राजकुमार फत्तावत ने बताया कि अधिवेशन की सम्पूर्ण तैयारियां अंतिम चरण में है। अधिवेशन स्थल 100 फीट रोड स्थित ओकेज़न  गार्डन में 40 हजार स्क्वायर फीट का विशाल डोम का कार्य प्रारम्भ हो चुका है। जिसमें 3200 प्रतिनिधियों के बैठने की व्यवस्था की जा रही है, साथ ही 50 हजार स्क्वायर फीट का भोजन पाण्डाल भी तैयार किया जा रहा है। सभी कार्यों को पूर्ण करने के लिए बनाई गई 15 समितियां अपने-अपने कार्यों में रात-दिन जुटी हुई है। बाहर से आने वाले प्रतिनिधियों के लिए आस-पास के दो किलोमीटर के क्षेत्र की होटलों में 900 कमरें आरक्षित किए गए है। जिसमें सर्दी के
बचाव के विशेष इंतजाम किए गए है।

सभी प्रतिनिधियों को एयरपोर्ट, रेल्वे स्टेशन तथा बस स्टैण्ड से लाने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। फत्तावत ने बताया कि अधिवेशन का मुख्य आकर्षण 17 दिसम्बर को सायं 4.30 बजे ओकेजन गार्डन से डीपीएस स्कूल मैदान तक निकलने वाली विशाल वाटर रैली है। जिसमें युथ ब्रिगेड के 51 युवा साथी आगे बुलेट मोटरसाईकिल पर रैली को एस्कोर्ट करेंगे, उसके पीछे पांच घोड़े, दो बग्गियां जिनमें अधिवेशन का लोगो एवं जैन प्रतीक चिन्ह होगा। उनके पीछे 12 राज्यों के 100 जिलों की झांकियां अलग-अलग चारपहिया वाहनों पर संचालित होगी।

 इन 100 जिलों की झांकिया होंगी शामिल 

फत्तावत ने बताया कि देश के छत्तीसगढ़ राज्य के 15, गुजरात के 3, जम्मू कश्मीर के 2, कनार्टक के 15, महाराष्ट्र के 27, मध्यप्रदेश के 6, उड़ीसा, पंजाब तथा पाण्डिचेरी के 1-1, राजस्थान के 14, तमिलनाडू के13 तथा उत्तरप्रदेश के 2 जिलें शामिल है।

 राजस्थान के ये जिलें होगें शामिल

राजस्थान के अजमेर, बाड़मेर, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ, डूंगरपुर, जालोर, जयपुर, जोधपुर, कोटा, पाली, राजसमंद व उदयपुर जिले जल संवर्धन में शामिल होंगे।

प्रदेश महामंत्री अभिषेक संचेती ने बताया कि 17-18 दिसम्बर को आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में भारत सरकार के सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गड़करी, जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राजमंत्री कपिल पाटील, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस, विधान सभा अध्यक्ष सीपी जोशी, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, डॉ. अभय फिरोदिया चेयरमेन फोर्स मोटर्स, वल्लभ भंसाली प्रबधंन निदेशक ईनाम सिक्योरिटी, अरूण जैन सीएमडी इंटलेक्ट डिजाईन अरहना लिमिटेड, प्रदीप राठौड़ सेलोवर्ल्ड ग्रुप मुम्बई, डॉ. चेनराज जैन चांसलर जैन युनिवर्सिटी बैंगलोर, विजय दरड़ा चेयरमैन लोकमत मीडिया, अभय श्रीश्रीमाल अध्यक्ष जीतो एपेक्स, अविनाश मिश्रा सलाहकार नीति आयोग, डॉ. अख्तर बादशाह वाशिंगटन विश्वविद्यालय सहित देशभर के 100 से अधिक उद्योगपति, शिक्षाविद् एवं ब्यूरोकैट्स एवं जनप्रतिनिधि इस महाअधिवेशन का हिस्सा बनेंगे ।

अधिवेशन के मुख्य संयोजक महेन्द्र तलेसरा ने बताया कि 17 दिसम्बर को प्रात: 9 बजे उद्घाटन सत्र उसके बाद जल संवर्धन, मूल्य वर्धन शिक्षा के सत्र, शाम को विशाल वाटर रैली तथा रात्रि में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं अवार्ड सेरेमनी आयोजित होगी। दूसरे दिन प्रात: 9 बजे वाशिगंटन विश्वविद्यालय से अख्तर बादशाह का वर्चुअल उद्बोधन, द्वितीय सत्र में पानी जैसी जटिल समस्याओं के समाधान में जैन साधु-साध्वियों की पहल, सामाजिक ज्वलंत मुद्दों पर चितंन-मंथन, आगामी दो वर्ष की नई राष्ट्रीय कार्यसमिति का शपथ एवं समापन सत्र होगा। देशभर से आने वाले 3 हजार से अधिक प्रतिनिधियों के
स्वागत के लिए पूरे शहर में 100 से अधिक होर्डिंग लगाए गए है।

प्रेसवार्ता में अरविंद जारोली, धीरेन्द्र मेहता, प्रवीण नवलखा, दीपक सिंघवी, रेनप्रकाश जैन, राजेश भादविया, सुधीर चित्तौड़ा, अरूण मेहता, विनोद फांदोत, भूपेन्द्र गजावत, यशंवत कोठारी, चन्द्रप्रकाश चोरडिया, तुषार मेहता आदि उपस्थित रहे।

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