उदयपुर और सलूंबर जिले में जनजातीय जनसंख्या में सिकल सेल नामक रोग की पहचान हेतु 40 वर्ष तक के व्यक्तियों की स्क्रीनिंग करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए विडीयो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से दोनों जिलों के बीसीएमओ, बीपीएम और समस्त चिकित्सा अधिकारियों से संवाद कर लक्ष्य पूर्ण करने के लिए निर्देश दिए।
सीएमएचओ डॉ बामनिया ने बताया कि सिकल सेल एक वंशानुगत रोग है जिसमें रक्त की कमी होने से एनीमिया हो जाता है।इस रोग की रोकथाम हेतु स्क्रीनिंग की महत्ता को समझाया गया।सिकल सेल की जांच विकसित भारत संकल्प यात्रा कैंम्पो में की जा रही थी लेकिन लक्ष्य पूर्ण करने के लिए दिनांक 29 से 31 तक तीन दिनों का अभियान चलाया जाएगा।
सलूंबर सीएमएचओ डॉ जे पी बुनकर ने बताया कि सभी ब्लॉक को निर्धारित लक्ष्य आवंटित कर जांच करने के लिए जांच किट उपलब्ध करवायें गये है।ब्लॉक वाइज माइक्रो प्लान बना कर दिये गये लक्ष्य को हासिल करना होगा। 75000 जांच तीन दिनों में करने के लिए अभियान चला कर ही पूरा किया जा सकता है।
डिप्टी सीएमएचओ डॉ अंकित जैन ने विडियो कांफ्रेंसिंग में बताया कि राष्ट्रीय सिकल सेल उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत जिला स्तरीय और खण्ड स्तरीय उप समितियो का गठन किया गया है। जिसके माध्यम से जिले के समस्त जनजातीय छात्रावास, विद्यालय और सीएचसी - पीएचसी पर कैम्प आयोजित कर जनजातीय जनसंख्या के 0 से 40 वर्ष तक के लोगों की जांच की जाएगी। प्राप्त रिपोर्ट को सिकल सेल मोबाइल एप्प पर ऑनलाइन किया जाएगा। जांच में पोजिटिव आये व्यक्ति को मेडिकल कॉलेज में कंफर्मेशन के लिए भेजा जाएगा।
दोनों जिलों में लगभग चार लाख बीस हजार लोगों की जांचे की जानी है।अभी 75000 जांच किट प्राप्त हुए हैं।शेष किट प्राप्त होते ही अभियान के माध्यम से जांचे पूर्ण कर ली जाएगी। विडियो कांफ्रेंसिंग में दोनों जिलों के बीसीएमओ, बीपीएम और चिकित्सा अधिकारी प्रभारी शामिल हुए।
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