उदयपुर 26 सितम्बर 2023 । देश में कुपोषणएक गंभीर समस्या है इस समस्या को कम करनें के लिए हमें अपने खानपान में बदलाव लाने की आवश्यकता है साथ ही पोषण अभियान को देश व्यापी जन आन्दोलन बनाने में भागीदारी निभाने पर बल दिया। यह बात केन्द्रीय संचार ब्यूरो, क्षेत्रीय कार्यालय ,सूचना एवं प्रसारण मन्त्रालय, भारत सरकार, उदयपुर द्वारा महिला एवं बाल विकास विभाग मावली के सहयोग सेउदयपुर जिले की मावली पंचायत समिति की खेमली ग्राम पंचायत के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के परिसर में पोषण माह के अन्तर्गत आज मंगलवार को पोषण पर आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में बोलते हुए पंचायत समिति मावली के प्रधान एवं पुर्व विधायक पुष्कर डांगी नें कही।
उन्होनें कहा कि कुपोषण की रोकथाम करनें के लिए महिला बाल विकास विभाग की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा सहयोगनियां अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा कर ग्रामीण लोगों को जागरूक कर सकती है। उन्होनें कहा कि देश में कुपोषण की समस्या की अहम वजह जल्दी शादी करना एवं जल्दी बच्चे पैदा करना भी है। इसलिए हमें बाल विवाह की रोकथाम के उपाय भी करनें होंगें। उन्होनें कहा कि इस समस्या से निपटनें के लिए सरकार के साथ-साथ आमजन को भी अपनी भागीदारी निभानी होगी तभी इस समस्या को हम कम कर सकेंगें।
उन्होने इस समस्या से निपटनें के लिए हर व्यक्ति को अपने घर परिवार में महिलाओं को संतुलित एवं पोष्टिक आहार देने की शुारूआत अपने घर से करनें की अपील की। इस अवसर पर उपस्थित जन समुदाय कों कुपोषण मुक्त भारत बनाने की शपथ भी दिलाई गई ।
इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग मावली की महिला पर्यवेक्षक रेखा देवड़ा नें कहा कि पोषण अभियान महिला एवं बाल विकास विभाग का एक प्रमुख कार्यक्रम है। राष्ट्रीय पोषण मिशन जिसकी शुरुआत आठ मार्च 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा झुंझुनू जिले से की गई। इस का मोटो है सही पोषण देश रोशन इसका उद्देश्य ठिगनेपन को कम करना ,कुपोषण को मिटाना, बच्चों महिलाओं एवं किशोरियों में एनीमिया की समस्या में कमी लाना, नवजात शिशु के जन्म के समय वजन में कमी की समस्या में कमी लाना, आज भी 38 % बच्चे कुपोषित एवं 54% किशोरियां एनीमिया ग्रस्त है जिसकी वजह से वो पूरी क्षमता से अपना जीवन नहीं जी पाते हैं आखिर क्यों। आज भारत विकास के महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़ा है आज हमारे पास 65 पर्सेंट लोग युवा है जिन्हें प्रधानमंत्री मोदी ने देश की सबसे बड़ी ताकत बताया है जब ये विशाल मानव बल स्वस्थ होगा तभी देश सशक्त हो पाएगा।
भारत सरकार के अब तक के सबसे बड़े न्यूट्रीशन मिशन के लिए जिसका लक्ष्य है 2025 तक कुपोषण दर को घटाकर 38 प्रतिशत से 25 प्रतिशत तक ले जाना पर यह लक्ष्य पाना आसान नहीं है इसलिए इस मिशन में फ्रंटलाइन वर्कर्स जैसे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा और जमीनी स्तर पर बच्चों के पोषण के लिए कार्य करते हैं जिन्हें सबसे ज्यादा सशक्त किया जा रहा है जिससे वे मोबाइल से रीयल टाइम मॉनिटरिंग कर सके एवं सही रिपोर्टिंग करके सही कदम उठा सकें पर किसी एक डिपार्टमेंट के प्रयास से शायद ये संभव न हो इसलिए महिला एवं बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य,वॉटर एंड सैनिटेशन जैसे आज सभी विभागों को एक प्लैटफॉर्म पर ला दिया है इस मिशन ने क्योंकि जब सब का साथ होगा तभी तो सब का विकास होगा एक ओर बात सिर्फ पोषक खाना खिलाने से हमारा मिशन सिद्ध नहीं होगा हमें व्यवहार परिवर्तन करना होगा पोषण के साथ साथ हम स्वच्छता की भी आदत डालेंगे हाथ साबुन से धोएँगे बाद में ही खाएंगे शौचालय का उपयोग करेंगे किशोरियां जो आगे चलकर माँ बनने वाली है उनकी सेहत के साथ समझौता तो बिलकुल नहीं होने देंगे महिलाओं की डिलिवरी घर पर नहीं, अस्पताल में कराएंगे पोषण मिशन केवल सरकार का काम नहीं बल्कि जन जन का व्यक्तिगत मिशन बनाएँगे।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में केन्द्रीय संचार ब्यूरो के सहायक निदेशक रामेश्वर लाल मीणा नें सभी का स्वागत करते हुए पोषण अभियान पर आयोजित कार्यक्रम के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी। उन्होने बताया की इस बर्ष छठा राष्ट्रीय पोषण माह मनाया जा रहा है। इसकी थीम सुपोषित भारत साक्षर भारत सशक्त भारत रखी गई है। उन्होने कहा की कुपोषण को मिटाने में मोटा अनाज एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है संयुक्त राष्ट्र संघ ने 2019 में भारत सरकार की एक सिफारिश पर 2023 को मिलिट्स अंतरराष्ट्रीय वर्ष घोषित किया। मोटा अनाज, आठ अनाजों को जोड़ा गया है जिसमें बाजरा, ज्वार, रागी, कागनी, कुटकी, सवा और चना शामिल है मोटा अनाज प्रोटीन विटामिन फाइबर कैल्शियम, मैग्नीशियम जैसे माइक्रो न्यूट्रिएंट्स से भरपूर होता है यह शुगर पेशेंट व हार्ट पेशेंट के लिए तो वरदान है पोषण के लिए भी उपयोगी है ।
इस अवसर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खेमली के चिकित्सा अधिकारी डॉ. जंयत खण्डेलवाल नें स्वास्थ्य विभाग द्वारा कुपोषण की रोकथाम करनें के लिए चलाई जा रही योजनाओं के बारे में बताया। उन्होनें संतुलित एवं पोष्टिक आहार लेनें, समय पर टीके लगवानें के साथ ही खून की कमी को दूर करनें के लिए आयरन फोलिक ऐसिड की टेबलेट के उपयोग की सलाह दी।
उन्होनें इस अवसर पर केन्द्र एवं राज्य सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना एक महत्वपूर्ण योजना है इसका सभी को लाभ उठाना चाहिए । कार्यक्रम में राजकीय उच्च माध्यमिक विधालय खेमली की प्राचार्य सूरज माहेश्वरी तथा मावली की सीडीपीओ आशा नेमनानी तथा ग्राम पंचायत खेमली की सरपंच तुलसी देवी एवं खेमली सरपंच प्रतिनिधि देवीलाल डांगी ने भी अपने विचार वयक्त किए।
इस अवसर पर पूर्व प्रचार के दौरान आयोजित महिलाओं के बीच रंगोली, पोष्टिक व्यंजन, स्वस्थ शिशु एवं स्वस्थ गर्भवती मांप्रतियोगिता तथा मौखिक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के तथा राजभाषा पखवाडे के दौरान आयोजित निबंध एवं भाषण प्रतियोगिता के विजेताओं प्रतिभगियों को विभाग की और से अतिथियों द्वारा पुरूस्कार देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य जांच शिविर का भी आयोजन किया गया। इस अवसर पर महिला पर्यवेक्षक रजनी झाला, ए.एन.एम.आरती सैन सहित घासा एवं खेमली एवं नाहर मगरा सेक्टर की महिला कार्यकर्ता, आशा सहयोगनी ,राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के छात्र एवं छात्राओं, अध्यापकों, एनएसएस की छात्राओं के अलावा ग्रामीण महिला एवं पुरूषों ने बढी संख्या में भाग लिया।
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