गीतांजली मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में दिल की बीमारी से झूझ रहे 84 वर्षीय वृद्ध का यहाँ के कार्डियक सेंटर ने अत्याधुनिक चिकित्सा तकनीक का उपयोग करते हुए सफल उपचार कर नया जीवन दिया है।
अस्पताल की कार्डियक टीम ने गहन अनुसंधान और विचार विमर्श के बाद रोगी के लेफ्ट मेन आर्टरी बायफरकेशन स्टेंटटिंग प्रणाली से इलाज किया जिससे जटिल समस्या के बावजूद वृद्ध की जान बचायी जा सकी। गीतांजली हॉस्पिटल में चिकित्सा क्षेत्र में सभी उन्नत तकनीकों को अपनाकर कुशल कार्डियोलॉजिस्ट्स की टीम में डॉ. रमेश पटेल, डॉ. कपिल भार्गव, डॉ. डैनी मंगलानी द्वारा हृदय रोगियों का उपचार किया जा रहा है।
डॉ. रमेश पटेल ने बताया कि 84 वर्षीय रोगी को जब हॉस्पिटल लाया गया तब उनकी स्थिति खराब थी, उन्हें बहुत कम चलने पर भी सीने में दर्द और हर समय बहुत थकान महसूस होती थी। मरीज की उम्र अधिक थी और शारीरिक स्थिति खराब हो रही थी। मरीज की जांच के लिए एंजियोग्राफी की गयी जिसमें बाई मुख्य नाड़ी की आर्टरी में ब्लॉकेज दिखाई दिये । सामान्यतया इस नाड़ी में ब्लॉकेज होने पर बाईपास सर्जरी का सुझाव दिया जाता है।
जब परिजनों को बीमारी और उपचार के बारे में बताया गया तो उनकी उम्र और बाईपास सर्जरी को लेकर चिंतित हो गए तथा अन्य विकल्पों के लिए सलाह मांगी। कार्डियक सेंटर की टीम ने उन्हें एंजियोप्लास्टी की सलाह दी क्योंकि एंजियोप्लास्टी में शल्य चिकित्सा और वेंटिलेटर पर जाने का जोखिम नहीं था, यह एक सफल और सुरक्षित विकल्प है। कार्डियक टीम द्वारा रोगी की लेफ्ट मेन आर्टरी बायफ़रकेशन स्टेंटटिंग की गयी। रोगी की बाई मुख्य आर्टरी में दो आर्टरी निकलती हैं एवं दोनों ही आर्टरी का ठीक रहना आवश्यक होता है। बायफ़रकेशन स्टेंटटिंग द्वारा मरीज की दोनों ही ब्लॉक (अवरूद्ध) हो चुकी नाड़ियों को ठीक कर दिया गया, सफलतम उपचार के बाद रोगी अभी बिल्कुल स्वस्थ है। अधिक उम्र में लेफ्ट मेन आर्टरी बायफ़रकेशन एंजियोप्लास्टी करना भी चुनौतीपूर्ण होता है लेकिन अनुभवी और कुशल चिकित्सकों की टीम ने रोगी को बिना बेहोश किये प्रक्रिया को सुगमता से अंजाम दिया।
गीतांजली मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल एक उच्च स्तरीय टर्शरी सेंटर है जहां एक ही छत के नीचे सभी विश्वस्तरीय सुविधाएँ उपलब्ध हैं। यहाँ का कार्डियक सेंटर सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है।
To join us on Facebook Click Here and Subscribe to UdaipurTimes Broadcast channels on GoogleNews | Telegram | Signal