उदयपुर 24 जून। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा समृद्ध किसान-खुशहाल राजस्थान की सोच के साथ वर्ष 2022 में प्रस्तुत प्रथम कृषि बजट की घोषणाओं के प्रभावी क्रियान्वयन एवं प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से जिला स्तरीय कृषि बजट आमुखीकरण कार्यशाला शुक्रवार को जिला परिषद सभागार में आयोजित हुई।
कार्यशाला की अध्यक्षता जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने की जबकि प्रमुख अतिथि जिला प्रमुख सुश्री ममता कंवर, धरियावद विधायक नगराज मीणा, सलूंबर विधायक अमृतलाल मीणा व उप जिला प्रमुख पुष्कर तेली, जिला परिषद सीईओ मयंक मनीष थे। कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए जिला कलक्टर मीणा ने कृषि बजट के प्रावधानों के साथ कृषक कल्याण योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कृषक हितों को ध्यान में रखते हुए अलग से पहली बार कृषि बजट जारी किया है जो एक ऐतिहासिक निर्णय है।
इस बजट में की गई घोषणाओं का प्रभावी क्रियान्वयन हो और हर कृषक इससे लाभान्वित हो। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा है कि प्रदेश के हर क्षेत्र में कृषि व्यवस्था सुगम हो, कृषक प्रगतिशील व समृद्ध बने और राजस्थान खुशहाल हो। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार ने कृषक कल्याण कोष में 5 हजार करोड़ का प्रावधान किया है, इसका व्यापक प्रचार-प्रसार करते हुए अधिक से अधिक कृषकों को लाभान्वित किया जाए।
कृषक कल्याण की योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन जरूरी -कलक्टर
उन्होंने बैठक में कृषि बजट में कृषि विभाग सहित उद्यान, कृषि विपणन, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज, जल संसाधन, ऊर्जा, सहकारिता, पशुपालन व जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग में कृषक कल्याण से जुड़े विभिन्न कार्यक्रम एवं योजनाएं संचालित है उनके अधिकारियों से इस संबंध में जानकारी प्राप्त करते हुए इन कार्यक्रमों और योजनाओं को प्रभावी बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए मिशन चलाकर कार्य करना होगा ताकि इस कृषि बजट का लाभ हर कृषक तक पहुंच सके।
विधायकों ने कृषक हितों को ध्यान में रखते हुए संबंधित अधिकारियों को फील्ड में जाकर कृषि बजट के प्रावधानों की जानकारी देने और कृषक कल्याण कार्यक्रमों को प्रभावी बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण कृषकों के लिए शिविर, प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं अन्य जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए और उन्हें जागरूक करते हुए सरकार की ओर से मिलने वाली हर संभव सुविधाएं प्रदान की जाए।
ब्लॉक एवं पंचायत स्तर पर आयोजित हो कार्यशालाएं -सीईओ
जिला प्रमुख ममता कंवर ने कृषकों को अनुदान देने वाली योजनाओं को प्रभावी बनाने की बात कही और संबंधित विभागों को समन्वित प्रयासों के साथ कृषकों को संबल प्रदान करने के निर्देश दिए। जिला परिषद सीईओ मयंक मनीष ने जिला स्तरीय कार्यशाला के बाद ब्लॉक एवं पंचायत स्तर पर इस प्रकार की कार्यशाला आयोजित करने के निर्देश दिए। जिला परिषद एसीईओ विनय पाठक ने भी कृषक हित में सभी विभागों को समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करने के निर्देश दिए। कार्यशाला में विभिन्न पंचायत समिति से आए प्रधानगणों, जिला परिषद सदस्यों एवं अन्य जनप्रतिनिधि गणों ने भी अपने अपने सुझाव दिए।
कृषि बजट के प्रावधानों की दी विस्तार से जानकारी
कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक रमेश जारोली व भूरालाल पाटीदार ने कृषि बजट के प्रावधानों की विस्तार से जानकारी दी। कृषि उपनिदेशक सुधीर कुमार वर्मा ने कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला और राजस्थान सूक्ष्म सिंचाई मिशन, राजस्थान जैविक खेती मिशन, राजस्थान बीज उत्पादन एवं वितरण मिशन, राजस्थान संरक्षित खेती मिशन, राजस्थान मिलेट्स प्रोत्साहन मिशन, राजस्थान उद्यानिकी विकास मिशन, राजस्थान फसल सुरक्षा मिशन, राजस्थान भूमि उर्वरता मिशन, राजस्थान कृषि श्रमिक संबल मिशन, राजस्थान कृषि तकनीक मिशन व राजस्थान खाद्य प्रसंस्करण मिशन सहित विभिन्न कृषक कल्याण कार्यक्रमों, अनुदान योजनाओं एवं कार्यों की विस्तार से जानकारी दी और विभागीय प्रगति के बारे में अवगत कराया। कार्यशाला में सहित प्रगतिशील कृषक एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। अंत में आभार परियोजना निदेशक आत्मा रवीन्द्र वर्मा ने जताया।
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