दिल में यदि लगन, चाहत और कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो मुश्किल से मुश्किल चीज आसान हो जाती हैं। इसी जज्बे को लेकर गिट्स की दो टीमों ने क्रमशः एस.आई.एच.-ंउचय 2022 सीनियर सॉफ्टवेयर एडीशन आनन्द इंस्टिट्यूट ऑफ हायर टेक्नोलोजी चैन्नई तथा हार्डवेयर एडीशन काइट ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन दिल्ली एन.सी.आर. में सम्मिलत होकर एवं प्रथम स्थान प्राप्त कर एक लाख रूपये का पुरस्कार जीतकर गिट्स ही नहीं अपितु पूरे राजस्थान का नाम रोशन किया हैं।
संस्थान के निदेशक डॉ. विकास मिश्र ने बताया कि कि स्मार्ट इण्डिया हैकथॉन संयुक्त रूप से भारत सरकार एवं अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् का एक रिसर्च प्लेटफोर्म हैं, जहां पर पूरे देश के विद्यार्थी अपनी रिसर्च के जरिये भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों, राज्य सरकार एवं एम. एन.सी. कम्पनीज के समस्याओं का निराकरण का अपने स्किल इनोवेशन से तकनीकी एवं सुगम समाधान प्रदान करते हैं। उसी के तहत चैन्नई स्थित आनन्द इंस्टिट्यूट ऑफ हायर टेक्नोलोजी चैन्नई तथा दिल्ली एन.सी.आर. में स्थित इन्जिनियरिंग कॉलेज काइट ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन में अपने हुनर का जलवा दिखाते हुए पूरे भारत में प्रथम स्थान पर 1 लाख के पुरस्कार के उत्तराधिकारी बने।
निदेशक आई.क्य.ए.सी. डॉ. सुधाकर जिंदल के अनुसार इस तकनीकी प्रतियोगिता में पूरे भारत से 14 राज्यों से 15 लाख छात्र-ंछात्रायें सम्मिलित हुए थे। जिसने प्रथम स्क्रीनींग के बाद 12000 विद्यार्थी दूसरें चरण तक पहुंच पाये। जिसमें सिनियर सॉफ्टवेयर एडीशन 36 घण्टे तक चलने वाले इस तकनीकी कार्यक्रम में गिट्स के विद्यार्थियों ने टेम्परेचर सेंसेटिव मेडिसिन के मोनीटरिंग का सॉफ्टवेयर के माध्यम से तकनीकी हल निकाला। वहीं दूसरी तरफ 120 घण्टे लगातार चलने वाले हॉर्डवेयर एडीशन में कोल इण्डिया लिमिटेड की सी.एस.आर. एक्टीवीटी के अन्तर्गत आने वाले सम्पति का जियो टेगिंग कर प्रथम स्थान प्राप्त किया। इस स्मार्ट इण्डिया हैकथॉन में डिपार्टमेंट ऑफ साईंस एण्ड टेक्नोलोजी, कोल इण्डिया लिमिटेड, अशोक लिलेंड, टी.सी.एस. आदि प्रतिष्ठित कम्पनीज के प्रोब्लम स्टेटमेंट का महाराष्ट्र व दक्षिण भारत सहित नामी गिरामी शिक्षण संस्थानों सहित पूरे देश भर के विद्यार्थियों ने अपने अपने तरीके से सम्बन्धित समस्याओं का तकनीकी निदान प्रदान किया था, जिस टीम का समाधान तकनीकी व मूल्य के आधार पर श्रेष्ठ था वहीं टीम विजयी हुई।
एस.आई.एच. 2022 के कॉलेज स्पोक एवं कम्प्यूटर साईंस इन्जिनियरिंग विभागाध्यक्ष डॉ. मयंक पटेल ने बताया कि इस हैकथॉन में गिट्स की चार टीमें क्रमशः कोल इण्डिया लिमिटेड की प्रोब्लम स्टेटमेंट ‘‘स्मार्ट नेटवर्क यूज्ड इन जियो टेंिगंग ऑफ फिजिकल एसेट’’, डिमार्टमेंट ऑफ सांईस एण्ड टेक्नोलोजी की ‘‘टेम्परेचर मोनोटरिंग ऑफ टेम्परेचर सेसटिव प्रोडक्ट’’, कोल इण्डिया लिमिटेड की प्रोब्लम स्टेटमेंट ‘‘प्रोवाइड सेफ्टी एण्ड रिमूव हाई रिस्क’’ तथा मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रोनिक्स एण्ड इन्फोरमेशन टेक्नोलोजी की प्रोब्लम स्टेटमेंटः ‘‘केरियर गाइडेंस सिस्टम’’ के तकनीकी समाधान के लिए मैदान में उतरी थी। जिसमें दिल्ली एन.सी.आर. में आयोजित मेन्टर असिस्टेंट प्रोफेसर लतीफ खान के निर्देशन में विद्यार्थी करण सिंह आसोलिया, सूरज जोशी, वरूण मेहरा, भाविन भटनागर, कुशल शर्मा, जान्वी कुमावत, आदित्य कुमार सिंह एवं भव्य राज सिंह चौहान ने कोल इण्डिया लिमिटेड की प्रोब्लम स्टेटमेंट का
जियो टेगिंग कर तकनीकी निदान प्रदान किया।
चैन्नई में आयोजित डिपार्टमेंट ऑफ टेक्नोलोजी की प्रोब्लम स्टेटमेंट को मेंटर असोसिएट प्रोफेसर डॉ. विजेन्द्र मौर्य के निर्देशन में विद्यार्थी भव्य चावडा, भवी मेहता, अनुपम भट्ट, पंकज तलेसरा, सलोनी महेश्वरी व पूर्वा विजयवर्गीय ने कोडिंग के माध्यम से तकनीकी निदान प्राप्त कर विजय पताका फहराया। इस अवसर पर वित्त नियंत्रक बी.एल. जांगिड ने कहा कि हमारे देश की खुबसूरती है कि विभिन्न राज्यों के विद्यार्थी विभिन्न संस्कृति के साथ एक प्लेटफोर्म पर एकत्रित होकर देश व समाज की समस्याओं का तकनीकी हल प्रदान करते हैं। भारत सरकार द्वारा चलाया गया यह अभियान बहुत ही प्रशंसनीय एवं सराहनीय हैं। जिससे हर विद्यार्थी को अपनी प्रतिभा को निखारने का अवसर मिलता हैं। उपरोक्त दोनों टीमों को पुरस्कार कॉलेज के प्रतिनिधि, सम्बन्धित कम्पनीज के प्रतिनिधि, भारत सरकार के प्रतिनिधि एवं राष्ट्रीय शैक्षणिक संस्थानों केे वैज्ञानिकों के समक्ष प्रदान किया गया।
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