सुरक्षा के प्रति जागरूकता से ही दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है- पीके सरकार


सुरक्षा के प्रति जागरूकता से ही दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है- पीके सरकार

पहली बार हिन्दुस्तान जिंक के आतिथ्य में हुए भारतीय खान सुरक्षा, स्वच्छता एवं सिलिकोसिस जागरूकता सप्ताह का महाकुंभ देश में खान सुरक्षा के लिए माइलस्टोन साबित होगा यह बात भारत सरकार के महानिदेशक खान एवं सुरक्षा पीके सरकार ने हिन्दुस्तान ज़िंक की राजपुरा दरीबा काॅम्प्लेक्स में आयोजित प्रथम अखिल भारतीय खान सुरक्षा,स्वच्छता एवं सिलिकोसिस जागरूकता सप्ताह 2018 के समापन समारोह के अवसर पर कही।

 

सुरक्षा के प्रति जागरूकता से ही दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है- पीके सरकार

पहली बार हिन्दुस्तान जिंक के आतिथ्य में हुए भारतीय खान सुरक्षा, स्वच्छता एवं सिलिकोसिस जागरूकता सप्ताह का महाकुंभ देश में खान सुरक्षा के लिए माइलस्टोन साबित होगा यह बात भारत सरकार के महानिदेशक खान एवं सुरक्षा पीके सरकार ने हिन्दुस्तान ज़िंक की राजपुरा दरीबा काॅम्प्लेक्स में आयोजित प्रथम अखिल भारतीय खान सुरक्षा,स्वच्छता एवं सिलिकोसिस जागरूकता सप्ताह 2018 के समापन समारोह के अवसर पर कही।

उन्होने कहा कि पुरी ईमानदारी से सुरक्षा एवं अपने कार्य के प्रति जिम्मेदारी, जिसकी शुरूआत भी हमें अपने स्वयं से करनी चाहिऐ। किसी भी संस्थान में टीम वर्क, प्लानिंग से कार्य करना व तकनीकी का सही उपयोग के माध्यम से हम सुरक्षित रह सकतें है। हम किस प्रकार एक्सीडेन्ट को रोक सकें इस पर विचार करना चाहिऐ। राजस्थान में सिलिकोसिस से सबसे ज्यादा प्रभावित है इसका मुख्य कारण अनाधिकृत मांइस है। हम किस प्रकार इस बिमारी से निजात पाये इस पर हमें मंथन करना चाहिऐ। शून्य दुर्घटना हमारा लक्ष्य होना चाहिए।

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उन्होने कहा कि भूमिगत मांइसों के लिए डीजल बहुत बड़ी समस्या है, इससे मुक्ति पाने के लिए हमें तकनीकी का सहारा लेना होगा। आर्थिक विकास के साथ-साथ हमें सामाजिक विकास पर भी ध्यान देना होगा। हिन्दुस्तान जिंक की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजनो और परस्पर आदान प्रदान से निश्चित तौर पर दुर्घटना को रोका जा सकेगा।

सुरक्षा के प्रति जागरूकता से ही दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है- पीके सरकार

उद्घाटन कार्यक्रम सर्वप्रथम दीप प्रज्जवल के साथ हुआ। स्वागत भाषण के अवसर पर राजपुरा दरीबा खान के निदेशक के सी मीणा ने कहा कि हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता सुरक्षा है। उत्पादन से पूर्व हम सुरक्षा सुनिश्चित करते है, इस हेतु हिन्दुस्तान जिंक द्वारा बहुत से कायर्यक्रम चलाये जा रहें है। सुरक्षा हमारी संस्कति है, इस हेतु उद्योग ही नहीं वरन् आस-पास के गावों में क्रश हेलमेट का वितरण व उनकी जागरूकता सुनिश्चित करते है।

हिन्दुस्तान जिंक के मुख्य प्रचालन अधिकारी लक्ष्मण शेखावत ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज गर्व का विषय है कि पहली बार हिन्दुस्तान में दरीबा को इस कार्यक्रम आयोजन का अवसर मिला। देश की 42 मांइसों में से सिर्फ 20 मांइस की मेकेनाइज्ड है। हम सभी एक दुसरे से सिखें, क्या हमें सुरक्षित रहने के लिए तकनिकी का सहारा लेना चाहिऐ। हमारी कथनी एवं करनी में फर्क नहीं होना चाहिऐ। हम स्वस्थ्य रहेगें तो मांइस स्वस्थ्य रहेगी, हमारा परिवार स्वस्थ्य रहेगा । हमें निरन्तर सकारात्मक सोचना चाहिऐ। भूमिगत खदानों के लिए तकनीकी के माध्यम से हमें आगे बढना होगा, हमे वेंटीलेशन बढाने होंगे।

कार्यक्रम के कन्वेनर एके पोरवाल ने कहा कि सुरक्षा सप्ताह के कार्यक्रम में देश की 42 मांइस के 1000 से भी अधिक कर्मचारियों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं मे भाग लिया जिसमें से 150 का चयन प्रथम, द्वितीय एवं तृतिय स्थान घोषित किये गये, इनमें से प्रत्येक चयनित प्रतियोगी 100 को प्रशिक्षित करेगा।

सुरक्षा के प्रति जागरूकता से ही दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है- पीके सरकार संजीव दास, वाईस प्रेजिडेंट इन्फा, जो कि अगले वर्ष इस कार्यक्रम का अयोजन करेगें, उन्होनेे हिन्दुस्तान जिंक प्रबन्धन को इस सफल आयोजन के लिए बधाई दी व सभी को अगले वर्ष के लिए आंमत्रित किया।

उपनिदेशक माइंस उत्तर पश्चिम जोन नारायण रजक ने कहा कि धात्विक भूमिगत मांइसों के लिए यह श्री गणेश हुआ है, यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक फलीभूत कर चूके है। नवीन तकनीकी आने से सुरक्षा का महत्व बढा है, निरन्तर अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कार्य करते हुए अग्रसर रहना है।

जनरल सेक्रेटरी हिन्दुस्तान जिंक वर्कस फेडरेशन क्लयाण सिंह शक्तावत ने कहा कि प्रबन्धन के साथ-साथ कामगार को भी अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी निभानी होगी। हिन्दुस्तान जिंक का सेफ्टी स्टेण्डर्ड बहुत उंचा है पहले से अभी हम उच्चतर विकास कर रहें है। भूमिगत खदानों का तकनीकी विकास हो उस पर हमें विचार करना चाहिऐ।

कार्यक्रम मे सुरक्षा नुक्कड़ नाटक नाट्यांश सोसायटी उदयुर द्वारा हेलमेट की महत्वता पर नाटक प्रस्तुत किया। हमारे जीवन में हेलमेट की कितना उपयोगिता जो हमें व अपने परिवार को सुरक्षित रख सकती है, नाटक प्रस्तुत किया। जावर माइंस के अधिकारियों ने रामभरोसे नाटक की प्रस्तुती से लाईन ऑफ़ फायर एवं असुरक्षित कार्य को रोकने का संदेश दिया। देश के 42 खदानों के 150 प्रतिभागियों को मेकेनाइज्ड भूमिगत मेटल मांइस ओवर आल मेन्यूअल अण्डरग्राउण्ड मेटल माईन, ओवर आल ओर बेनीफिकेशन मिल, बिजनस पार्टनर केटेगीरी में पुरस्कार प्रदान किये गये।

कार्यक्रम में सुरक्षा सप्ताह के सोवेनियर एवं कैलेण्डर का अनावरण अतिथियों द्वारा किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्य अतिथि द्वारा माइनिंग संबंधी आधुनीक तकनीक एवं उपकरणों से संबंधित 23 स्टाल का उद्घाटन किया गया।

समारोह में उपनिदेशक पश्चिम जोन, नागपुर सीआर कुमार, रांची सतीश कुमार, राजकुमार, एस बेहरा, संजय नमोला, पीके कुण्डु, अरविन्द कुमार, मनीष जायसवाल, एसएस सोनी, एके दास सहित माइंस निदेशालय के अधिकारी, हिन्दुस्तान जिंक के हेड-कार्पोरेट कम्यूनिकेशन पवन कौशिक, जावर माइंस निदेशक राजेश कुण्डु सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संयोजन मलय बेहरा ने किया सभी अतिथियों का एसबीयू हेड राजीव बोहरा ने धन्यवाद ज्ञापित किया ।

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