उदयपुर। भारत जोड़ो - संविधान बचाओ यात्रा कल उदयपुर पहुंची, जहां मजदूर किसान शक्ति संगठन द्वारा मनरेगा दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में डॉ. सुनीलम ने विचार रखे, प्रमिला ने लहू का रंग एक है गीत गाया। आन्दोलनकारियों ने नागरिकता कार्ड नहीं, मनरेगा में काम दो, काम का पूरा दाम दो के नारे लगाते हुए रैली निकाली।
यात्रा कल उदयपुर के मोहता पार्क में पहुंची जहाँ यात्रियों का स्वागत किया गया। स्वागत के पश्चात यात्रा रैली के रूप में दाऊदी बोहरा समुदाय उदयपुर सुधारवादी के सामुदायिक भवन में आयोजित सभा में पहुंची।
यात्रियों के अलावा उदयपुर के हिम्मत सेठ (संपादक, समता संवाद, महावीर समता संदेश), शंकर लाल चौधरी (सीपीआई-एम एल), हेमेंद्र चण्डालिया (जनतांत्रिक विचार मंच), पीयूष जोशी (समता संवाद), नरेन्द्र जोशी (जनता दल सेक्युलर), आर डी माथुर (मज़दूर नेता), ऊषा चौधरी (विकल्प), आबिद अदिब ( दाऊदी बोहरा जमात सुधारवादी), कमाण्डर मंसूर अली ( दाऊदी बोहरा जमात सुधारवादी), प्रो. जैनब बानो ( दाऊदी जमात सुधारवादी), गजनफर अली (बोहरा युथ एसोसिएशन) , हरीश सुहालका (भ्रष्टाचार मुक्त भारत), हेमंत पालीवाल (आप पार्टी), हिम्मत चांगवाल (सीपीआई), राजेश सिघंवी (सीपीआई-एम), सुभाष श्रीमाली (सीपीआई), सौरभ नरुक्का (सीपीआई-एम एल), हिमालय तहसीन (जनता दल), डा. सुधा चौधरी (ऐपवा), डा. आर एन व्यास (जनतांत्रिक विचार मंच), बी एस चंदाणा (आस्था संस्थान), अश्वनी पालीवाल (आस्था संस्थान), डी. एस. पालीवाल, अरुण व्यास (एडवोकेट) ने सभा को संबोधित किया।
शंकरलाल चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार की विभाजनकारी एजेंडा को परास्त करने का काम देश की जनता करेगी। उन्होंने कहा की19 से 26 जनवरी के बीच मेवात( उदयपुर संभाग) में यात्रा निकाली गयी थी, अब तक उदयपुर में एन आर सी के खिलाफ 20 कार्यक्रम हो चुके है। हम डर का वातावरण खत्म करने में कामयाब रहे हैं।
कमांडर मंसूर अली ने बोहरा समाज की ओर से स्वागत करते हुए कहा कि हमें विविधता में एकता की ताकत साबित करनी है। हमें न्यायालय से ज्यादा उम्मीद नहीं करनी चाहिए, जनता की ताकत पर भरोसा करना चाहिए।
उदयपुर में सभा को संबोधित करते हुए यात्रा संयोजक अरुण श्रीवास्तव ने कहा कि गांधी जी की 150वीं जयंती और समाजवादी आंदोलन के 85 वर्ष पूरा होने के अवसर पर स्वतंत्रता आन्दोलन, समाजवादी आन्दोलन के मूल्यों की पुनर्स्थापना तथा संवैधानिक मूल्यों की स्थापना, सीएए-एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ, सार्वजनिक क्षेत्रों के निजीकरण, बढ़ती बेरोजगारी एवं गैरबराबरी, मॉब लिंचिंग, करोड़ों आदिवासियों को उजाड़ने की साजिश, दलितों, महिलाओं एवं अल्पसंख्यकों पर बढते जुल्मों, गहराते कृषि संकट, श्रम क़ानूनों को ख़त्म कर चार कोड लागू कर पच्पन करोड़ श्रमिकों के जीवन को असुरक्षित बनाने आदि मुद्दों को लेकर समाजवादी समागम द्वारा राष्ट्र सेवा दल, हिन्द मजदूर सभा, जनांदोलनों के राष्ट्रीय समन्वय, हम समाजवादी संस्थायें, हम भारत के लोग, यूसुफ मेहेर अली सेंटर और फैक्टर के समर्थन से और डिजिटल मीडिया पार्टनर पैगाम के साथ भारत जोड़ो-संविधान बचाओ, समाजवादी विचार यात्रा की जा रही है ।
उन्होंने कहा कि देश संकट से गुजर रहा है। लोगों का रोज़गार, व्यापार और किसानी खतरे में पड़ गयी है क्योंकि केंद्र की सरकार, धारा 370, नागरिक संशोधन कानून में लोगों को उलझाकर रखना चाहती है तथा उसकी प्राथमिकता जनता की समस्याओं को हल करना नहीं है। उन्होंने ने यह भी कहा की गांधीजी के सत्याग्रह के रास्ते को अपनाकर ही जनता सरकार को सुधार सकती है।
डॉ. सुनीलम ने वित्त मंत्री द्वारा पेश बजट को जनविरोधी एवम कॉर्पोरेट मुखी बताते हुए कहा की गांव में रहने वाली 65 प्रतिशत आबादी के लिए 65 प्रतिशत बजट आवंटित करने के बजाए किसानों के लिए 2 प्रतिशत भी बजट आवंटित नहीं किया गया है। उन्होंने कहा की एल आई सी का निजीकरण देश के बीमा क्षेत्र को बर्बाद कर देगा। उन्होंने यह भी कहा देश को तेजस जैसी ट्रेनों की नही, वर्तमान ट्रेनों की स्थिति को सुधारने ,यात्रियों को सुविधाएं और सुरक्षा देने की ज़रूरत है।
उन्होंने कहा की सरकार ने किसानों की कर्ज़ा मुक्ति तथा लाभदारी मूल्यों की गारंटी के लिए आवश्यक बजट का प्रावधान नहीं किया है। यात्रा के सह-संयोजक ने कहा की देश के 15 करोड़ बेरोज़गारों के लिए बेरोज़गार भत्ते का कोई इंतजाम नहीं किया गया है जबकि सरकार रोज़गार गारंटी योजना के तहत 100 दिन का रोज़गार देने में पूणतः विफल रही है। मनरेगा बजट में 9500 करोड़ की कमी करने को बेरोजगारों पर तमाचा बताते हुए डॉ सुनीलम ने कहा कि जरूरत कम से कम 1 लाख करोड़ की थी।
डॉ. सुनीलम ने कहा कि नागरिकों की 14 मान्यता प्राप्त पहचान होने के बावजूद 15 पहचान नागरिकता कार्ड के नाम पर टैक्स देने वालों का 70 हज़ार करोड़ खर्च किया जाना जनता के पैसे का दुरुपयोग है।
समाजवादी विचार यात्रा के पी.जे. जोसी (केरल), लोकेश भिवानी (हरयाणा), विजय हंगे (महाराष्ट्र), गणेश गोंदरे (महाराष्ट्र), स्वाति, प्रमिला और अंजना (उत्तराखंड), बाले भाई (राजस्थान), रोहन गुप्ता (झारखंड) आदि यात्रियों ने सभा को संबोधित करते हुए कहा की सरकार ने भारत के खाद्यान निगम को आवंटित करने वाली राशि को 1.51 करोड़ से घटाकर 75 करोड़ कर दिया है। यह बदलाव किसानों को निजी व्यपारियों की दया पर छोड़ देगा और सरकार के खाद्यान खरीदने की प्रक्रिया को ठेस पहुंचाएगा।
यात्रा का विस्तृत विवरण देते हुए डॉ. सुनीलम ने कहा की 30 जनवरी को, गांधी स्मृति, 30 जनवरी मार्ग, दिल्ली से सुबह 10 बजे शुरू हुई। कोटपुतली, सुकलावास, चंदवाजी होकर यात्रा जयपुर, दूदू ,अजमेर और भीलवाड़ा, भीम होकर कल उदयपुर पहुंची। 4 फरबरी को यात्रा डूंगरपुर होकर बांसवाड़ा पहुंचेगी, जहां से यात्रा मध्यप्रदेश में प्रवेश कर मामा बालेश्वर दयाल जी के समाधि स्थल बामनिया आश्रम जाएगी ।
पहले चरण की यात्रा 16 राज्यों में होकर 23 मार्च को हैदराबाद में पूरी होगी। इस चरण में यात्रा 16 राज्यों से गुजरेगी। दूसरा चरण 11 अप्रैल को चंपारण से शुरू होकर 17 मई को पटना में पूरा होगा, इस दौरान 10 राज्यों की यात्रा की जायेगी। तीसरा चरण 11 अक्टूबर को सिताबदियारा (बलिया) से शुरू होकर 31 अक्टूबर को नरेंद्र निकेतन, दिल्ली में समाप्त होगा। समाजवादी विचार यात्रा हेतु देशभर में 500 से अधिक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। यात्रा का नेतृत्व सयोजक अरुण श्रीवास्तव एवं सह सयोजक (पूर्व विधायक) डॉ. सुनीलम कर रहे हैं।
समाजवादी समागम एक ऐसी प्रक्रिया है जिसका उद्देश्य स्वतंत्रता आन्दोलन एवं समाजवादी आन्दोलन के मूल्यों की पुर्नस्थापना के साथ-साथ देशभर के समाजवादी, गांधीवादी, सर्वोदयी, वामपंथी, अंबेडकरवादी विचारधारों से जुड़े जन आंदोलनकारियों, मानव अधिकारवादियों, पर्यावरणवादियों एवं सभी लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता में विश्वास रखने वाले संगठनों और व्यक्तियों को स्थानीय स्तर पर आयोजित कार्यक्रमों के माध्यम से एकजुट करना है।
To join us on Facebook Click Here and Subscribe to UdaipurTimes Broadcast channels on GoogleNews | Telegram | Signal