लेकसिटी के बच्चों ने की यूरोप के धार्मिक स्थल कैमिनो डी सैंटियागो की 729 किमी. पद यात्रा
लेकसिटी के होनहार बच्चें 14 वर्षीय तान्या राठी एवं 16 वर्षीय आर्यन राठी ने यूरोप के धार्मिक स्थल कैमिनो डी सैंटियागो की 450 मील यानि 729 किमी की पदयात्रा को 32 दिन में पूरा किया। इस अवसर पर इन बच्चों के साथ इनके पिता विनय राठी भी साथ-साथ चले रहे थे। पाम्प्लोना से सैंटियागो डी कंपोस्टेला तक चलने के लिए इन्हें 32 दिन लगे। इस पदयात्रा ने वैध्विक पटल पर लेकसिटी को एक नई पहिचान दिलायी है।
लेकसिटी के होनहार बच्चें 14 वर्षीय तान्या राठी एवं 16 वर्षीय आर्यन राठी ने यूरोप के धार्मिक स्थल कैमिनो डी सैंटियागो की 450 मील यानि 729 किमी की पदयात्रा को 32 दिन में पूरा किया। इस अवसर पर इन बच्चों के साथ इनके पिता विनय राठी भी साथ-साथ चले रहे थे। पाम्प्लोना से सैंटियागो डी कंपोस्टेला तक चलने के लिए इन्हें 32 दिन लगे। इस पदयात्रा ने वैध्विक पटल पर लेकसिटी को एक नई पहिचान दिलायी है।
विनय राठी ने बताया कि उनके लिए यह एक उत्साहजनक अनुभव था, उन्होंने कैमिनो के लिए बच्चों को बड़े पैमाने पर प्रशिक्षित किया था। कैमिनो डी सैंटियागो (सेंट जेम्स का मार्ग) यूरोप भर में फैले प्राचीन तीर्थ मार्गों का एक बड़ा नेटवर्क है और सेंट के मकबरे में एक साथ आ रहा है। यह स्थल स्पेन के उत्तर-पश्चिम में सैंटियागो डी कंपोस्टेला में स्थित है।
इस स्थल पर गर्मियेां में बहुत भीड़ रहती है। विश्व के अनेक स्थानों से यहाँ पर लोग पैदल चल कर आते है। कैमिनो फ्रांसिस सेंट से 780 किमी (लगभग 500 मील) तक फैला है। सेंट जीन पाइड डी पोर्ट से सैंटियागो डी कंपोस्टेला तक कैमिनो फ्रांसिस चलने में औसतन 25 किमी प्रतिदिन के अनुसार 35 दिन यह यात्रा पूरी होती है।
राठी ने बताया कि यह मार्ग फ्रांस में सेंट जीन पिएड-डु-पोर्ट में शुरू होता है, जो प्यरेनीज को पार करता है, और समुद्र के पश्चिम में 60 मील दक्षिण में स्पेन भर में पश्चिम की ओर जाता है। यह पाम्प्लोना, बर्गोस, लियोन और कई छोटे शहरों के माध्यम से गुजरता है। कैमिनो फ्रांसिस की नदियों को बनाने के लिए एक साथ मिलकर छोटी धाराएं मिलती हैं, और नदियों को बनाने के लिए धाराएं मिलती हैं, जिनमें से अधिकांश एक साथ जुड़ने के लिए मिलती हैं।
तीर्थ यात्रा की उत्पत्ति – कैमिनो डी सैंटियागो का इतिहास 9वीं शताब्दी (वर्ष 814) की शुरुआत में पिबरी प्रायद्वीप के प्रचारक सेंट की खोज से हुई। तब से यह शहर पूरे यूरोपीय महाद्वीप का एक पारगमन मैदान बन गया। सैंटियागो डी कंपोस्टेला का शहर का नाम लैटिन सैनक्टी इकोबी से भी निकला है जिसका मतलब सेंट जेम्स है।
अक्टूबर 1987 में इस मार्ग को यूरोप की परिषद द्वारा पहला यूरोपीय सांस्कृतिक मार्ग घोषित किया गया था। इसे यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों में से एक भी नामित किया गया है।
To join us on Facebook Click Here and Subscribe to UdaipurTimes Broadcast channels on GoogleNews | Telegram | Signal