2 अक्टूबर को गाँधीजी और शस्त्री को किया याद

2 अक्टूबर को गाँधीजी और शस्त्री को किया याद 

गुलाबबाग में हुआ जिला स्तरीय समारोह
 
2 अक्टूबर को गाँधीजी और शस्त्री को किया याद
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती पर शहर के विभिन्न संगठनों ने गांधीजी और शास्त्री जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्ज्वलित कर याद किया गया।  
 

उदयपुर 2 अक्टूबर 2020। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती पर शहर के विभिन्न संगठनों ने गांधीजी और शास्त्री जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्ज्वलित कर याद किया गया।  

गुलाबबाग में हुआ जिला स्तरीय समारोह

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के उपलक्ष में शुक्रवार को शहर के गुलाबबाग में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्ज्वलित कर याद किया गया। इस अवसर पर नगर निगम उप महापौर पारस सिंघवी, महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के संयोजक समाजसेवी पंकज शर्मा, जिला कलक्टर चेतन देवड़ा, नगर निगम आयुक्त कमर चौधरी, अतिरिक्त जिला कलक्टर संजय कुमार व ओ.पी. बुनकर, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी शिवजी गौड़, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक मान्धाता सिंह, महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के सदस्यों सहित विभिन्न विभागीय अधिकारियों ने राष्ट्रपिता की प्रतिमा का माल्यार्पण किया। कार्यक्रम के दौरान बापू के भजनों के साथ सर्वधर्म प्रार्थना और भजनों का गायन किया गया।

स्काउट गाइड ने सर्वधर्म प्रार्थना सभा कर याद किया बापू को

राजस्थान राज्य भारत स्काउट व गाइड मण्डल मुख्यालय उदयपुर के तत्वावधान में सूरजपोल स्थित स्काउट गाइड मण्डल मुख्यालय पर गॉंधी ओर शास्त्री जयन्ति के अवसर पर सर्वधर्म प्रार्थना सभा आयोजित कर बापू ओर शास्त्री को याद किया।

सीओ स्काउट सुरेन्द्र कुमार पाण्डे ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री के आहवान एवं जिला कलक्टर चेतन देवडा के निर्देशन में स्काउट गाइड द्वारा शहर के प्रमुख चौराहों पर बिना मास्क लगाये वाहन चालक, राहगीरों व आमजनों को गांधीवादी तरीके से रोककर समझाइश करते हुए मास्क प्रदान किए गए एवं नियमित मास्क पहनने के लिए प्रेरित किया। साथ ही शहर के प्रमुख चौराहे पर नो मास्क नो एन्ट्री के पोस्टर्स के माध्यम से आमजन को जागरूक किया गया।

इससे पूर्व प्रातः स्मरामि, सरस्वती वंदना, गुरू वंदना, रामधुन, नामधुन, मौन प्रार्थना, वी,शैल ओवर कम, हर देश में तू-हर वेश में तू, गॉंधीजी के प्रिय भजन वैष्णव जन तू सहित निर्गुण भजन एवं कोरोना की महामारी से देश में शांति, समृद्धि व स्वास्थ्य की कामना के लिऐ शांतिपाठ किया गया। कार्यक्रम में सीओ गाइड विजय लक्ष्मी सहित सैम्युल फ्रांसिस, किशनलाल सालवी आदि ने सहयोग दिया।

नारायण सेवा संस्थान- गांधी दर्शन में ही समस्याओं का हल

नारायण सेवा संस्थान में कैलाश मानव ने आयोजित वर्चुअल गांधी जीवन दर्शन संगोष्ठी में कहा कि गाँधी जी के बताए रास्ते पर चलकर ही राष्ट्र और समाज की समस्याओं का समाधान पाया जा सकता है। संस्थान अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने कहा कि दुःखी, पीड़ित और कमजोर को स्वस्थ व सशक्त बनाने की दिशा में गांधी जी के आह्वान पर काम को आगे बढ़ाने की जरूरत है। संगोष्ठी में विष्णु शर्मा हितैषी, पलक अग्रवाल,भगवान प्रसाद गौड़, देवेंद्र चौबीसा ने भी विचार रखें। संयोजन महिम जैन व रजत गौड़ ने किया।

जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ में गांधी जी की 151वीं जयंति पर किया नमन

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंति पर उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ डीम्ड टू बी विवि के कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने कहा कि देश की आजादी  और शांति के लिए खुद को समर्पित करने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने हमें कई महत्वपूर्ण सबक सिखाये है गांधी जी का जीवन और विचार हर दौर में छात्रों का मार्ग दर्शन करते रहे है। उनका जीवन जीने का तरीका हो या उनके विचार, दोनो प्रेरित करते है। छात्र अगर गांधी के विचारों को आत्मसात करे तो बहुत कुछ सीख सकते हैं। समानता के लिए गांधी जी ने अंतिम सांस तक लडाई लडी। उन्होने कहा कि व्यक्ति अपने जीवन में धैर्य व शांति बनाये रखे और अनुशासन के साथ अपना जीवन व्यतीत करे क्योंकि सफलता का एक बडा आधार अनुशासन हैं। जीवन में अनुशासन को कायम करने का पहला कदम अनुशासन है। 

इस अवसर पर प्राचार्य डाॅ. कला मुणेत, डिप्टी रजिस्ट्रार रियाज हुसैन, लेखाधिकारी बी.एल. सोनी, निजी सचिव कृष्णकांत कुमावत, डाॅ. घनश्याम सिंह भीण्डर, मीता चौधरी, ध्रूवत शाह, किर्ती डांगी, प्रतीक जांगीण, चिराग दवे सहित कार्यकर्ताओं ने गांधी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हे नमन किया। 

कांग्रेसी नेताओ ने याद किया बापू और शास्त्रीजी को 

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री की जयन्ती पर आज शुक्रवार को पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास के दैत्यमगरी स्थित आवास एवं पंचवटी स्थित जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय में दोनों महापुरूषों की तस्वीरों पर उदयपुर शहर जिला कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेताओं एवं कार्यकर्ताओं की ओर से पुष्पांजलि अर्पित की गई। तत्पश्चात् कार्यकर्ताओं की ओर से शास्त्री सर्कल स्थित शास्त्री जी की प्रतिमा पर भी पुष्पांजलि अर्पित की गई। 

कार्यक्रम में पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास, गोपाल कृष्ण शर्मा, पंकज कुमार शर्मा, सुरेश श्रीमाली, फिरोज अहमद शेख, के. जी. मून्दड़ा, डॉ. मधुसूदन शर्मा, हितांशी शर्मा, गणेश राजोरा, सुधीर जोशी, शंकर चंदेल, दिनेश दवे, पन्नालाल मेघवाल, प्रो. पी. आर. व्यास, उदयनन्द पुरोहित, मनीष शर्मा, अरूण टांक, शाहिद हुसैन, संदीप गर्ग, भूपेन्द्र सिंह सहित अनेक कांग्रेसजन उपस्थित थे।

अखिल भारतीय कायस्थ महासभा

पूर्व प्रधान मंत्री लाल बहादुर शास्त्री 17 वर्षो तक भारतीय राजनीती के उच्च पदों पर रहते हुए स्वजनों ,स्व जातियो और सगे  सम्बन्धियों तक की सिफारिशों को नज़र अंदाज कर सत्य व देश की रक्षा की और सत्य निष्ठा व ईमानदारी पथ का अनुसरण कर भावी पढ़ी के लिए प्रेरणा के स्त्रोत बन गए उक्त विचार मेवाड़ इतिहास परिषद् के अध्यक्ष इतिहासकार प्रोफेसर गिरीश नाथ माथुर ने लाल बहादुर शाष्त्री की पावन जयंती पर अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के तत्वावधान मैं शास्त्री सर्किल स्तिथ   शास्त्री  की प्रतिमा पर पुष्प माला अर्पित कर "कायस्थ शिरोमणि प्रेरक व्यक्तित्व"विषयक वार्ता की अद्यक्षता करते हुए व्यक्त किये।  

मुख्य अतिथि पद से महासभा के राजनीतिक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय मंत्री गौरी शंकर भटनागर ने शास्त्री के "जय जवान जय किसान" नारे की उपादेयता पर प्रकाश डाला। 

महासभा के डॉ मनोज भटनागर ने कहा जानकारी देते हुए कहा की प्रथम संवाददाता सम्मेलन में लाल बहादुर शास्त्री की पहली प्राथमिकता खाद्यान्न मूल्यों को बढ़ने से रोकना है और वे ऐसा करने में सफल भी रहे। उनके क्रियाकलाप सैद्धांतिक न होकर पूरी तरह से व्यावहारिक और जनता की आवश्यकताओं के अनुरूप थे। शास्त्री के अलावा कायस्थ कुल के अन्य महापुरुषों का भी स्मरण कराया। 

कार्यक्रम संयोजक शिरीष नाथ माथुर ने कहा की लाल बहादुर शास्त्री सच्चे गांधीवादी थे जिन्होंने अपना सारा जीवन सादगी से बिताया और उसे गरीबों की सेवा में लगाया। भारतीय स्वाधीनता संग्राम के सभी महत्वपूर्ण कार्यक्रमों व आंदोलनों में उनकी सक्रिय भागीदारी रही और उसके परिणामस्वरूप उन्हें कई बार जेलों में भी रहना पड़ा। स्वाधीनता संग्राम के जिन आंदोलनों में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही उनमें असहयोग आंदोलन, दांडी मार्च तथा 1942 का भारत छोड़ो आंदोलन उल्लेखनीय हैं।

कार्यक्रम मैं युवा प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय मंत्री पंकज भटनागर, डॉ महेंद्र भटनागर,कम्पाउण्डर रूप लाल मीणा,विष्णु भटनागर, ऋषभ ,श्रीमती किरण भटनागर, अंजलि भटनागर ने भी अपने विचार रख शास्त्री को नमन कर पुष्प अर्पित किये। सभा के पदाधिकारियो द्वारा राष्ट्रीय पिता महात्मा गाँधी का स्मरण कर   उनकी पावन जयंती के अवसर पर पुष्प अर्पित किये। इस अवसर पर समाज और सभा के उदयपुर इकाई पदाधिकारी भी उपस्र्थित रहे। 

बजरंग सेना मेवाड़ उदयपुर की ओर से गांधी जयंती एवं शास्त्री जयंती पर वृक्षारोपण एवं गोष्टी

बजरंग सेना मेवाड़ उदयपुर की ओर से आज संभागीय कार्यालय पर महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें प्रमुख प्रमुख वक्ताओं ने संबोधित करते हुए कहा कि महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री दोनों ही के जीवन पर अगर प्रकाश डाला जाए तो दोनों ही सामाजिक समरसता सादगी का प्रतीक एवं किसी भी कार्य को सरलता एवं अनुशासन पूर्वक पूरा करने की प्रेरणा मिलती है एवं आज के इस अवसर को यादगार बनाने के लिए बजरंग सेना मेवाड़ ने वृक्षारोपण का कार्यक्रम भी किया। 

इस अवसर पर उपस्थित बजरंग सेना मेवाड़ संस्थापक कमलेंद्र सिंह पंवार, संभागीय प्रभारी करणवीर सिंह राठौड़, संभागीय अध्यक्ष सुनील कालरा संभागीय कार्यालय मंत्री जितेंद्र जैन, संभागीय मिलन केंद्र संयोजक प्रवीण सिसोदिया ,महानगर अध्यक्ष गोविंद सिंह चौहान ,मधु सोनी मधु पालीवाल, महानगर महामंत्री ऋषभ सिंह गहलोत, कमल असवानी ,मिलन केंद्र संयोजक पूर्णा शंकर नागदा ,चिकित्सा प्रभारी दिलीप छतवानी, महानगर उपाध्यक्ष हेमेंद्र कुमावत, बसंती वैष्णव ,जमुना सांवरिया ,कविता राजपूत प्रमिला खटीक ,महानगर  मंत्री वीणा राजगुरु, श्याम लाल पंवार ,कमलेंद्र सिंह खंगारोत , हरीश भाटिया ,महेंद्र सिंह गुडेल आदि थे

महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौधोगिकी विश्वविद्यालय परिवार की ओर से आभासी कार्यक्रम से बापू को नमन एवं वंदन

महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौधोगिकी विश्वविद्यालय परिवार की ओर से आभासी कार्यक्रम के माध्यम से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधान मंत्री स्व. लालबहादुर शास्त्री जी को उनके जन्मदिवस पर शत-शत नमन करने एवं उनके बतायें मार्ग एवं आदर्शो का अनुसरण करते हुए विश्वविद्यालय अधिकारी, कर्मचारी एवं छात्रगण सम्मिलित हुए। कार्यक्रम का आयोजन छात्र कल्याण निदेशालय एवं विश्वविद्यालय प्रशासनिक कार्यालय के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया। इसमें कुलपति डॉ. नरेन्द्र सिंह राठौड, रजिस्ट्रार श्रीमती कविता पाठक, अधिष्ठाता, निदेशक, वित्तनियन्त्रक, विश्वविद्यालय के अधिकारी, कर्मचारी एवं छात्रो की भागीदारी  देशभर से रही।

कार्यक्रम का संचालन डॉ. सुधीर जैन, छात्र कल्याण अधिकारी द्वारा किया गया। कार्यक्रम का प्रारम्भ गांधीजी के प्रिय  भक्तिमय गीत रघुपति राधव राजाराम...... के श्रवण से हुआ। तत्पश्चात गांधीजी की अतिप्रिय प्रार्थना वैष्णव जन तो तेने कहिए..... के साथ-साथ गांधीजी के बहुत ही दुर्लभ चित्रां एवं कार्यो का दर्शन हुआ। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा संयोजित महात्मा गांधी के जीवन पर आधारित चलचित्र का   प्रर्दशन भी किया गया।

इस मौके पर गांधी के मूल्यों को आत्मसात् करने वाले मुख्य वक्ता नब्बे वर्षीय पूर्व प्रोॅफेसर उमरावमल शाह, वैकुण्ट मेहता राष्ट्रीय प्रबन्ध संस्थान, पुणे द्वारा बापू के जीवन मूल्यो को कैसे जिया जाय एवं उनका हर व्यक्ति के जीवन में क्या महत्व है उस पर अपने अनुभव साझा किये। प्रौ. शाह गांधीवादी विचारो से ओतप्रोत तथा सहकारिता के जानेमाने विशेषज्ञ एवं लेखक है। आपने जीवन पर्यन्त गांधी दर्शन एवं खादी ग्रामोधोगो का प्रचार प्रसार किया। प्रौ. शाह नें गांधीदर्शन को गांधीजी के गयारह श्एकादश वृतश् यथा सत्य, अहिंसा, ब्रहचर्य, अस्वाद अस्तेय, अपरिग्रह, अभय, अस्पृश्यता निवारण,शरीरश्रम, सर्वधर्म समभाव और स्वेदेशी भावना के माध्यम से  समझाया।

आपने बताया कि रचनातमक कार्यक्रम को सत्य और अहिंसात्मक साधनां द्वारा पूर्ण करना सही मानें में स्वराज की कल्पना को साकार करना है। इस अवसर पर कुलपति प्रौ. राठौड ने बापू के सन्दर्भ में बताया कि किस प्रकार आपका भारत की आजादी में योगदान रहां आपने भारत छोडो आन्दोलन, नमक सत्याग्रह, डांडी मार्च, आत्मर्निभरता, महिला सशक्तिकरण, छुआ-छुत निवारण के माध्यम से जन आंदोलन किए। आपने छात्रो के आत्मर्निभर एवं स्वावलम्बी कैसे बने इसके बारे में भी बापू के खादी अपनाओं का जिक्र किया।

आपने इस अवसर पर राजस्थान के माननीय मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा कोरोना महामारी से कैसे बचे के जन आ्रदोलन के प्रारम्भ के बारे  में छात्रों एवं उपस्थित जन से आहवान किया कि वें मास्क लगाए, दो गज की दूरी बनाए रखे एवं भीड-भाड वाले स्थानों पर जाने से बचें।इसमें सावधानी ही एक मात्र बचाव हैं।  कार्यक्रम के संयोजन में कुलपति के विशेषाधिकारी प्रौफेसर डॉं. वीरेन्द्र नेपालिया एवं सहायक प्राध्यापक डॉं. विक्रमादित्य दवें की महत्वपुर्ण भूमिका एवं भागीदारी रही।          

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