गिट्स में ‘‘ एज कम्प्यूटिंग एण्ड इट्स एप्लीकेशन इन आई.ओ.टी.’’ पर अन्तर्राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन

गिट्स में ‘‘ एज कम्प्यूटिंग एण्ड इट्स एप्लीकेशन इन आई.ओ.टी.’’ पर अन्तर्राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन

इस अन्तर्राष्ट्रीय सेमिनार में मुख्य अतिथि एवं प्रमुख वक्ता प्रो. धर्म सिंह (प्रोफेसर, साईंस एण्ड टेक्नोलोजी नामिबिया युनिवर्सिटी, नामिबिया) थे। 
 
गिट्स में ‘‘ एज कम्प्यूटिंग एण्ड इट्स एप्लीकेशन इन आई.ओ.टी.’’ पर अन्तर्राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन
गीतांजली इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्निकल स्टडीज डबोक उदयपुर में इलेक्ट्राॅनिक्स इन्जिनियरिंग एवं एम.सी.ए. के विभाग के संयुक्त तत्वाधान में ‘‘एज कम्प्यूटिंग एण्ड इट्स एप्लीकेशन इन आई.ओ.टी.’’ पर एक दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। 

गीतांजली इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्निकल स्टडीज डबोक उदयपुर में इलेक्ट्राॅनिक्स इन्जिनियरिंग एवं एम.सी.ए. के विभाग के संयुक्त तत्वाधान में ‘‘एज कम्प्यूटिंग एण्ड इट्स एप्लीकेशन इन आई.ओ.टी.’’ पर एक दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलन के साथ शुरू हुई।

संस्थान के निदेशक डाॅ. विकास मिश्र ने बताया कि इस अन्तर्राष्ट्रीय सेमिनार का मुख्य उद्देश्य आने वाली इंटरनेट आधारित तकनीकी से विद्यार्थियों व फेकल्टी मेम्बर्स को रूबरू कराना था। जिससे कि बदलती हुई तकनीकी के साथ कदम से कदम मिलाकर चला जा सके। 

इस अन्तर्राष्ट्रीय सेमिनार में मुख्य अतिथि एवं प्रमुख वक्ता प्रो. धर्म सिंह (प्रोफेसर, साईंस एण्ड टेक्नोलोजी नामिबिया युनिवर्सिटी, नामिबिया) थे। बतौर मुख्य अतिथि प्रो. धर्म सिंह ने एज कम्पयूटिंग, फाॅग कम्पयूटिंग एवं रूफ कम्पयूटिंग से विद्यार्थियों को अवगत कराया। 

उन्होनें बताया कि एज कम्प्यूटिंग क्लाउड कम्प्यूटिंग का विस्तार हैं जो सूचना को व्यवस्थित एवं संसाधित करती हैं। एज कम्प्यूटिंग द्वारा लोकल डेटा को रियल टाइम में विश्लेषण किया जाता हैं। आने वाले भविष्य में क्लाउड कम्प्यूटिंग के बाद एज कम्प्यूटिंग का प्रचलन सबसे ज्यादा रहेगा। उपरोक्त विषयों पर रिसर्च की अपार संभावनाएं हैं। 

उन्होंने ने यह भी बताया कि आने वाले समय में ‘‘स्मार्ट सिटी’’ की जगह ‘‘इंटेलीजेंट सिटी’’ की आवश्यकता होगी। जिसमें आई.ओ.टी. एवं आर्टीफिशयल इन्टेलीजेंस जैसी चीजों का योगदान प्रमुख रहेगा।

प्रोफेसर एवं डीन स्टुडेंट अफेयर डाॅ. राजीव माथुर के अनुसार ‘‘इन्टरनेट ऑफ़ थींग्स’’ एवं ‘‘एज कम्प्यूटिंग’’ एक ऐसा कान्सेप्ट हैं जिसकी मदद से हम ऑटोमेटिक मोड में चले जायेंगे। हम अपने घर या ऑफिस से किसी भी उपकरण को नियंत्रित कर सकते हैं। साथ ही ‘‘एज कम्प्यूटिंग’’ द्वारा केवल महत्वपूर्ण डेटा को ही भेजा जाता हैं जिससे बैण्डविथ की बचत होती हैं। टेली कम्युनिकेशन इन्जिनियिरिंग में बैण्डविथ का बहुत महत्वपूर्ण योगदान होता हैं। आज आई.ओ.टी. स्मार्ट पाॅवर ग्रिड, ई लर्निंग, बिल्डिंग ऑटोमेशन स्मार्ट सिटी, स्मार्ट होम जैसी अनगिनत चीजों में अपना योगदान दे रहा हैं। 

धन्यवाद ज्ञापन एम.सी.ए. विभागाध्यक्ष प्रो. हेमन्त साहू द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संचालन असिस्टेंट प्रोफेसर अंजली धाबाई द्वारा किया गया।

इस अवसर पर संस्थान के वित्त नियंत्रक बी.एल. जांगिड सहित सभी विभाग के विभागाध्यक्ष एवं पूरा गीतांजली परिवार उपस्थित था।

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