विद्यालयों मे प्रभावी नेतृत्व विकास की जरूरत- प्रो. पुष्पनाथन


विद्यालयों मे प्रभावी नेतृत्व विकास की जरूरत- प्रो. पुष्पनाथन

कॉमनवेल्थ काउंसिल आॅफ एजुकेशनल एडमिनिस्ट्रेशन एंड मैनेजमेंट के भारतीय संगठन की ओर से शिक्षा में समानता एवं श्रेष्ठताः वैश्विक चुनौतियां विषय पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार के द्वितीय दिवस चार विभिन्न तकनीकी सत्रों मे कुल 35 शोध पत्र प्रस्तुत किए गए। सम्मेलन की निर्देशिका डॉक्टर हेमलता तलेसरा ने बताया कि प्रथम तकनीकी सत्र ‘‘सभी के लिए शिक्षा‘‘ विषय पर केंद्रित था जिसकी अध्यक्षता डॉ. सी.पी. माथुर, डॉ. सुकेशतमा शर्मा, डॉ. ललिता बालकृष्णन व डाॅ. श्यामली चक्रवर्ती आचार्य ने की।

 

विद्यालयों मे प्रभावी नेतृत्व विकास की जरूरत- प्रो. पुष्पनाथन

कॉमनवेल्थ काउंसिल आॅफ एजुकेशनल एडमिनिस्ट्रेशन एंड मैनेजमेंट के भारतीय संगठन की ओर से शिक्षा में समानता एवं श्रेष्ठताः वैश्विक चुनौतियां विषय पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार के द्वितीय दिवस चार विभिन्न तकनीकी सत्रों मे कुल 35 शोध पत्र प्रस्तुत किए गए। सम्मेलन की निर्देशिका डॉक्टर हेमलता तलेसरा ने बताया कि प्रथम तकनीकी सत्र ‘‘सभी के लिए शिक्षा‘‘ विषय पर केंद्रित था जिसकी अध्यक्षता डॉ. सी.पी. माथुर, डॉ. सुकेशतमा शर्मा, डॉ. ललिता बालकृष्णन व डाॅ. श्यामली चक्रवर्ती आचार्य ने की।

द्वितीय तकनीकी सत्र वैश्विक चुनौतियां विषय पर आयोजित किया गया जिसकी अध्यक्षता डॉ. डेका गेमिस्तो, राॅयल विष्वविद्यालय भूटान, डाॅ. जी. वत्सला,. उडीसा के डॉ. किशोरीदास एवं डॉक्टर बिंदु टी. वी. ने की। तीसरा तकनीकी सत्र भी उच्च शिक्षा में वैश्विक चुनौतियां विषय पर ही आयोजित किया गया जिसकी अध्यक्षता प्रो. वी. रेंधु, डॉ. सरम्मा चांडी और डॉ. सीमा त्यागी ने की।

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एम.एस. यूनिवर्सिटी बडौदा के प्रो. पुष्पनाथन ने शिक्षा में गुणवत्ता बढ़ाने हेतु 5 सूत्री रूपरेखा प्रस्तुत की जिसमें ग्रामीण विकास के लिए समकालिक कार्यक्रम, वर्तमान कार्यक्रमों की सामाजिक सरोकारिता, शोध परिणामों की वांछनीयता व उन्हें कक्षाओं में लागू करने की बात की गई उन्होंने प्रभावी नेतृत्व क्षमता के विकास हेतु विद्यालयों की प्रभाविकता द्वारा विकास एवं क्षमता वर्धन की बात कही। सम्मेलन के अतिरिक्त सत्र में एमपावरिंग पीपल फॉर एक्सीलेंस एजुकेशन विषय पर चर्चा की गई जिसकी अध्यक्षता डॉ. वी. रेंधु ने की।

मुख्य वक्ता के रूप में कोटा यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति प्रो. पी. के. दशोरा, डा. किशोरीदास, डॉ. उषाशी गुहा व डॉ. स्वामी केश्वानन्द कृषि विश्वविद्यालय की डाॅ. सीमा त्यागी ने अपने विचार रखे। सम्मेलन की निर्देशिका डॉक्टर हेमलता तलेसरा ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का समापन 30 अगस्त गुरुवार को प्रातः 11ः30 बजे आयोजित किया जाऐगा।

इस कार्यक्रम में देवस्थान विभाग की आयुक्त डॉक्टर विनीता बोहरा अध्यक्षता करेंगी तथा राज्य शैक्षणिक प्रौद्योगिकी संस्थान केरला के पूर्व निदेशक श्री प्रभाकरण मुख्य अतिथि होंगे। इस सत्र में कोटा विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति पी.के. दशेारा अपना समापन अभिभाषण देंगे। इस सत्र के विशिष्ट अतिथि डॉक्टर सी.पी. माथुर रहेंगे। समापन सत्र में शिक्षा एवं अन्य क्षेत्रों में योगदान हेतु महानुभावों का सम्मान भी किया जाएगा।

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