14 नवंबर से लगेंगे मुख्यमंत्री निरोगी राजस्थान चिरंजीवी स्वास्थ्य शिविर

14 नवंबर से लगेंगे मुख्यमंत्री निरोगी राजस्थान चिरंजीवी स्वास्थ्य शिविर

652 ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर आयोजित होंगे शिविर

 
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संचारी एवं गैर संचारी सहित सभी बीमारियों का होगा उपचार

आमजन को स्थानीय स्तर पर विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं उपलब्ध कराने हेतु चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग विशेष तरह के स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन करने जा रहा है। जिनका आगाज 14 नवंबर से होगा जो 31 मार्च तक संचालित होंगे। इन शिविरों के माध्यम से चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा न केवल ग्रामीणों को चिकित्सकीय सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी बल्कि उनका डेटाबेस भी तैयार किया जायेगा। इसके साथ ही गंभीर रोगों से ग्रसित लोगों की पहचान कर होने उच्च स्तर पर इलाज की सुविधा भी विभाग द्वारा मुहैया करवाई जाएगी।


अभियान के संचालन के संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ दिनेश खराड़ी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारियों से संवाद कर शिविर हेतु की जा रही तैयारियों के बारे में चर्चा कर आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ दिनेश खराड़ी ने बताया कि आमजन को विशेषज्ञ चिकित्सकों की सुविधा स्थानीय स्तर पर उपलब्ध कराने एवं विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों की स्क्रीनिंग हेतु

प्रत्येक ग्राम पंचायत मुख्यालय पर "मुख्यमंत्री निरोगी राजस्थान चिरंजीवी स्वास्थ्य शिविर" का आयोजन किया जा रहा है।  मानव संसाधन की उपलब्धता के आधार पर प्रत्येक ब्लॉक में सप्ताह में तीन से चार कैंप आयोजित किए जाएंगे। शिविर में सभी प्रकार के संचार एवं गैर संचारी रोगों की जांच कर यथासंभव उपचार किया जाएगा। इसके साथ ही मरीजों को शल्य चिकित्सा की आवश्यकता होने पर उसी दिन अथवा आवश्यकतानुसार उच्च संस्थान पर रेफर कर अन्य दिवस को शल्य चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इस हेतु प्रत्येक कैंप स्थल पर 104/108 एंबुलेंस की व्यवस्था  की गई है।
 

इसके अलावा शिविर में आने वाले 30 वर्ष से अधिक आयु के सभी व्यक्तियों का ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर एवं कॉमन कैंसर की जांच सहित गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच, क्षय रोग हेतु बलगम की जांच एवं सिलिकोसिस की जांच सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। शिविर स्थल पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित की जा रही विभिन्न योजनाएं जैसे राजश्री योजना, जननी सुरक्षा योजना की जानकारी, परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता, कुपोषण से ग्रसित बच्चों की पहचान एवं उपचार एवं दिव्यांगजनों के प्रमाण पत्र भी जारी किए जाएंगे।

इसके अलावा शिविर में आने वाले लोगों की आंखों की जांच कर मोतियाबिंद हेतु आवश्यकता के अनुरूप ऑपरेशन कैंपों का भी आयोजन किया जाएगा।  शिविर में कोविड टीकाकारण से वंचित लोगों के टीकाकरण की सुविधा भी  उपलब्ध रहेगी।

बच्चों की होगी विशेष स्क्रीनिंग

इन स्वास्थ्य शिविरों में स्कूल जाने वाले बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जाएगा इस हेतु शिविर पूर्व स्कूलों में बच्चों की प्री स्क्रीनिंग की जाएगी प्री स्क्रीनिंग में यदि किसी बच्चे को कोई बीमारी पाई जाती है तो शिविर दिवस पर उपस्थित विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा और आवश्यकता पड़ने पर उपचार हेतु चिरंजीवी योजना/ आरबीएसके से संबंध अस्पताल में रेफर किया जाएगा।

ये विशेषज्ञ रहेंगे उपस्थित

शिशु रोग विशेषज्ञ।
स्त्री रोग विशेषज्ञ।
एमडी फिजिशियन।
डेंटिस्ट।
नेत्र रोग विशेषज्ञ।

टेली कंसल्टेंसी के जरिए मिलेगी विशेषज्ञ चिकित्सको की राय

सीएमएचओ डॉ खराड़ी ने बताया कि शिविर स्थल पर उपलब्ध विशेषज्ञ सेवाओं के अलावा ई-संजीवनी टेलीकंसल्टेशन के माध्यम से जिला स्तर पर उपस्थित चर्म रोग, मनोरोग एवं अस्थि रोग विशेषज्ञ की सेवाएं उपलब्ध रहेंगी। इसके साथ ही सुपर स्पेशलिटी के लिए न्यूरोलॉजी, कार्डियोलॉजी एवं नेफ्रोलॉजी की सेवाएं टेलीकंसल्टेशन के माध्यम से जयपुर के एसएमएस अस्पताल से उपलब्ध रहेंगी।

ब्लॉक स्तर पर लगेंगे मेगा कैंप

डॉक्टर खराड़ी ने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत प्रत्येक ग्राम पंचायत में लगने वाले कैंप के अलावा प्रत्येक ब्लॉक मुख्यालय पर 2 मेगा कैंप का आयोजन किया जाएगा जिसमें पंचायत शिविरों से चयनित रोगियों के ऑपरेशन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। एवं साथ ही दिव्यांग जनों हेतु मेडिकल बोर्ड से प्रमाण पत्र बनवाने की सुविधा भी इन शिविरों में उपलब्ध कराई जाएगी। 

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