यूसीसीआई में बौद्धिक सम्पदा पर एक दिवसीय जागरूता सेमिनार का आयोजन
उदयपुर, 26 जुलाई, 2019। "सम्पत्ति के बारे में पूछने पर अधिकांश व्यक्ति जमीन-जायदाद, बैंक बैलेंस आदि भौतिक वस्तुओं का उल्लेख करते हैं जबकि वास्तव में सबसे महत्वपूर्ण वह बौद्धिक कौशल है जिससे आप अपनी आजीविका अर्जित कर रहे हैं।" उपरोक्त जानकारी संतोष कुमार गुप्ता ने यूसीसीआई में दी।
उदयपुर, 26 जुलाई, 2019। “सम्पत्ति के बारे में पूछने पर अधिकांश व्यक्ति जमीन-जायदाद, बैंक बैलेंस आदि भौतिक वस्तुओं का उल्लेख करते हैं जबकि वास्तव में सबसे महत्वपूर्ण वह बौद्धिक कौशल है जिससे आप अपनी आजीविका अर्जित कर रहे हैं।” उपरोक्त जानकारी संतोष कुमार गुप्ता ने यूसीसीआई में दी।
उदयपुर चैम्बर ऑफ़ काॅमर्स एण्ड इण्डस्ट्री द्वारा पीएचडी चैम्बर ऑफ़ काॅमर्स एण्ड इण्डस्ट्री के संयुक्त तत्वावधान में बौद्धिक सम्पदा पर एक दिवसीय जागरूता सेमिनार का आयोजन यूसीसीआई भवन के पायरोटेक टेम्पसन्स सभागार में किया गया। भारत सरकार के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्रालय के पेटेन्ट, डिजाईन एवं ट्रेडमार्क नियंत्रक कार्यालय, नई दिल्ली के सहायक नियंत्रक अधिकारी (पेटेन्ट एवं डिजाईन) संतोष कुमार गुप्ता सेमिनार में मुख्य वक्ता थे।
कार्यक्रम के आरम्भ में यूसीसीआई के अध्यक्ष रमेश कुमार सिंघवी ने अतिथियों, विषय विशेषज्ञों एवं प्रतिभागियों का स्वागत किया। अपने स्वागत उद्बोधन में सिंघवी ने उद्योग एवं व्यवसाय जगत को बौद्धिक सम्पदा के प्रति जागरूक किये जाने की ज़रूरत पर बल दिया।
पीएचडी चैम्बर ऑफ़ काॅमर्स एण्ड इण्डस्ट्री के संयुक्त सचिव मिथिलेश कुमार ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। पीएचडी चैम्बर ऑफ़ काॅमर्स एण्ड इण्डस्ट्री की एमएसएमई कमेटी के चेयरमैन विश्वनाथ ने व्यावसायिक गतिविधियों में ईमानदारी के महत्व पर बल दिया।
पीएचडी चैम्बर ऑफ़ काॅमर्स एण्ड इण्डस्ट्री की एमएसएमई कमेटी के सेक्रेटरी श्रीमति कंचन जुत्षी ने नकल करके नकली उत्पाद तैयार किये जाने को देश की प्रमुख समस्या बताते हुए भारत सरकार द्वारा लागू आई.पी.आर. अधिनियम केतहत इसके विरूद्ध सख्त कार्यवाही किये जाने का आव्हान किया। यूसीसीआई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हेमन्त जैन कहा कि यदि सरकार द्वारा नकल करने वालों के खिलाफ पुख्ता कार्यवाही नहीं की जाती है तो उद्योग अपने डिजाईन व उत्पाद रजिस्टर क्यों करवायेंगे।
भारत सरकार के पेटेन्ट कार्यालय, नई दिल्ली के सहायक नियंत्रक अधिकारी (पेटेन्ट एवं डिजाईन) संतोष कुमार गुप्ता ने आने वाले समय में एशियाई देशो को दुनिया में प्रगति का सिरमौर बताया। अमरीका और चीन के मध्य ट्रेड वार का जिक्र करते हुए गुप्ता ने बताया कि पूर्व में चीन सस्ता उत्पाद बनाने तक ही सीमित था। किन्तु अब चीन द्वारा क्वालिटी उत्पाद तैयार किये जाने लगे हैं जिसे पश्चिमी देश चीन को व्यावसायिक खतरे के तौर पर देखते हैं। तकनिकी सत्र के दौरान अधिवक्ता श्रीमति सुचिता नागौरी ने बौद्धिक सम्पदा की अवधारणा के बारे में जानकारी दी।
यूसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कौस्तुभ भट्टाचार्य ने उद्योगों में तकनिक हस्तांतरण से जुडे मुद्दों एवं बौद्धिक सम्पदा के वाणिज्यीकरण के बारे में जानकारी दी। मानद महासचिव प्रतीक हिंगड ने भी विचार रखे। अध्यक्ष रमेश कुमार सिंघवी ने पीएचडी चैम्बर ऑफ़ काॅमर्स एण्ड इण्डस्ट्री की एमएसएमई कमेटी के चेयरमैन को स्मृतिचिन्ह भेंट किया। कार्यक्रम का संचालन पीएचडी चैम्बर ऑफ़ काॅमर्स एण्ड इण्डस्ट्री के संयुक्त सचिव मिथिलेष कुमार ने किया।
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