बगैर कार्ड कलेक्टर ने करवाया कैंसर पीड़ित का निशुल्क उपचार

बगैर कार्ड कलेक्टर ने करवाया कैंसर पीड़ित का निशुल्क उपचार

निर्धन परिवारों के घर राहत लेकर आई चिरंजीवी योजना

 
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इधर सड़क दुर्घटना में मृत्यु होने पर मनीष के परिवार मिली पांच लाख रूपए की सहायता

उदयपुर 19 सितंबर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पहल पर राजस्थान में लागू की गई मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना गरीब परिवारों को भांति-भांति से संबल प्रदान कर रही है। और तो और अगर किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति का अगर चिरंजीवी योजना में पंजीयन नहीं है तो भी कलेक्टर की अनुशंसा पर उसे निःशुल्क उपचार दिया जा रहा है। ऐसा ही एक वाकया सामने आया उदयपुर में जहां कलेक्टर की अनुशंसा पर कैंसर पीडि़त एक व्यक्ति का निशुल्क उपचार निजी चिकित्सालय में शुरू करवाया गया।
 

कोटड़ा के साहिबा को मिलेगी कैंसर से मुक्ति:
कोटडा निवासी 39 वर्षीय व्यक्ति साहिबा पिता कसरा निवासी बर्ली उदयपुर कैंसर से पीड़ित था लेकिन उसका मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में पंजीयन नहीं था और इस गंभीर बीमारी के इलाज के लिए उसके पास पैसे भी नहीं थे। इसी बीच उसे पता चला कि प्रदेश के मुख्यमंत्री गहलोत ने ऐसे असहाय लोगों के लिए भी संवेदनशीलता दिखाते हुए राहत की व्यवस्था की है जिसके तहत जिला कलेक्टर किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त असहाय एवं निर्धन व्यक्ति का चिरंजीवी में पंजीकृत नहीं होने पर भी निशुल्क उपचार हेतु अनुशंसा कर सकते हैं। ऐसे में साहिबा जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा के पास फ़रियाद लेकर पहुंचा और अपनी पीड़ा उनके समक्ष रखी। कलेक्टर द्वारा भी मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कार्यवाही शुरु कर दी एवं मरीज़ साहिबा को गीतांजलि हॉस्पिटल में भर्ती करवा कर उसका उपचार शुरू करवाया।

 

दुर्घटना में मृत्यु होने पर मनीष के परिवार को मिली पांच लाख की सहायता
दादिया गाँव निवासी मनीष पिता दौलतराम मेघवाल की एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। क्रिसिल फाउंडेशन द्वारा गोगुन्दा में एक वित्तीय साक्षरता केंद्र का संचालन किया जा रहा है। घटना की जानकारी मिलने पर सेंटर मेनेजर लक्ष्मण मेघवाल द्वारा मृतक मनीष मेघवाल की माता से संपर्क किया गया और उन्हें चिरंजीवी योजना में पंजीकृत व्यक्तियों का राज्य सरकार द्वारा निशुल्क दुर्घटना बीमा होने की भी जानकारी दी गई। इस पर जिला कार्यक्रम समन्वयक शरद पाटीदार से संपर्क करके क्लेम बुक किया गया एवं राज्य सरकार द्वारा पांच लाख रूपए की राशि उसके परिवार को सौंप दी गई जिससे इस निर्धन परिवार को राहत मिल सकी। ऐसे अनेकों परिवारों के लिए चिरंजीवी योजना मददगार साबित हो रही है।

 

जिले में अब तक मिला 175 करोड़ रूपए का लाभ
सीएमएचओ डॉ. शंकर लाल बामनिया ने बताया कि चिरंजीवी योजना के तहत पंजीकृत व्यक्ति 10 लाख रूपए तक का आईपीडी उपचार निजी चिकित्सालयों में निशुल्क करवा सकते हैं। योजना के तहत पांच लाख रूपए का मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा भी दिया गया है। योजना के तहत जिले में अब तक 175 करोड़ रूपए से अधिक का लाभ मरीजों को प्राप्त हो चूका है। जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने शेष परिवारों से भी चिरंजीवी योजना में पंजीयन करवाने की अपील की है।

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