उदयपुर 11 सितंबर। जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा की पहल पर अकूट प्राकृतिक सौन्दर्य से भरपूर जनजाति अञ्चल कोटड़ा में आगामी 27 सितंबर से 29 सितंबर तक भव्य कोटड़ा महोत्सव आयोजित होने जा रहा है जिसकी तैयारियां जोरों-शोरों पर प्रशासन द्वारा की जा रही है। व्यवस्थाओं में कोई कमी नहीं रहे इसके लिए कलेक्टर निरंतर प्रयासरत हैं एवं समीक्षा कर रहे हैं।
रविवार को कलेक्टर कोटड़ा महोत्सव की तैयारियों का जायजा लेने कोटड़ा पहुंचे एवं विभिन्न विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों की बैठक ली, लोक कलाकारों से मुलाकात कर उनकी परफ़ोर्मेंस देखी और आयोजन स्थल चिन्हित करने हेतु विभिन्न साइट्स का भ्रमण किया। जिला कलेक्टर ने अधिकारियों को कोटड़ा महोत्सव का भव्य आयोजन करने के निर्देश दिए।
जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने आयोजन हेतु कोटड़ा स्थित खेल मैदान, कृषि मंडी परिसर, राजकीय एकलव्य मॉडल स्कूल सहित अन्य जगहों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से पार्किंग, स्टॉल स्थल, पर्यटकों के आने एवं जाने के मार्ग, अधिक जनसंख्या होने पर आवश्यक व्यवस्थाएं, लोक कलाकारों के ठहरने की व्यवस्था सहित की बिंदुओं पर चर्चा कर दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान उपखंड अधिकारी, तहसीलदार और बीडीओ सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
विश्व स्तर तक जाए कोटड़ा महोत्सव का नाम
जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने कोटड़ा पंचायत समिति सभागार में कोटदा महोत्सव की तैयारियों हेतु अधिकारियों की आवश्यक बैठक बुलाई जिसमें सेव द गर्ल चाइल्ड की ब्रांड एम्बेसेडर डॉ दिव्यानी कटारा, प्रधान सुगना देवी खेर, उपखंड अधिकारी हनुमान सिंह राठौड़, विकास अधिकारी धनपत सिंह, तहसीलदार मगला राम मीणा, डीपीएम राजीविका अनिल पहड़िया, मंडी सचिव मदन गुर्जर, टीएडी से डॉ सूर्य प्रकाश सालवी, उप निदेशक पर्यटन शिखा सक्सेना, जिला खेल अधिकारी शकील हुसैन, सरपंच जयश्री देवी, स्थानीय जनप्रतिनिधि, लोक कलाकार, एनजीओ, विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि, समाजसेवी आदि उपस्थित रहे। बैठक के दौरान कलाकारों ने कलेक्टर को अपनी लोक कलाओं की प्रस्तुति दिखाई जिसकी कलेक्टर ने सराहना की। कलेक्टर ने सभी से अपील करते हुए कोटड़ा महोत्सव को समावेशी बनाने एवं विभिन्न आकर्षक गतिविधियां आयोजित करने के निर्देश दिए जिससे कि विश्व स्तर तक कोटड़ा महोत्सव का नाम पहुंचे एवं भविष्य में भी इसे नियमित रूप से आयोजित किया जा सके।
कोटड़ा महोत्सव से फैले जनजाति संस्कृति की महक
बैठक में कलेक्टर मीणा ने कोटड़ा महोत्सव की रूप रेखा, देशी विदेशी पर्यटकों को लाने, जनजाति लोककला, संस्कृति, उत्पाद, आभूषण, औजार, शिल्पकला, वेशभूषा आदि को प्रदर्शित करने के निर्देश दिए जिससे कि पर्यटक न सिर्फ जनजाति संस्कृति से रूबरू हो सके बल्कि इन उत्पादों को खरीद भी सके। इस दौरान कलेक्टर ने राजीविका के स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से अपने उत्पाद की स्टॉल यहाँ लगाने हेतु कहा। कलेक्टर ने आयोजन के सात दिवस पूर्व कोटड़ा में एक जनसुनवाई आयोजित करने के निर्देश भी दिए जिससे कि इस जनजाति अञ्चल की समस्याओं का प्रभावी ढंग से समाधान किया जा सके। कलेक्टर को समस्त लोक कलाकारों एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने आश्वस्त किया कि सभी आपसी समन्वय से इस आयोजन को भव्य बनाएंगे और विश्व पटल पर इसे पहुँचने का पूरा प्रयास करेंगे।
To join us on Facebook Click Here and Subscribe to UdaipurTimes Broadcast channels on GoogleNews | Telegram | Signal