वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जयंती पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की घोषणा
महाराणा प्रताप की जयंती पर गुरुवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महाराणा प्रताप की समाधि स्थल चावंड में लगभग 5 करोड़ रुपये की लागत से महाराणा प्रताप पैनोरमा बनाने की घोषणा की हैं।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए कहा कि आज महाराणा प्रताप की जयंती के अवसर पर उनके समाधिस्थल चावंड में लगभग 5 करोड़ रुपये की लागत से महाराणा प्रताप पैनोरमा बनाए जाने की घोषणा करता हूं। इस पैनोरमा में महाराणा प्रताप के जीवन संघर्ष तथा तत्कालीन मेवाड़ की सभ्यता व संस्कृति का चित्रण किया जाएगा एवं आस-पास के स्थलों को विकसित किया जायेगा जिससे लोग यहां आकर उनके जीवन से प्रेरणा ले सकें। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप के जन्मस्थल, उनकी कर्मभूमि एवं समाधिस्थल से जुडे समस्त स्थानों पर राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर मेवाड़ कॉम्प्लेक्स फेज-1 एवं फेज-2 के तहत विभिन्न कार्य करवाए गए हैं।
वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की 482वीं जयंती ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष तृतीया गुरुवार को मनाई जा रही हैं। शहरभर में कई जगह आयोजन किए जा रहे है। आज मेवाड़ सहित देश भर में लोग सुबह से ही प्रताप की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर वीर सपूत प्रताप को नमन करते हुए नज़र आए।
प्रताप की संकटकालीन राजधानी रहा है चावंड:
उल्लेखनीय है कि संकटकालीन राजधानी रहे चावंड में महाराणा प्रताप ने अपना लंबा समय व्यतीत किया था। उन्होंने अपने महलों का विकास न करते हुए इस स्थान को आखेट, पहाड़ अधिवास जल संचय, ज्ञान विज्ञान, कला व वाटिका निर्माण की दृष्टि से विकसित किया। चावंड में ही वर्ष 1597 में माघ शुक्ल एकादशी के दिन महाराणा प्रताप का निधन हुआ था। वर्तमान में चावंड में महाराणा प्रताप के महल, बंडोली (चावंड) में उनका समाधि स्थल और महाराणा प्रताप स्मारक बना हुआ है।
प्रताप से जुड़े स्थलों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है सरकार:
गौरतलब है कि महाराणा प्रताप के जीवन से जुड़े ऐतिहासिक स्थलों के जीर्णोद्धार एवं विकास के लिए प्रतिबद्ध राज्य सरकार द्वारा प्रताप के जन्म स्थल, उनकी कर्मभूमि एवं समाधि स्थल से जुड़े समस्त स्थानों पर राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर मेवाड़ कॉम्पलेक्स फेज-1 एवं फेज-2 के तहत विभिन्न कार्य करवाए गए हैं। इसी प्रकार मेवाड़ के लिए इन दो दिनों में सरकार ने अनूठी सौगात दी है, महाराणा प्रताप जयंती से एक दिन पूर्व 1 जून बुधवार को जिले के गोगुन्दा में स्थित महाराणा प्रताप से संबंधित प्रमुख ऐतिहासिक स्थल मायरा की गुफा (प्रताप शस्त्रागार) के लिए पांच करोड़ चालीस लाख चवालिस हजार रुपये की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति जारी कर मेवाड़ वासियों को बड़ी सौगात प्रदान की गई।
To join us on Facebook Click Here and Subscribe to UdaipurTimes Broadcast channels on GoogleNews | Telegram | Signal