उदयपुर के प्रखर को मिला फेसबुक पर 3 करोड़ का पैकेज

उदयपुर के प्रखर को मिला फेसबुक पर 3 करोड़ का पैकेज

प्रखर नाहर बताते है कि उन्हें जावास्क्रिप्ट, रिएक्ट और पीएचपी के कई कोडिंग टूल्स करना अच्छा लगता हैं
 
prakhar nahar

नौकरी चाहे सरकारी हो या प्राइवेट लेकिन एक अच्छी कम्पनी और सैलरी पैकेज की ख्वाहिश हर किसी को होती हैं और जब आलिशान कम्पनी में आपका सलेक्शन हो जाए तो फिर क्या ही कहना। जहां फेसबुक पर एक तरफ बड़े स्तर पर छंटनी हो रही हैं वहीं उदयपुर के प्रखर नाहर का सलेक्शन दिग्गज सोशल मिडिया कंपनी फेसबुक में 3 करोड़ के वेतन पर हुआ हैं। उदयपुर के प्रखर नाहर ने इंटर्नशिप के लिए फेसबुक पर एप्लाई किया था। प्रखर को वहां इंटर्नशिप तो मिल ही गई लेकिन कुछ ऐसा भी करिश्मा हुआ की इंटर्नशिप के दौरान ही उन्हें वहां नौकरी मिल गई वो भी लाखों में नहीं करोड़ों में। फेसबुक में नौकरी हासिल करने वाले प्रखर नाहर मेहनती, ईमानदार और मृदुभाषी युवक हैं।  

प्रखर नाहर बताते है कि उन्हें जावास्क्रिप्ट, रिएक्ट और पीएचपी के कई कोडिंग टूल्स करना अच्छा लगता हैं। प्रखर को किसी चीज में आगे बढ़ने के लिए जो मदद करती है वह है समय का अनुभव और उपयोगिता। वह बताते है कि इंटर्नशिप के दौरान उन्हें एक प्रोजेक्ट को पुरा करने के लिए 12 सप्ताह यानि 84 दिन का समय दिया जाता था लेकिन वह इतने होनहार है कि अपना  प्रोजेक्ट 4 से 6 सप्ताह में पूरा कर लेते हैं। वह समय की बेहद कद्र करते हैं और जब कुछ काम नहीं होता तो कुछ न कुछ सीखने की कोशिश में लगे रहते हैं।

जब उनसे पूछा गया कि फेसबुक में आपका सलेक्शन होना क्या कारण हैं इसका, बड़ी आसानी से उत्तर देते हुए प्रखर ने कहा कि वह समय बिल्कुल भी बर्बाद नहीं करते हैं। उनकी दिलचस्पी कुछ न कुछ सीखने में लगी रहती हैं। उन्होंने कहा कि कोडिंग या प्रौद्योगिकी को जानना पर्याप्त नहीं है, लेकिन जो चीज आपको सबसे अलग बनाती है वह है आपकी नई तकनीक सीखने की क्षमता। आप नई चीजें सीखने में जितने अधिक खुले और अनुकूल होंगे, आपके लिए बड़ी छलांग लगाने की संभावना उतनी ही बेहतर होगी। 

प्रखर नाहर ने अपनी स्कूली शिक्षा डीपीएस स्कूल उदयपुर से प्राप्त की हैं। उनकी इस सफलता के पीछे कई विशेषताएं हैं जैसे समस्या का समाधान, रचनात्मकता, विचार, विस्तार पर ध्यान, और कई अन्य से मिलकर वह एक उत्कृष्ट सॉफ्टवेयर डेवलपर बने सके हैं।

उदयपुर के कंसल्ट वीबी विनीत बाया ने प्रखर को एसएटी और एपी परीक्षाओं के लिए बड़ी मेहनत से तैयार किया। कंप्यूटर साइंस में स्नातक की डिग्री के लिए उन्हें यूएसए के पर्ड्यू विश्वविद्यालय में प्रवेश मिला। कई भटके हुए और निराश छात्रों के विपरीत, प्रखर ने कोविड महामारी को सीखने के अवसर के रूप में लिया। कोविड के दौरान जिससे 3 साल में अपनी 4 साल की डिग्री पूरी की। इस अवधि के दौरान उन्हें न्यूयॉर्क में तीन महीने के लिए मेटा यानी ​​फेसबुक के साथ इंटर्नशिप मिली, जहां उन्हें 370000 अमेरिकी डॉलर का प्रस्ताव दिया गया था। शुरुआत में लगभग 3 करोड़ सालाना का एक बड़ा आंकड़ा माना जाता हैं। 

 छोटी-छोटी चीजों पर ध्यान देने पर बड़ी चीजें हासिल की जा सकती हैं लेकिन इसके लिए वक्त का ध्यान रखें- प्रखर

प्रखर अपने माता-पिता का शुक्रिया अदा करना चाहते कि उन्होने उसे विदेश में तालीम हासिल करने के लिए भेजा। प्रखर अपने गुरु विनीत बया के भी आभारी हैं, जिन्होंने सही वैश्विक शिक्षा मार्गों के लिए उनका मार्गदर्शन करने के साथ-साथ उन्हें उनकी क्षमताओं और उद्देश्यों को सही संस्थान और अवसर से जोड़ने के लिए तैयार किया।   

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