आसानी से और तुरंत कर्ज देने वाले ऐप से रहें सावधान

आसानी से और तुरंत कर्ज देने वाले ऐप से रहें सावधान 

ऐप के माध्यम से हो रही धोखाधड़ी और फंसा रहे कर्ज के जाल में

 

ऑनलाइन धोखाधड़ी के कई केस आजकल सामने आते रहते हैं। इनमें लोन के चक्कर में फंस कर क़र्ज़ और ब्लेकमेलिंग के शिकार होने वाले कई लोग है जो की क़र्ज़ की पूरी रकम और ब्याज चुकाने के बाद भी परेशान है और क़र्ज़ देने वाली एप की ठगी से त्रस्त है। लोगों को अब सावधान रहना चाहिए। किसी भी ऐप से बिना पूरी जानकारी लिए लोन नहीं लेना चाहिए। लोन लेने के अधिकृत कंपनी की ऐप पर ही भरोसा करना चाहिए। 

ऐसे ही दो केस जहाँ मोबाइल एप से लोन लेना भारी पड़ गया  

राजेंद्र को मोबाइल ऐप डाउनलोड कर 5 हजार रुपए का लाेन लेना भारी पड़ गया। इसे चुकाने के लिए उसने एक के बाद इसी ऐप की 29 कंपनियों में एक लाख तक का लाेन ले लिया। उसने सभी लाेन चुका दिए, लेकिन इसके बाद भी बकाया राशि बताते हुए उसके फाेन की गैलेरी से फाेटाे निकालकर उस पर लाेन चाेर लिखकर रिश्तेदारों काे भेज दिए। व्यक्ति सुसाइड तक की सोचने लगा।

केशवलाल ने पर्सनल लोन के लिए एक ऐप के माध्यम से अप्लाई किया। उसे लोन भी मिल गया। लेकिन लोन पर इतना अधिक ब्याज बताया कि उसे चुकाना भारी पड़ गया। जब उसने ब्याज चुकाने के लिए और समय मांगा तो उसे धमकी भरे कॉल्स आने लगे। इतना ही नहीं उसके सभी रिश्तेदारों, परिचितों के पास भी ऐसे धमकी भरे कॉल्स पहुंचने लगे ।

लोन ना चुका पाने पर आत्महत्या तक के मामले

साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट अरविंद किशोर शाही ने बताया कि बैंक के चक्कर नहीं काटने पड़े इसके लिए जरूरतमंद लोग इन लोन एप्लीकेशन के चक्कर में फंस रहे हैं। अगर आप समय से पैसे नहीं चुका पाते तो आपसे डबल पैसे वसूले जाते हैं और आपके दिए हुए रेफरेंस नंबर पर कॉल करके भी परेशान किया जाता है। इन लोन एप्लीकेशन की प्रताड़ना की वजह से कई लोगों के आत्महत्या करने तक के मामले आ चुके हैं। जरूरतमंद लोग लोन ऐप इंस्टॉल कर लेते हैं और आईडी प्रूफ और पर्सनल डिटेल देते हैं। बिना ब्याज दर और छुपे चार्ज को जाने बिना लोन ले लेते हैं। ऐप को इंस्टॉल करते समय फोन कॉन्टेक्ट लिस्ट, फोटो, सोशल मीडिया अकाउंट की एक्सेस दे देते हैं। इसके बाद पेमेंट की डेडलाइन मिस करने पर बुलिंग और डेटा मिसयूज का सामना करना पड़ता है।

आरबीआई जारी कर चुका अलर्ट

अरविंद किशोर ने बताया कि इन लोन ऐप के सर्वर चीन में होने से ये देश की सुरक्षा के लिए भी खतरा हैं। ये फेस रिकॉग्निशन वाली इमेज के साथ ही लोगों का पर्सनल डेटा भी ले लेते हैं। अगर व्यक्ति लोन लेते समय अपना आधार भी दे दे, तो व्यक्ति की अन्य डिटेल और आइडी प्रूफ से ये एक अलग आधार डेटाबेस तैयार कर सकते हैं। आरबीआई ने लोगों से अपील की थी कि वे किसी अनजान व्यक्ति, अनवेरिफाइड/अनऑथराइज्ड ऐप के साथ अपने केवायसी शेयर न करें। ऑथराइज्ड लोन देने वाली कंपनी कभी भी आपसे आपकी कॉन्टेक्ट और गैलरी की एक्सेस नही मांगती है। 

निम्न तरीकों से बचा जा सकता है 

  • कोई भी व्यक्ति तुरंत लोन के लालच में लोन एप्लीकेशन को डाउनलोड न करें।
  • अपनी पर्सनल डिटेल, कॉन्टेक्ट डिटेल, गैलरी की एक्सेस न दे।
  • किसी इंस्टैंट लोन ऐप को डाउनलोड करने से पहले उसे वेरिफाई जरूर करें। दूसरी जगह से भी जानकारी जुटाएं।
  • किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचें और अनाधिकृत लोन ऐप का उपयोग बिल्कुल न करें।
  • पाॅलिसी के मुताबिक, किसी भी लोन ऐप के साथ कोई न कोई एनबीएफसी (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी) जरूर जुड़ा होना चाहिए। अगर ऐसा नहीं है, तो सावधान हो जाएं ।

To join us on Facebook Click Here and Subscribe to UdaipurTimes Broadcast channels on   GoogleNews |  Telegram |  Signal