News-नवाचार आधारित प्राकृतिक अचार बनाया
कृषि विज्ञान केन्द्र पर ग्रामीण कृषि कार्यानुभव रावे की छात्राओं द्वारा केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. सी. एम. यादव तथा कृषि महाविद्यालय की उद्यान वैज्ञानिक डॉ. सुचित्रा दाधीच के मार्गदर्शन में नवाचार आधारित प्राकृतिक नींबू का अचार बनाया गया। डॉ. यादव ने बताया कि केन्द्र के प्रदर्शन फार्म पर स्थित नींबू के मातृवृक्ष बगीचे से रावे की छात्राओं द्वारा नींबू की तुड़ाई की जाकर डॉ. दाधीच के निर्देशानुसार नींबू की ग्रेडिंग की गई तथा सूखे मसाले तैयार कर शुद्ध सरसों के तेल में अचार तैयार किया गया। डॉ. दाधीच ने बताया कि यह अचार पूर्णतः प्राकृतिक रूप से तैयार किया गया है साथ ही इस नवाचार से रावे छात्राओं को भी प्रशिक्षण व स्वरोजगार की जागरूकता प्राप्त हुई है।
प्रोफेसर शस्य विज्ञान डॉ. के. सी. नागर ने बताया कि यह अचार केन्द्र का एक नवाचार है, जिससे केन्द्र के मातृवृक्ष बगीचे के फलों का मूल्य संवर्धन किया जा सकेगा। वर्तमान में बाजार में किसानों को अपने उत्पादन का उचित मूल्य नही मिल पाता है। किसान खाद्य प्रसंस्करण द्वारा अधिक आमदनी प्राप्त कर सकते है। रावे प्रभारी एवं तकनीकी सहायक अनिता यादव ने बताया कि अचार बनाने में श्रेयल सेन, भर्गवी रेड्डी, प्रियंका चौधरी, सोनल पारगी, मनीषा खटीक, धर्मिष्टा सेन, सलोनी शर्मा, इशिका गदिया, मुक्ता सिंह का सहयोग रहा। वरिष्ठ अनुसंधान अध्येता प्रकाश कुमावत ने बताया कि केन्द्र द्वारा निर्मित अचार पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर विक्रय हेतु निर्धारित दर पर उपलब्ध है।
News-अन्तर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष 2023-जिला स्तरीय कार्यशाला 5 अक्टूबर को
भारत सरकार द्वारा पोषक अनाजों के उत्पादन में वृद्धि मूल्य संवर्धन मूल्य संवर्धित उत्पादों के घरेलू उपभोग में वृद्धि के संबंध में जागरूकता लाने के उद्देश्य से वर्ष 2023-24 को ’अन्तर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष घोषित किये जाने पर खाद्य एवं पोषण सुरक्षा पौष्टिक अनाज योजनान्तर्गत जिला स्तरीय कार्यशाला 05 अक्टूबर प्रातः 10 बजे बारानी कृषि अनुसंधान केन्द्र आरजिया पर आयोजित की जायेगी।
संयुक्त निदेशक कृषि (विस्तार) इन्द्र सिंह संचेती ने बताया कि कार्यशाला में कृषि वैज्ञानिको एवं विभागीय अधिकारियों द्वारा पोषक अनाज की उन्नत कृषि विधियों, पोषक अनाज पर लगने वाले रोग एवं निदान की जानकारी, पोषक अनाज पर लगने वाले कीट एवं इन पर नियंत्रण की जानकारी, पोषक अनाज से बनने वाले विभिन्न उत्पाद एवं पोषक अनाज से प्राप्त चारा फसल उपयोगिता पर चर्चा की जायेगी।
कार्यशाला में विभागीय अधिकारियों के अतिरिक्त कृषि विज्ञान केन्द्र बारानी कृषि अनुसंधान केंद्र के अधिकारियों एवं कार्मिकों के साथ प्रगतिशील कृषकों जिला विकास प्रबन्धक नाबार्ड से एफपीओ प्रतिनिधि/स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि भाग लेंगे।
News-विभिन्न कृषि उद्यमों के श्रेष्ठ कृषकों को आत्मा योजनान्तर्गत किया जायेगा पुरस्कृत
आत्मा योजनान्तर्गत वर्ष 2023-24 में राज्य, जिला तथा पंचायत समिति स्तर पर विभिन्न कृषि उद्यमों के श्रेष्ठ कृषकों को पुरस्कृत किया जाना है। इस पुरस्कार के लिए प्रत्येक पंचायत समिति स्तर पर पांच कृषकों का चयन प्रत्येक गतिविधिवार अलग-अलग कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन एवं डेयरी, जैविक खेती, नवाचारी खेती चयन गतिविधियों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कृषकों में से एक-एक कृषक का चयन किया जायेगा।
कृषि एवं पदेन परियोजना निदेशक (आत्मा) के उपनिदेशक डॉ. शंकर सिंह राठौड ने बताया कि प्रत्येक पंचायत समिति स्तर पर कुल 5 कृषकों का चयन गतिविधिवार किया जायेगा। पंचायत समिति स्तर पर चयनित कृषकों में से 10 सर्वश्रेष्ठ कृषकों को (प्रत्येक गतिविधि हेतु 2 सर्वश्रेष्ठ कृषक) को जिला स्तर पर चयनित किया जाएगा तथा प्रदेश के समस्त जिलों से चयनित कृषकों में से राज्य स्तर पर 10 सर्वश्रेष्ठ कृषकों का (प्रथम एवं द्वितीय स्तर पर 5-5 कुल 10) चयन होगा। पुरस्कार हेतु प्रत्येक गतिविधिवार पंचायत समिति स्तर पर 10 हजार रुपए, जिला स्तर पर 25 हजार रुपए एवं राज्य स्तर पर 50 हजार रुपए देने का प्रावधान है।
कृषक पुरस्कार के लिए कृषक चयन निम्न दिशा निर्देशानुसार किया जाना हैः-
इस योजना में पुरस्कृत किए जाने के लिए कृषक के मनोनयन प्रस्ताव 30 नवम्बर तक आमंत्रित किए जाते है। उक्त आमंत्रण प्रस्ताव उप निदेशक कृषि एवं पदेन परियोजना निदेशक, ’’आत्मा’’, कार्यालय में जमा करा सकते है।
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