कोविड-19 वायरस के बढ़ते संक्रमण एवं ग्रामीण क्षेत्रों में सक्रिय मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए चिकित्सा विभाग ने अब सीएचसी स्तर पर कोविड मरीजों को भर्ती करने हेतु अलग से कोविड वार्ड बनाने की तैयारी कर ली है।
इस सम्बन्ध में आज जिला परिषद सीईओ डॉ मंजू ,अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासन) श्री ओपी बुनकर एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ दिनेश खराड़ी ने सभी खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के साथ बैठक कर विस्तृत चर्चा की। बैठक में प्रशिक्षु आईएएस गुंजन भी मौजूद रही।
बैठक के बाद सीएमएचओ डॉक्टर दिनेश खराड़ी ने बताया कि राज्य सरकार से प्राप्त दिशा निर्देश एवं जिला कलेक्टर महोदय के निर्देशानुसार ग्रामीण क्षेत्रों में आमजन को उपचार एवं रेफरल सेवाएं निवास के समीप देने के उद्देश्य से सभी ब्लॉक में कोविड कंसल्टेशन केअर सेंटर स्थापित किए गए हैं जहां पर अलग से कोविड ओपीडी संचालित कर आई एल आई के लक्षणों वाले मरीजों की कोविड जांच की जाएगी एवं रिपोर्ट पॉजिटिव पाए जाने पर एसिंप्टोमेटिक मरीजों को दवा किट एवं प्रोनिंग प्रशिक्षण देकर होम आइसोलेट किया जाएगा तथा माइल्ड एवं मॉडरेट कैटेगरी के मरीजों को सीएचसी पर ही कोविड वार्ड में भर्ती किया जायेगा। इस हेतु प्रत्येक सीएचसी पर 50% बेड आरक्षित किए गए हैं जहां पर ऑक्सीजन समेत संपूर्ण चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी।
डॉक्टर खराड़ी ने बताया की कोविड कंसल्टेशन सेंटर हेतु प्रत्येक ब्लॉक से एक सीएचसी का चयन किया गया है इसके अलावा 2 जगहों पर डेडीकेटेड कोविड हेल्थ केयर सेंटर भी बनाए गए हैं जहां माइल्ड एवं मॉडरेट कैटेगरी के कोविड मरीजों के उपचार हेतु 24 x 7 चिकित्सीय सुविधा के साथ-साथ विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं भी दी जा रही हैं
उन्होंने कहा कि इस नई व्यवस्था के किए जाने से मरीज को अपने निकटतम सीएचसी पर संक्रमण के शुरुआती दौर में तत्काल उपचार मिल सकेगा एवं स्थानीय स्तर पर ही इलाज मिलने से जिला अस्पतालों में भी मरीजों के दबाव को कम करने में मदद मिलेगी।
To join us on Facebook Click Here and Subscribe to UdaipurTimes Broadcast channels on GoogleNews | WhatsApp | Telegram | Signal