News-स्काउट गाइड शिविर में मनाई विवेकानंद जयंती
डूंगरपुर, 12 जनवरी। जीवन में संस्कार, सेवा और समर्पण भाव रखने वालों को निश्चित रूप से सफलता मिलती है। इसलिए प्रत्येक मनुष्य को यह गुण अपने जीवन में उतारने चाहिए। यह बात राजस्थान राज्य भारत स्काउट व गाइड जिला मुख्यालय डूंगरपुर के तत्वाधान में श्री नाथ कॉलेज में आयोजित हो रहे स्काउट मास्टर, कब मास्टर बेसिक कोर्स, ग्रुप वार्षिक कोर्स में स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान एडीओ दीपक दीक्षित ने कही।
उन्होंने कहा कि मनुष्य के व्यक्तिगत जीवन में चरित्र का विकास होना चाहिए। वहीं सामाजिक जीवन में पारदर्शिता होनी चाहिए। मानव जीवन में हमें जो दायित्व मिला है, उसे पूर्ण निष्ठा से निभाना चाहिए। स्काउटिंग जीवन जीने की कला सिखाती है। मानव जीवन दोबारा प्राप्त नहीं होता है, इसलिए इस जीवन को पूरे आनंद के साथ जीना चाहिए। किसी कार्य को करने में अपना पूरा जुनून लगा देने पर सफलता कदमों में होती है।
कार्यक्रम के दौरान सहायक राज्य संगठन आयुक्त उदयपुर प्रमोद कुमार शर्मा ने कहा कि स्काउटिंग गुरुकुल प्रणाली को साकार करने का अवसर देती है। स्काउट शिविर में नियमित एवं समयबद्ध कार्यक्रम से बालक में अनुशासन एवम स्वावलंबन के गुण विकसित होते हैं। स्काउटिंग के संस्थापक लार्ड बेडेन पावेल ने अपनी भारत यात्रा के दौरान भारतीय संस्कृति से सीखी गई विभिन्न परिस्थितियों को स्काउटिंग स्किल में जोड़ा है।
उन्होंने स्काउट मास्टर एवं कब मास्टर बेसिक कोर्स में सम्मिलित हो रहे संभागियों से आह्वान किया कि शिविर के दौरान सीखे गए ज्ञान को अपने विद्यालय में अपने विद्यार्थियों के साथ आवश्यक रूप से साझा करें। जिस प्रकार शिक्षा का उद्देश्य बालक का सर्वांगीण विकास करना है, उसी प्रकार स्काउटिंग का उद्देश्य भी बालक का सर्वांगीण विकास करना होता है। स्काउटिंग के माध्यम से हमें बालक का सर्वांगीण विकास करना चाहिए। इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत में मां सरस्वती एवं स्वामी विवेकानंदजी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित किया गया। अतिथियों को गार्ड ऑफ ऑनर के द्वारा स्वागत किया गया।
छात्राध्यापिका विशवा जैन ने स्वामी विवेकानंद से जुड़ी कविता सुनकर स्वामीजी के जीवन की घटनाओं का अभिनय किया। वहीं छात्राध्यापिकाओं ने गरबा नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति दी। इस अवसर पर भूपेंद्र जैन ने अतिथियों का शाब्दिक स्वागत किया। सीओ स्काउट डूंगरपुर सुनील कुमार सोनी ने शिविर का परिचय दिया। स्काउट यूनिट लीडर बेसिक कोर्स शिविर के संचालक सुभाष पारीक परबतसर ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया। शिविर के दौरान ललित कुमार बरण्ड़ा, नाना लाल अहारी, लीला राम गामोट, भेरूलाल कटारा, मकशी राम, रामकृष्ण हड़ात, भूपेंद्र रावल, तुलसी राम, ललित कुमार यादव उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन छात्राध्यापिका अदिति राजावत एवं श्रद्धा पाटीदार ने किया।
News-डूंगरपुर जिले में शनिवार को यहां पहुंचेगी विकसित भारत संकल्प यात्रा
डूंगरपुर, 12 जनवरी। मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं जिला नोडल अधिकारी गितेश श्री मालवीय ने बताया कि 13 जनवरी, शनिवार को पंचायत समिति दोवड़ा की ग्राम पंचायत रागेला व पुनाली, पंचायत समिति बिछीवाड़ा की ग्राम पंचायत करहल माता व झींझवा, पंचायत समिति सीमलवाड़ा की ग्राम पंचायत रामसौर जूना व कनबा, पंचायत समिति आसपुर की ग्राम पंचायत मसाणा व पारड़ाथूर तथा पंचायत समिति गलियाकोट भेसरा छोटा एवं लिखतिया में विकसित भारत संकल्प यात्रा जाएगी।
News-असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को ई-श्रम पोर्टल पर पंजीयन करवाकर सरकारी योजनाओं का लाभ लेने की अपील
डूंगरपुर, 12 जनवरी। डूंगरपुर जिले में असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों से अधिक से अधिक ई-श्रम पोर्टल पर पंजीयन करवाकर सरकारी योजनाओं का लाभ लेने की अपील की हैं।
असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले श्रमिकों का पोर्टल
श्रम कल्याण अधिकारी निलेश कलाल ने बताया कि पंजीयन के लिए कोई भी असंगठित श्रमिक जिसकी आयु 16 से 59 वर्ष हैं। ईएसआई, ईपीएफ, एनपीएस योजना का सदस्य नहीं हैं। आयकार दाता नहीं हैं, वे अपना पंजीयन करा सकता हैं। आवश्यक दस्तावेज मोबाइल नंबर जिस पर ओटीपी भेजा जा सके, आधार कार्ड तथा बैंक खाता संख्या का विवरण (पास बुक के प्रथम पृष्ठ की प्रति) साथ लेकर आए। पंजीयन की प्रक्रिया पात्रता रखने वाले असंगठित श्रमिक आवश्यक दस्तावेज एवं अपना मोबाइल फोन साथ लेकर किसी भी कॉमन सर्विस सेन्टर अथवा ई-मित्र केन्द्र पर ले जाकर अपना पंजीयन निःशुल्क करवा सकता हैं। 12 अंको की पहचान संख्या अंकित होगी।
प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन पेंशन योजना
उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा असंगठित क्षेत्र में कामगारों को वृद्वा अवस्था सुरक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना प्रारम्भ की गई। योजना के लिए पात्रता असंगठित कामगार जिनकी आयु 18 से 40 वर्ष व मालिक आय 15 हजार या इससे कम हो। दस्तावेज जन आधार कार्ड, आधार कार्ड व बैंक खाते की डायरी। योजना से लाभ यह एक अंशदायी पेंशन योजना हैं, जिसके तहत धारकों को 60 वर्ष की आयु के बाद न्यूनतम 3 हजार रूपए प्रतिमाह की निश्चित पेंशन मिलेगी।
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