डूंगरपुर, 4 जून। जिला कलक्टर अंकित कुमार सिंह ने माह जून 2024 की जिले की ग्राम पंचायत मुख्यालय पर होने वाली रात्रि चौपाल का कार्यक्रम जारी कर दिया है। जारी कार्यक्रम के अनुसार 7 जून को शाम 7 बजे पंचायत समिति आसपुर की ग्राम पंचायत सकानी के राजकीय सीनियर सेकेंडरी विद्यालय, में रात्रि चौपाल आयोजित की जाएगी।
संबंधित विकास अधिकारी को यदि चौपाल स्थल राजकीय सीनियर माध्यमिक विद्यालय गांव से दूर अथवा असुविधाजनक हो तो अपने स्तर से उचित स्थल का चयन कर जिला कलक्टर कार्यालय को अवगत कराने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही संबंधित विकास अधिकारी को अपने ग्राम विकास अधिकारी एवं अन्य माध्यमों से संबंधित ग्राम पंचायत क्षेत्र में रात्रि चौपाल आयोजन का प्रचार-प्रसार कराने के निर्देश प्रदान किए हैं।
डूंगरपुर जिले व अजमेर विद्युत वितरण लिमिटेड वृत्त डूंगरपुर के समस्त संस्थानिक, व्यवसायिक, औद्योगिक एवं कृषि और घरेलू श्रेणी के उपभोक्ताओं एवं अन्य नागरिकों से विद्युत निगम के तंत्र से संबंधित सावधानियां रखने की अपील की हैं।अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अधीक्षण अभियंता एच.आर.कालेर ने बताया कि किसी भी प्रकार का निर्माण कार्य आरम्भ करने से पूर्व स्थापित विद्युत लाइनों से न्यूनतम सुरक्षात्मक दूरी (क्षेतिज एवं लम्ब्वत्) रखना सुनिश्चित करें। स्थापित लाइनों को वैकल्पिक रास्ते से शिफ्ट करवाने के पश्चात् ही निर्माण कार्य शुरू करें अन्यथा कार्य नहीं करें। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में विवाह, सामूहिक आयोजन व अन्य किसी कार्यक्रमों में टेंट आदि लगाते समय विद्युत लाइनों का विशेष ध्यान रखें।
लाइनों के नीचे व आसपास टेंट आदि नहीं लगाए तथा दुर्घटनाओं से बचें। ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों में कृषि कार्य के दौरान स्थित विद्युत लाइनों से सावधान रहे व लाइनों, पोल व ट्रांसफारमरों के आसपास कृषि उत्पादों व चारे आदि का भण्डारण नहीं करें ताकि शार्ट-सर्किट आदि से होने वाली दुर्घटनाओं से बचा जा सकें। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े वाहनों में उपर बैठकर व खडे होकर यात्रा नहीं करें। इससे रोड़ क्रोसिंग पर स्थित गार्डिग या अर्थ वायर से टच होकर उपर से गुजर रही हाई टेशन लाइनों से दुर्घटना का खतरा रहता हैं। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में व्यस्ततम क्षेत्र व बस स्टेण्ड आदि पर चाय पानी व नाश्ते के लिए लगने वाले ठेेले आदि व अस्थाई दुकानदार अपने आसपास को विद्युत ट्रांसफार्मर व लाइनों, पोलो से पर्याप्त सुरक्षित दूरी बनाकर रखे।
सभी प्रकार के वाहन धारकों को विशेष रूप से अधिक उचाई वाले ट्रकों व बस धारकों को आगह किया जाता है कि वे वाहनों को विद्युत लाइनों के नीचे खड़ा नहीं करे तथा विद्युत ट्रांसफार्मर व लाइनों से पर्याप्त दूरी बनाकर रखे। भूलवश लाइन के नीचे बस या ट्रक खड़ा करने के बाद उसके उपर चढ़कर कार्य के दौरान विद्युत लाइनों से चपेट में आने व दुर्घटना होने की संभावना बढ़ जाती हैं।
शहरों व ग्रामीण क्षेत्रों में कही पर भी तार व केबिल आदि टूटकर जमीन पर गिर जाने व जमीन से उचाई कम हो जाने व अन्य किसी भी प्रकार की जानकारी हो तो विद्युत निगम के टोल फ्री नंबरो, फीडर इंचार्ज, संबंधित सहायक अभियंता कार्यालय व वृत्त कंट्रोल को अविलम्ब सूचना देवें। राज्य सरकार के सभी विभागों, स्थानीय निकायों तथा पंचायत राज से संबंधित सभी विभागों, सरकारी निगमों व उपक्रमों के अधिकारियों से अपने-अपने क्षेत्राधिकार में विद्युत संबंधी निकायों का पूर्ण श्रेष्ठा से संधारण करे व किसी प्रकार का नया निर्माण जैसे सड़क, नाली व भवन आदि से पूर्व स्थापित को शिफ्ट करवाना या सुरक्षित करवाना सुनिश्चित करें।
जिला कलक्टर अंकित कुमार सिंह ने आमजन से जुड़े सभी विभागों एवं एजेंसियों के अधिकारियों को नागरिकों की शिकायतों पर रेस्पॉन्स टाइम न्यूनतम कर त्वरित राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। पानी-बिजली से जुड़ी समस्याओं को अतिरिक्त सक्रियता और संवेदनशीलता के साथ निस्तारित करने के निर्देश से आमजन की समस्याओं का हाथोंहाथ निस्तारण हो रहा है। ऐसा ही एक उदाहरण सोमवार को सामने आया। जिले के साबला की आदिवासी बस्ती में पेयजल आपूर्ति को लेकर ’‘नलों में पानी नहीं आने पर ग्रामीणों ने जताया आक्रोश, तीन दिन से जलापूर्ति नहीं’’, शीर्षक से समाचार पत्रों में प्रकाशित समाचारों पर जिला कलक्टर ने तुरंत संज्ञान लेते हुए संबंधित विभागीय अधिकारियों से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी और मौके पर जाकर आमजन को राहत पहुंचाने के निर्देश दिए।
पेयजल वितरण हुआ सुचारू, दो हैंडपम्पों में लगाए अतिरिक्त पाइप
सहायक अभियंता, पीएचईडी आसपुर उपखंड ने बताया कि आदिवासी एवं ब्राह्मण मोहल्ला वार्ड नंबर 3 में साबला में सोमवार सुबह पेयजल वितरण सुचारू कर दिया गया है। पेयजल पूर्व में 48 घंटे के अंतराल में हो रहा था, जिसे 72 घंटो के अंतराल में किया जा रहा है। इसके साथ ही बस्ती में हैण्डपम्प को ठीक करने के लिए रविवार को ही टीम को भेजा गया था। आदिवासी बस्ती वाले हैण्डपम्प में पूर्व में 7 पाइप थे, वाटर लेवल 80 फीट पर है एवं बोर की गहराई 150 फीट है। हैण्डपम्प में 3 पाइप अतिरिक्त बढ़ाए गए। वर्तमान में हैण्डपम्प सुचारू रूप से कार्य कर रहा है। वहीं, साबला के आदिवासी चौराहा पर हैण्डपम्प में पूर्व में 5 पाइप थे, वाटर लेवल 80 फीट पर हैं एवं बोर की गहराई 110 फीट है। हैण्डपम्प में अतिरिक्त 5 पाइप बढ़ाए गए। हैण्डपम्प सुचारू कार्य कर रहा हैं। पानी का लेवल डाउन होने एवं बोर गहराई कम होने से हैंण्डपम्प सीजनल अवस्था में है।
इसलिए हो रही थी समस्या
कनिष्ठ अभियंता, पीएचईडी आसपुर उपखंड ने बताया कि ग्रामीण जल योजना साबला वर्तमान में पाइप्ड जल योजना से लाभान्वित है। इस योजना को बेणेश्वर स्थित खुले कुए के माध्यम से जोड़ा गया है। इसी स्रोत को अस्थाई रूप से ग्रामीण जल योजना पिण्डावल से भी जोडा गया है। चूंकि पिण्डावल ग्राम भी वर्तमान में पाइप्ड जल योजना से लाभान्वित है। ग्राम पंचायत पिण्डावल का स्रोत (खुला कुआं) वर्तमान में सूख जाने से हर वर्ष की भांति ग्रीष्म ऋतु में पिण्डावल के लिए अस्थाई तौर पर लिए जाने वाले बेणेश्वर के पानी को समुचित ग्राम में सुचारू रूप से आरम्भ करने की वजह से एवं साथ ही पेयजल वितरण के दौरान विद्युत आपूर्ति आंशिक रूप से बाधित होने से साबला में समस्या उत्पन्न हो गई थी।
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