News-सिट्रीजीन पेरासीटामोल और फिनाइलफाइन दवा पर प्रतिबंध जिले के चिकित्सा संस्थानों में 10 से 25 हजार टेबलेट उपलब्ध
डूंगरपुर, 4 सितम्बर। केन्द्र सरकार के आदेश के बाद राजस्थान चिकित्सा सेवा निगम लिमिटेड ने निःशुल्क दवा लिस्ट में 498 नंबर पर शामिल सर्दी, जुकाम के साथ बुखार में दी जाने वाली तीन दवाओं के कंबीनेशन सिट्रीजीन एचलीएस पेरासीटामोल, फिनाइलफाइन एचसीएल पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया हैं। अब इस दवा का ना तो मानव उपयोग के लिए विनिर्माण किया जाएगा और ना ही इसका वितरण व विक्रय होगा। प्रदेश के सरकारी और निजी अस्पतालों, मेडिकल स्टोरों पर यह दवा 2 सितम्बर से पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दी गई हैं। अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी व प्रभारी अधिकारी जिला औषधि भण्डार डूंगरपुर के डॉ. विपिन मीणा ने बताया कि केन्द्र सरकार ने 156 प्रकार की कॉम्बीनेशन की दवाओं को प्रतिबंधित किया हैं। जिसमें से राजस्थान में निःशुल्क दवा योजना की लिस्ट में 498 नंबर की दवा सिट्रीजीन एचसीएल, पेरासिटामोल, फिनाइलफाइन एचसीएल टेबलेट (सेटीरिजन 5 एमजी, फिनाइलफाइन 10 एमजी एंड परोसिटामोल 325 एमजी टेबलेट) को आवश्यक दवा सूची से हटा दी हैं। कारण ये है कि ये तीन दवाओं को मिलाकर बनाई गई थी। जिसमें सर्दी जुकाम के साथ बुखार और शरीर में दर्द की शिकायत होने पर मरीज को देते हैं। लेकिन कई बार ऐसा भी होता था कि मरीज को सिर्फ सर्दी जुकाम हैं, बुखार नहीं आ रहा या फिर उसे शरीर में दर्द की शिकायत भी नहीं होती हैं तो ऐसे में मरीज के पेट में ना चाहते हुए भी तीनों दवाओं का कंबीनेशन जा रहा था। ये तीनों दवाएं निःशुल्क दवा की सूची में अलग से भी मौजूद हैं। यही कारण है तीनों दवाओं के कॉम्बीनेशन को प्रतिबंधित कर दिया हैं। जिले में वर्तमान स्थिति में दवा 8 लाख के लगभग संस्थाओं एवं औषधि भण्डार में उपलब्ध हैं, जिसे आवश्यक दिशा-निर्देश मुख्यालय से प्राप्त कर निस्तारित किया जाएगा। इससे पूर्व समस्त संस्थाओं सिट्रीजीन, एचसीएल, पेरासीटामोल, फिनाइलफाइन एचसीएल (कोड 498) रोगी वितरण से प्रतिबंधित कर सुरक्षित स्थान पर रखने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए हैं।
News-बजट घोषणा-किसानों की क्षमता वृद्धि के लिए नॉलेज एनहांसमेंट प्रोग्राम
डूंगरपुर, 4 सितम्बर। प्रदेश के 100 युवा एवं प्रगतिशील किसान प्रशिक्षण के लिए विदेश भेजे जाएंगे। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में किसानों के हित में निरंतर फैसले ले रही राज्य सरकार ने वर्ष 2024-25 की बजट घोषणा में नॉलेज एन्हैन्स्मन्ट प्रोग्राम शुरू करने का निर्णय लिया है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत पहले चरण में प्रगतिशील युवा किसानों को उन देशों में भेजा जाएगा जहां कृषि एवं पशुपालन के क्षेत्र में नवाचार किए जा रहे हैं एवं उच्च तकनीक के प्रयोग से कम जगह में अधिक फसल उत्पादित की जा रही है। उपनिदेशक हॉर्टिकल्चर डूंगरपुर ने बताया कि पात्र का चयन प्रस्तावित मापदंडों, संभागवार निर्धारित लक्ष्य एवं दिए गए दिशा- निर्देशों के अनुरूप किया जाएगा।
News-कृषि क्षेत्र में चयन के मापदंड
उपनिदेशक हॉर्टिकल्चर डूंगरपुर दलसिंह गरासिया ने बताया कि नॉलेज एन्हैन्स्मन्ट प्रोग्राम के तहत चयन के लिए जो मापदंड तय किए गए हैं उनमें कृषक के पास कम से कम एक हेक्टेयर कृषि भूमि का भूस्वामित्व हो, पिछले 10 वर्षों से लगातार अपनी कृषि भूमि पर खेती कर रहा हो, कृषक द्वारा उच्च कृषि तकनीक जैसे संरक्षित खेती, सूक्ष्म सिंचाई, मल्चिंग, सौर ऊर्जा पंप, ड्रोन, फर्टिगेशन, ऑटोमेशन, फार्म पोंड, डिग्गी अपनाई जा रही हो।
कृषक का चयन कृषि विभाग द्वारा राज्य स्तरीय पुरस्कार हेतु चयन किया गया हो, कृषक, पंचायती राज संस्था, सहकारी संस्था, वाटर यूजर एसोसिएशन, कृषि मंडी आदि में विगत 10 वर्षों में किसी पद पर रहा हो या एफपीओ का सदस्य हो, कृषक की उम्र 50 वर्ष से कम हो, कृषक के विरुद्ध पूर्व वर्तमान में संज्ञेय अपराध के प्रकरण लंबित न हो, कम से कम माध्यमिक स्तर ही शैक्षणिक योग्यता धारक हो, कृषक के पास वैद्य पासपोर्ट हो।
News-दुग्ध उत्पादक-पशुपालन क्षेत्र में चयन के मापदंड
उन्होंने बताया कि इसी प्रकार डेयरी क्षेत्र में चयनित होने वाले दुग्ध उत्पादकध्पशुपालक कृषक के लिए जो मापदंड तय किए गए हैं उनमें वास्तविक रूप से कम से कम 20 गायध्भैंस की डेयरी या 10 ऊँट या 50 भेड़-बकरी का स्वामित्व रखता हो, पिछले 10 वर्षों से डेयरी या पशुपालन पेशे से जुड़ा हो, उच्च पशुपालनध् डेयरी तकनीक अपनाई जा रही हो, कृषक का चयन कृषि या पशुपालन विभाग द्वारा पशुपालनध्डेयरी क्षेत्र में जिलाध्राज्य स्तरीय पुरस्कार हेतु चयन किया गया हो, कृषक अपने क्षेत्र में अगुवा पशुपालक के रूप में जाना जाता हो। कृषक पंचायती राज संस्था, सहकारी संस्था, वाटर यूजर संगठन, कृषि मंडी आदि में विगत 10 वर्षों में किसी पद पर रहा हो या एफपीओ का सदस्य हो। कृषक की उम्र 45 वर्ष से कम, कृषक के विरुद्ध पूर्व ध्वर्तमान में संज्ञेय अपराध के प्रकरण लंबित न हो, कम से कम माध्यमिक स्तर की शैक्षणिक योग्यता धारक हो तथा कृषक के पास वैध पासपोर्ट हो।
उपरोक्त मापदंडों को पूरा करने वाले पात्र अपने नजदीकी ई-मित्र केन्द्र के माध्यम से राजकिसान साथी पोर्टल पर 10 सितम्बर 2024 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। कार्यक्रम से संबंधित जानकारी के लिए कृषक कृषि, उद्यान अथवा पशुपालन विभाग में संपर्क कर सकते हैं।
News-जिला स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह कार्यक्रम 5 सितम्बर को
डूंगरपुर, 4 सितम्बर। जिला स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह कार्यक्रम 5 सितम्बर को प्रातः 11 बजे डाइट डूंगरपुर में आयोजित किया जाएगा। यह जानकारी मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी रणछोड़लाल डामोर ने दी।
News-साक्षरता दिवस के उपलक्ष्य में कविता प्रतियोगिता का आयोजन 8 सितम्बर को
डूंगरपुर, 4 सितम्बर। अंतराष्ट्रीय साक्षरता दिवस के उपलक्ष्य में जिला साक्षरता एवं सतत् शिक्षा अधिकारी द्वारा स्वरचित कविता प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा हैं। जिसमें हिस्सा लेने वाले प्रतिभागी को 6 सितम्बर को रात्रि 12 बजे से पूर्व स्वरचित कविता व्हाट्सअप के माध्यम से मोबाइल नंबर 8058978989 या ई-मेल आईडी dlceo.dungarpur.rj@gmail.com पर भेजना अनिवार्य होगा। जिला साक्षरता एवं सतत् शिक्षा अधिकारी अशोक मीणा ने बताया कि 8 सितम्बर को जिला साक्षरता एवं सतत् शिक्षा अधिकारी कार्यालय डूंगरपुर द्वारा गठित टीम द्वारा चयनित प्रथम तीन प्रतिभागी को साक्षरता दिवस में अतिथियों द्वारा सम्मानित किया जाएगा।
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